नेता प्रतिपक्ष महंत के गढ़ में कांग्रेस को बड़ा झटका- पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्यामसुंदर अग्रवाल ने कहा कांग्रेस को अलविदा, मामला नगर पालिका अध्यक्ष की टिकट का, अब निर्दलिय ही लड़ेंगे श्यामसुंदर अग्रवाल
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ती-छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ चरण दास महंत के गृह क्षेत्र एवं उनके विधानसभा मुख्यालय शक्ति शहर में ठीक नगर पालिका चुनाव के दौरान कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है, दशकों से कांग्रेस पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में काम करने वाले एवं साल 2014 से 2019 तक कांग्रेस पार्टी से नगर पालिका अध्यक्ष रहे एवं वर्तमान में जिला कांग्रेस कमेटी शक्ति जिले के उपाध्यक्ष पद का निर्वहन कर रहे तथा अग्रवाल सभा शक्ति के अध्यक्ष श्यामसुंदर अग्रवाल ने नगर पालिका अध्यक्ष के चुनाव में टिकट वितरण में नाराजगी को लेकर 29 जनवरी को जिला कांग्रेस कमेटी शक्ति के अध्यक्ष त्रिलोक चंद्र जायसवाल दादू को अपना इस्तीफा सौंप दिया, जिसमे कांग्रेस नेता श्यामसुंदर अग्रवाल ने कांग्रेस के सभी पदों सहित प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा देने की बात कही है, साथ ही श्यामसुंदर अग्रवाल ने कहा है कि मैंने कांग्रेस पार्टी की दशकों तक सेवा की है, तथा मुझे कांग्रेस पार्टी छोड़ने का बेहद दुख है, किंतु नगर पालिका अध्यक्ष के निर्वाचन में मेरी दावेदारी के बावजूद कांग्रेस पार्टी ने मुझे टिकट के योग्य नहीं समझा एवं इन बातों से मुझे पीड़ा पहुंची है, तथा कांग्रेस पार्टी ने अपने दशकों पुराने कार्यकर्ता को छोड़कर एक ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया जो कि स्वयं कई बार अनेको राजनीतिक पार्टियों में जा चुके हैं, उपरोक्त जानकारी पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्यामसुंदर अग्रवाल ने 29 जनवरी को अपने कार्यालय में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान कही तथा इस दौरान श्यामसुंदर अग्रवाल ने कहा कि वे एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में शक्ति शहर की जनता के बीच वोट मांगने के लिए जाएंगे तथा उन्हें पूरा विश्वास है कि शहर की जनता अपने इस जनसेवक को दोबारा नगर पालिका अध्यक्ष चुनेगी तथा वे शहर की जनता की सेवा करेंगे, वहीं श्यामसुंदर अग्रवाल ने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष महंत जी से उनके पारिवारिक संबंध पहले भी रहे हैं तथा आगे भी ये संबंध बने रहेंगे संबंधों में कभी कोई दरारे नहीं आएगी, तथा महंत जी सदैव मेरे छोटे-बड़े सभी पारिवारिक कार्यक्रमों में उपस्थित होकर हमें अपना आशीर्वाद देते रहे हैं