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fIR-महादेव एप्प मामले में लॉकडाउन अवधि में प्रतिमाह 450 करोड रुपए अर्जित करने का लगा आरोप, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित अनेकों लोगों पर हुआ मामला दर्ज,EOW की क्या होगी आगे की कार्रवाई, पूरे प्रदेश में चर्चा जोरों पर, रिपोर्ट कर्ता ने लिखवाया- सैकड़ो बैंक खाते खुलवाकर संयुक्त अमीरात तक पहुंचाया गया पैसा, पुलिस अधिकारी- कर्मचारी से लेकर प्रभावशाली राजनैतिक से जुड़े लोगो को भी दिया गया पैसा

fIR-महादेव एप्प मामले में लॉकडाउन अवधि में प्रतिमाह 450 करोड रुपए अर्जित करने का लगा आरोप, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित अनेकों लोगों पर हुआ मामला दर्ज,EOW की क्या होगी आगे की कार्रवाई, पूरे प्रदेश में चर्चा जोरों पर, रिपोर्ट कर्ता ने लिखवाया- सैकड़ो बैंक खाते खुलवाकर संयुक्त अमीरात तक पहुंचाया गया पैसा, पुलिस अधिकारी- कर्मचारी से लेकर प्रभावशाली राजनैतिक से जुड़े लोगो को भी दिया गया पैसा kshititech
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
fIR-महादेव एप्प मामले में लॉकडाउन अवधि में प्रतिमाह 450 करोड रुपए अर्जित करने का लगा आरोप, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित अनेकों लोगों पर हुआ मामला दर्ज,EOW की क्या होगी आगे की कार्रवाई, पूरे प्रदेश में चर्चा जोरों पर, रिपोर्ट कर्ता ने लिखवाया- सैकड़ो बैंक खाते खुलवाकर संयुक्त अमीरात तक पहुंचाया गया पैसा, पुलिस अधिकारी- कर्मचारी से लेकर प्रभावशाली राजनैतिक से जुड़े लोगो को भी दिया गया पैसा kshititech
प्रवर्तन निदेशालय ने किया महादेव एप्प मामले में पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ मामला दर्ज

महादेव एप्प मामले में लॉकडाउन अवधि में प्रतिमाह 450 करोड रुपए अर्जित करने का लगा आरोप, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित अनेकों लोगों पर हुआ मामला दर्ज,EOW की क्या होगी आगे की कार्रवाई, पूरे प्रदेश में चर्चा जोरों पर, रिपोर्ट कर्ता ने लिखवाया- सैकड़ो बैंक खाते खुलवाकर संयुक्त अमीरात तक पहुंचाया गया पैसा, पुलिस अधिकारी- कर्मचारी से लेकर प्रभावशाली राजनैतिक से जुड़े लोगो को भी दिया गया पैसा

शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर

सक्ति- छत्तीसगढ़ प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले महादेव एप्प मामले पर मची घमासान अब राज्य में सत्ता पलटते ही फिर से तूफान पर है, 4 मार्च 2024 को ईओडब्ल्यू ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित अनेकों लोगों पर महादेव एप्प मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है, तो वहीं अब आने वाले लोकसभा चुनाव के पहले ईओडब्ल्यू की क्या बड़ी कार्रवाई इस मामले में होती है, इस पर सियासत तेज हो गई है

