


शक्ति के रेलवे स्टेशन में किसी भी सामाजिक संगठन ने पानी पिलाने नहीं ली रुचि, रेलवे प्रशासन ने किया था सामाजिक संगठनों से निवेदन
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ति-शक्ति शहर में सामाजिक, जन सेवा एवं रचनात्मक कार्यों में शहर के विभिन्न सामाजिक संगठन वर्ष भर सक्रिय नजर आते हैं, किंतु शहर के रेलवे स्टेशन में वर्तमान में पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए रेल यात्रियों को पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है, तथा रेलवे प्रशासन द्वारा प्लेटफार्म नंबर एक पर लगाया गया वाटर कूलर का तो भगवान ही मालिक है,साल के 365 दिन में 300 दिन यह वाटर कूलर खराब रहता है, तथा वाटर कूलर भी जब चालू रहता है तो उससे ठंडा पानी आने की बजाय सामान्य पानी ही आता है
तथा रेलवे प्रशासन ने इन सभी समस्याओं को देखते हुए विगत दिनों मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय से एक आदेश जारी किया था, जिसमें सभी रेलवे अधिकारियों को अपने-अपने रेलवे स्टेशनों में स्थानीय स्तर पर सामाजिक संगठनों से मिलकर वहां पानी के प्याऊ खोलना आग्रह किया गया था, तथा बकायदा मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय ने इसका जोर-जोर से प्रचार प्रसार भी किया था, एवं सभी स्थानों पर स्थानीय समाचार पत्रों में भी इसकी जानकारी दी गई थी, किंतु शक्ति शहर के रेलवे स्टेशन में पानी पिलाने के लिए कोई भी सामाजिक संगठन आगे नहीं आया है,तथा रेलवे प्रशासन की इस पहल के बावजूद सामाजिक संगठनों द्वारा रुचि न लिया जाना समझ से परे है,तथा शहर में सामाजिक संगठन सालभर सेवा कार्यों में अग्रणी नजर आते हैं, किंतु रेलवे स्टेशन में किसी भी संगठन का रुचि नहीं लेना आखिरकार किस बात की ओर इशारा करता है, यह सवालिया निशान लगा रहा है, तथा रेल यात्रियों को भीषण गर्मी के चलते पानी नहीं मिलने से परेशान है, तथा शक्ति का रेलवे स्टेशन एक बड़ा रेलवे स्टेशन है जहां सुबह 5:00 से देर रात्रि तक रेल यात्रियों का आना-जाना लगा रहता है, किंतु रेलवे प्रशासन को यदि सामाजिक संगठन पानी के प्याऊ खोलने के लिए नहीं मिल रहे हैं तो कम से कम अपनी स्वयं की रेलवे की व्यवस्था कर सकता है