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जमीनों में कर दिया करोड़ो का खेला- स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में शामिल खादी बुनकर मजदूरों की पंडरी स्थित संपत्ति में प्रशासनिक अधिकारियों की साठ गांठ से भू माफियाओ ने लगाई सेंध ग्राम सेवा समिति के राजस्व रिकार्ड में कूटरचना कर खादी मजदूरों की बेच दी गई करोड़ों की जमीन,कूटरचना करने वाले अधिकारियों व भू माफियाओ पर कारवाई करने खादी मजदूरों ने दिया धरना, 22 सितंबर को समिति ने किया रायपुर में चरखा चलाकर विरोध

जमीनों में कर दिया करोड़ो का खेला- स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में शामिल खादी बुनकर मजदूरों की पंडरी स्थित संपत्ति में प्रशासनिक अधिकारियों की साठ गांठ से भू माफियाओ ने लगाई सेंध ग्राम सेवा समिति के राजस्व रिकार्ड में कूटरचना कर खादी मजदूरों की बेच दी गई करोड़ों की जमीन,कूटरचना करने वाले अधिकारियों व भू माफियाओ पर कारवाई करने खादी मजदूरों ने दिया धरना, 22 सितंबर को समिति ने किया रायपुर में चरखा चलाकर विरोध kshititech
22 सितंबर को समिति द्वारा रायपुर में कार्रवाई को लेकर दिया गया धरना

स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में शामिल खादी बुनकर मजदूरों की पंडरी स्थित संपत्ति में प्रशासनिक अधिकारियों की साठ गांठ से भू माफियाओ ने लगाई सेंध ग्राम सेवा समिति के राजस्व रिकार्ड में कूटरचना कर खादी मजदूरों की बेच दी गई करोड़ों की जमीन,कूटरचना करने वाले अधिकारियों व भू माफियाओ पर कारवाई करने खादी मजदूरों ने दिया धरना, 22 सितंबर को समिति ने किया रायपुर में चरखा चलाकर विरोध

शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर

सक्ति- पूर्ववर्ती सरकार में महासमुन्द व आरंग क्षेत्र के कुछ लोगो द्वारा राजस्व अधिकारियों से साठगांठ कर खादी बुनकर मजदूरों की पंडरी स्थित खादी भंडार की जमीन के राजस्व रिकार्ड में कूटरचना कर 60 साल पूर्व विक्रय की जा चुकी फर्जी रजिस्ट्री से चढ़ाई 1,80,000 वर्गफीट बेशकीमती करोड़ों की जमीन अपने परिवार के 13 सदस्यों के नाम, फिर कूटरचित हक त्याग पत्र तैयार कर उसे पंजीकृत बताकर तहसीलदार से मिलकर 11 लोगों का नाम गैरकानूनी रुप से विलोपित करवा, ग्यारह करोड़ का पार्टनरशीप डीड राज्य सरकार का फर्जी आदेश पत्र बनाकर एक ही दिन में किया ट्रांसफर, जबकि पन्द्रह दिवस से पूर्व नामांतरण नहीं हो सकता

ज्ञात हो कि बुनकर मजदूर व संस्था के पदाधिकारी साल भर पूर्व कूटरचना किए गए राजस्व रिकार्ड को सुधारने लगा रहे राजस्व अधिकारियों के चक्कर, अपनी सम्पत्ति को भू माफियाओ के चंगुल से छुड़ाने चक्कर लगा कर थके बुनकर मजदूर व समिति के पदाधिकारियों ने गांधी पुतला आजाद चौक में आज दिया धरना, धरने में प्रतीकात्मक विरोध करने बुनकर मजदूरों ने चरखा चलाकर किया विरोध, समिति के मंत्री अजय तिवारी ने बताया कि स्वतंत्रता संग्राम के युद्ध में स्वदेशी खादी वस्त्रों को बढ़ावा देने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों द्वारा अपने अंशदान से वर्ष 1948 से पंजीकृत खादी बुनकर मजदूरों की संस्था के लिए खादी भंडार खोलने ग्राम पंडरी में 11.73 एकड़ जमीन चार पंजीकृत विक्रय पत्रों द्वारा खरीदी थी वर्ष 1961 में राजस्व अभिलेखों में अपना नाम चढ़ाने के पश्चात् खादी वस्त्रागार व बुनकर मजदूरों के निवास के लिए निर्माण करने तत्कालीन संचालक एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वैंकटेश कोहाड़े द्वारा अनुविभागीय अधिकारी को वर्ष 1963 में आवेदन देकर खसरा नंबर 267, 268, 269, 270, 271, 272, 273, 274, 275, 276, 281, 282, 283, 298, 299/1क, 299/1घ, 299/1छ, 299/1, 300/1 रकबा 10.38 एकड़ डायवर्सन कराया था जिसे अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा 21 अक्टूबर 1963 को मंजुरी दिए जाने के पश्चात् राजस्व विभाग के परिवर्तित संधारण खसरा शीट नंबर 28 के प्लाट नंबर 1,2,3,4,5 एवं 6 देकर दर्ज किया गया था जो कि वर्ष 1964 से लगातार ग्राम सेवा समिति के नाम पर दर्ज चला आ रहा था कि अचानक कुछ भू माफियाओ ने राजस्व अधिकारी एवम तत्कालीन तहसीलदार से साठगांठ की, ग्राम सेवा समिति के पदाधिकारी अध्यक्ष डॉ. सुरेश शुक्ला व मंत्री अजय तिवारी ने बताया कि वर्ष 2008 में ही भू माफियाओ ने समिति की 1.5 एकड़ जमीन का फर्जी नामांतरण तहसीलदार व पटवारी से करवा लिया गया था जिसकी शिकायत समिति द्वारा तत्कालीन कलेक्टर विकास शील से की गई थी जिस पर तत्काल कार्यवाही करते हुए कलेक्टर श्री शील द्वारा जॉच करवई गई,तहसीलदार व पटवारी को निलंबित कर भू माफियाओ सहित तहसीलदार व पटवारी को जेलयात्रा भी करवा दी थी वर्ष 2010 में भी तत्कालीन कलेक्टर ने भी भू माफियाओ के खिलाफ कड़ी कार्यवाही कर समिति की जमीन भू माफिया के चंगुल से छुड़वाई थी छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट (माननीय न्यायाधीश टीपी शर्मा) ने 03.08.2011 को लिखे अपने फैसले में ग्राम सेवा समिति को ही जमीन का असली हकदार व कलेक्टर विकास शील व संजय गर्ग के आदेश को सही माना है

भू माफियाओं ने शासन को करोड़ो रुपयों के परिवर्तित राजस्व का भी नुकसान किया गया है।समिति के पदाधिकारी व सदस्यों ने भू माफियाओं के बढ़ते हौसले व संस्थाओं की जमीनों पर राजस्व अधिकारियों द्वारा की गई कूटरचना के दोषी अधिकारियों को तत्काल निलंबित करने तथा कूटरचित राजस्व अभिलेखों को पूर्ववत् करने सहित अपराधिक प्रकरण दर्ज कर करवाई की मांग की हैl

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