जिला – रायपुर थाना ईओडब्ल्यू रायपुर वर्ष 2024 प्र.सू.प.क. 06/2024 दिनांक 04.03.2024 में धाराएं 120 बी, 34, 406, 420, 467, 468, 471 भा.द.वि. घारा 7, 11 धारा है,अभियोगी/सूचनाकर्ता: श्री हेमंत, उप संचालक, प्रवर्तन निदेशालय, रायपुर की ओर से श्री फरहान कुरैशी, उप पुलिस अधीक्षक, राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो, रायपुर द्वारा समय- 20:30 बजे लिखित में दिया गया है,मामले में रवि उप्पल, शुभम सोनी उर्फ पिन्टू, चंद्रभूषण वर्म्स,असीमदास,सतीश चंद्राकर,भूपेश बघेल,नीतिश दीवान,सौरभ चंद्राकर, अनिल कुमार अग्रवाल उर्फ अतुल अग्रवाल,विकास छापरिया,रोहित गुलाटी,विशाल आहुजा,धीरज आहुजा,अनिल कुमार दम्मानी,सुनील कुमार दम्मानी,भीम सिंह यादव,हरीशंकर तिबरवाल,सुरेंद्र बागड़ी उर्फ जुनीयर कोलकता,सूरज चोखानी एवम संबंधित ब्यूरोकेटस/पुलिस अधिकारीगण /ओ.एस.डी. गण तथा अज्ञात निजी व्यक्तिगण है, (जिनके -जिनके नाम FIR में दर्ज किए गए हैं ,उनके नाम तथा उनके निवास की पूर्ण जानकारी इस न्यूज़ के साथ संलग्न FIR की कॉपी में दर्शित है ) सूचना कर्ता ने बताया है कि मैं राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो रायपुर में उप पुलिस अधीक्षक के पद पर पदस्थ हूँ। पुलिस 12 अधीक्षक, राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो, रायपुर द्वारा मुझे एक प्रतिवेदन जो कि हेमंत उपसंचालक, रायपुर प्रवर्तन निदेशालय, भारत सरकार का पत्र क्रमांक फाईल नं.प्रवर्तन निदेशालय के उपरोक्त प्रतिवेदन एवं साथ में संलग्न दस्तावेज, पूर्व में प्रेषित प्रतिवेदन क. ECIR/RPZO/10/2020/AD (MK) दि. 08.01.2024 व साथ में संलग्न दस्तावेज तथा प्रतिवेदन क. ECIR/ RPZO/10/2022/AD (MK) दि. 30.01.2024 व साथ में संलग्न प्रोविजनल अटैचमेंट आर्डर एवं अन्य दस्तावेजों के अध्ययन व परिशीलन के आधार पर पाया गया कि महादेव बुक ऐप के प्रमोटर्स श्री रवि उप्पल, श्री शुभम सोनी, श्री सौरभ चंद्राकर, श्री अनिल कुमार अग्रवाल के द्वारा विभिन्न लाईव गेम्स में अवैध सट्टेबाजी के लिये ऑफ लाईन सट्टेबाजी के स्थान पर विकल्प के रूप में ऑनलाईन प्लेटफॉर्म का निर्माण कर वाट्सएप, फेसबुक, टेलीग्राम जैसे माध्यमों से विभिन्न वेबसाईट के जरीए सट्टा खिलाया जाने लगा। इन प्रमोटर्स द्वारा ऑनलाईन बैटिंग के लिए विभिन्न प्लेटफार्म तैयार कर पैनल ऑपरेटरों / ब्रांच संचालकों के माध्यम से ऑनलाईन बैटिंग के आपराधिक कृत्य का संचालन किया गया। इस अवैध कमाई से लगभग 70 से 80% राशि स्वयं रखकर, शेष राशि पैनल ऑपरेटरों को प्रदान की गयी,ऑनलाईन बैटिंग एप के संचालन से प्रमोटर्स एवं ऑनलाईन बैंटिंग एप से जुड़े पैनल ऑपरेटर्स चेकर्स व उनके साथियों द्वारा वर्ष 2020 में लॉक डाउन के बाद से ऑनलाईन सट्टा खिलाकर लगभग 450 करोड़ रू मासिक की अवैध आय अर्जित की जाती रही है

महादेव बुक एप के प्रमोटर्स एवं पैनल ऑपरेटर्स के द्वारा इस अवैध अर्जित आय के ट्रांजेक्शन के लिए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बैंक अकाउण्टस खोले गये तथा सैकड़ों बैंक अकाउण्टस कमीशन के आधार पर लेकर सट्टा से प्राप्त राशि का संचालन किया गया। महादेव बुक एप के प्रमोटर्स को पैनल ऑपरेटर्स द्वारा स‌ट्टा की अवैध राशि विभिन्न बैंक अकाउण्ट के माध्यम से ट्रांसफर किया जाकर संयुक्त अरब अमीरात तक पहुंचाया गया है,महादेव बुक एप के प्रमोटर्स ऑनलाईन सट्टा से प्राप्त अवैध राशि से ऑनलाईन द्वारा सट्टा के प्रमोशन के लिये सट्टेबाजी वेबसाईटों का विज्ञापन हेतु भारी मात्रा में नगद रकम खर्च की गयी। इस हेतु वार्षिक स्टार स्टडेड कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते थे, जिनमें शामिल मशहूर हस्तियों को सट्टेबाजी से प्राप्त अवैध राशि से भुगतान किया जाता था,महादेव बुक एप के प्रमोटर्स द्वारा ऑनलाईन बैटिंग से प्राप्त अवैध राशि को भारी मात्रा में कई कंपनियों, शैल कंपनियों एवं शेयर मार्केट में निवेश किया गया है। इसी तरह इन प्रमोटर्स के द्वारा किप्टो करेंसी में भी निवेश किया गया है। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा महादेव ऑनलाईन बुक के साथ जुड़े हरीशंकर तिबरेवाल के द्वारा इसी तरह का स्काई एक्सचेंज नामक बेटिंग प्लेटफार्म चलाया जा रहा था, जिसके पास से अवैध कमाई द्वारा अर्जित लगभग 580 करोड़ रू की संपत्ति प्रवर्तन निदेशालय द्वारा अटैच की गयी है

