

32 वें वर्ष का आयोजन- डोंड़की में सतनाम महामहोत्सव का आयोजन 29 जनवरी से 31 जनवरी तक, 1990 से चला आ रहा है निरंतर सतनाम महोत्सव की परंपरा, पंथी नृत्य से प्रारंभ हुआ था आयोजन
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ती-सक्ती जिले के सक्ती विकासखंड अंतर्गत ग्राम डोंड़की- भांठापारा में आगामी 29 जनवरी से 31 जनवरी तक तीन दिवसीय सतनाम महा महोत्सव का भव्य भक्तिमय आयोजन होने जा रहा है। आयोजन की तैयारी में डोंड़की ग्रामवासी लगे हुए हैं। इस संबंध में डोंड़की निवासी तथा आयोजन समिति के सदस्य कैलाश लहरे ने बताया कि डोंड़की गांव में बहुत लंबे समय से हर साल गुरू बाबा घासीदास जी के जयंती के तारतम्य में तीन दिवसीय सतनाम महामहोत्सव का आयोजन होते आ रहा है। इससाल का आयोजन 32 वां आयोजन होने जा रहा है। आयोजन समिति के संजू भारद्वाज ने बताया कि इस साल तीन दिवसीय सतनाम महामहोत्सव में 29 से 31 जनवरी तक बाबा गुरू घासीदास के मनखे-मनखे एक बरोबर पर आधारित समतामूलक सतनाम विचारधारा के संदेश को पंथीलोक नृत्य व गीत संगीत के माध्यम से बताया जायेगा। इस दौरान तीनों दिन रात्रि कालीन कार्यक्रम में पंथी लोक नृत्य की धूम रहेगी। आयोजन समिति ने कार्यक्रम को रोचक व आनंददायी बनाने के लिए पंथी कलाकारों के लिए पुरस्कारों का ऐलान भी किया है जिसमें प्रथम स्थान पर रहने वाले कलाकारों को 11000 रू व मोमेंटो प्रदान किया जायेगा। इसी क्रम में दूसरे स्थान पर रहने वाले पंथी दल को 9000 रू व मोमेंटो, तीसरे स्थान प्राप्त कलाकारों को 7000 रू व मोमेंटो, चौथे स्थान वालों को 5000 रू व मोमेंटो तथा पांचवें स्थान प्राप्त कलाकारों को 3000 रू व मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। इतना ही नहीं इस बार आयोजन समिति ने बैठक दल के कलाकारों के लिए अलग से इनाम की घोषणा की है जिसके तहत प्रथम स्थान पर रहने वाले कलाकारों को 3000 रू व मोमेंटो, दूसरे स्थान प्राप्त को 2000 रू तथा तीसरे स्थान प्राप्त कलाकारों को 1500 रू व शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। गौरतलब हो कि डोंड़की गांव में 90 के दशक से पंथी लोक नृत्य पर आधारित तीन दिनी सतनाम महामहोत्सव का आयोजन होते चले आ रहा है जिसमें दूर-दूर से पंथी लोक नर्तक दल बाबा गुरू घासीदास जी के सतनाम संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का काम करते हैं। इस आयोजन को लेकर डोंड़की-भांठापारा में भक्तिमय वातावरण निर्मित होने लगा है