महादेव बुक एप के प्रमोटर्स द्वारा ऑनलाईन बैटिंग एप के इस आपराधिक कृत्य के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही को रोकने के लिए विभिन्न पुलिस व प्रशासनिक अधिकारीगण तथा प्रभावशाली राजनीतिक व्यक्तियों का संरक्षण प्राप्त किया गया, जिसके एवज में उन्हें नियमित तौर पर प्रोटेक्शन मनी के रूप में भारी राशि दी गयी। उक्त अवैध राशि की व्यवस्था एवं वितरण हेतु हवाला ऑपरेटरों का इस्तेमाल किया गया साथ ही पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को अवैध प्रोटेक्शन मनी वितरण हेतु पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों का भी उपयोग किया गया। यह प्रोटेक्शन मनी की राशि हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से राशि वितरण करने वाले पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी तक पहुंचती थी, जिसे उनके द्वारा संबंधित पुलिस/प्रशासनिक अधिकारियों तथा प्रभावशाली राजनीतिक व्यक्तियों को वितरीत की जाती थी। विभिन्न पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी एवं प्रभावशाली राजनीतिक व्यक्तियों द्वारा अपने पद का दुरूपयोग करते हुए प्रोटेक्शन मनी के रूप में अवैध आर्थिक लाभ प्राप्त करते हुए अवैध संपत्ति अर्जित की गयी है। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा कई अचल संपत्तियों का प्रोविजनल अटैचमेंट किया गया है,इस प्रकार महादेव बुक एप के प्रमोटर्स द्वारा अपने सहयोगी पैनल ऑपरेटर्स, चेकर्स, पंटर्स, लोकसेवकों एवं अन्य लोगों के साथ मिलकर अपराधिक षड़यंत्र करते हुए ऑनलाईन सट्टा के जरीए भारी मात्रा में अवैध आय अर्जित की गयी। इस सम्पूर्ण आपराधिक कृत्य में शामिल लोगों के विरूद्ध प्रथम दृष्टया धारा 120 बी, 34, 406, 420, 467, 468 471 भा.द.वि तथा धारा 7. 11 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 यथा संशोधित भ्र.नि. (संशोधन) अधिनियम 2018 का अपराध कारित किया जाना पाये जाने से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया,कार्यवाही जो की गई: उपरोक्त विवरण से धारा 120 बी, 34, 406, 420, 467,468, 471 भा.द.वि तथा धारा 7. 11 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 यथा संशोधित भ्र.नि. (संशोधन) अधिनियम 2018 का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया

fIR-महादेव एप्प मामले में लॉकडाउन अवधि में प्रतिमाह 450 करोड रुपए अर्जित करने का लगा आरोप, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित अनेकों लोगों पर हुआ मामला दर्ज,EOW की क्या होगी आगे की कार्रवाई, पूरे प्रदेश में चर्चा जोरों पर, रिपोर्ट कर्ता ने लिखवाया- सैकड़ो बैंक खाते खुलवाकर संयुक्त अमीरात तक पहुंचाया गया पैसा, पुलिस अधिकारी- कर्मचारी से लेकर प्रभावशाली राजनैतिक से जुड़े लोगो को भी दिया गया पैसा kshititech
महादेव एप्प मामले में EOW  द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी  की जानकारी विस्तार पूर्वक
fIR-महादेव एप्प मामले में लॉकडाउन अवधि में प्रतिमाह 450 करोड रुपए अर्जित करने का लगा आरोप, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित अनेकों लोगों पर हुआ मामला दर्ज,EOW की क्या होगी आगे की कार्रवाई, पूरे प्रदेश में चर्चा जोरों पर, रिपोर्ट कर्ता ने लिखवाया- सैकड़ो बैंक खाते खुलवाकर संयुक्त अमीरात तक पहुंचाया गया पैसा, पुलिस अधिकारी- कर्मचारी से लेकर प्रभावशाली राजनैतिक से जुड़े लोगो को भी दिया गया पैसा kshititech
महादेव एप्प मामले में EOW द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी की जानकारी विस्तार पूर्वक

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