गुरुदेव ने कहीं बड़ी बात- राम नाम ही है आपके जीवन का आधार,भौतिकता की चकाचौंध में ना खोए मनुष्य, गुरु पूर्णिमा पर दिया परम पूज्य कापालिक बाबा ने भक्तों को संदेश, बड़ी राजनैतिक एवं सामाजिक दिग्गज हस्तियां भी पहुंची बाबा के चरणों में,निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का भी मिला लोगों को लाभ




राम नाम ही है आपके जीवन का आधार,भौतिकता की चकाचौंध में ना खोए मनुष्य, गुरु पूर्णिमा पर दिया परम पूज्य कापालिक बाबा ने भक्तों को संदेश, बड़ी राजनैतिक एवं सामाजिक दिग्गज हस्तियां भी पहुंची बाबा के चरणों में,निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का भी मिला लोगों को लाभ
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ती- अघोर पीठ जन सेवा अभेद आश्रम पोंडी दल्हा के द्वारा गुरु पूर्णिमा पर्व को पोंडी दल्हा में हज़ारों भक्तों के बीच भक्तिमय वातावरण में मनाया गया। औघड़ पीर पर्व के रूप में मनाये जाने वाले इस पर्व की शुरुआत प्रातः पांच बजे प्रभात फेरी से की गयी। आश्रम के भक्तों एवं श्रद्धालुओं ने परिसर में सफाई एवं श्रमदान किया। आश्रम परिसर में अघोर पीठ जन सेवा अभेद आश्रम का ध्वजारोहण किया गया एवं सफलयोनि का पाठ हुआ। अघोर पीठ जन सेवा अभेद आश्रम के अध्यक्ष परम पूज्य बाबा कापालिक धर्म रक्षित राम जी अपने आसन पर सुबह 11:30 बजे विराजमान हुए और दर्शन-पूजन का कार्यक्रम की शुरुआत हो गई जो रात्रि नव बजे तक चली। गुरु दर्शन के लिए छह हज़ार से ज्यादा लोग आश्रम परिसर में आए और गुरूदर्शन का लाभ लिया। गुरु दर्शन के कार्यक्रम के साथ ही आश्रम स्थित अघोर चिकित्सालय अस्पताल में विभिन्न क्षेत्र के ख्याति प्राप्त चिकित्सको ने अपनी सेवाएँ दी। इसके बाद फिर रात्रि के ग्यारह बजे तक प्रसाद वितरण का कार्यक्रम चला। इस कार्यक्रम के संचालन और सुरक्षा में आश्रम के स्वयं सेवकों के साथ आश्रम के विद्यालय अघोर विद्या पीठ के बच्चे एव आर के सिंह स्कूल के एनएसएस के विद्यार्थी, विधुत विभाग, थाना अकलतरा एवं यातायात विभाग जाँजगीर का भी योगदान रहा।
सायंकाल को हुई युवा एवं महिला गोष्ठी में देश भर से आए भक्तों को आशीर्वाद देते हुए संस्था के अध्यक्ष परम पूज्य कापालिक धर्म रक्षित राम जी ने कहा कि राम-नाम नामक मणि को अपने साथ हमेशा रखें। हमारी आस्था, विश्वास, हमारे संस्कार, हमारे कर्म यहाँ तक ले आते हैं। यहाँ पर आने के पश्चात् हम लोगों ने जो भी बातें आप सभी के मुख से हमने सुनीं वह सब अघोरेश्वर महाप्रभु की वाणियाँ हैं जो हमारे अघोर ग्रंथावली में लिखी हुई हैं। आशा है इन सबको हम लोग ग्रहण करेंगे, नहीं तो हमारा यहाँ दूर-दूर से आना, रहना, अपना समय देना हो सकता है कि व्यर्थ चला जाय। आज के इस चकाचौंध भरे भौतिक युग में हम लोगों की भौतिक उन्नति तो हुई है, लेकिन हम अपने संस्कार, अपनी संस्कृति और अपने पूर्वजों की दी हुई सीख को कदापि न भूलें। आज के समय में हम बहुत सी चीजों का रसास्वादन करते रहते हैं लेकिन हमारी रसना राम-नाम के रसास्वादन से वंचित रह जाती है। हमारा यह शरीर भी एक दिन काल-कवलित हो जाता है और जिसके मोह में पड़ के हर तरह के भौतिकता की चकाचौंध में अंधे होकर कृत्य-अकृत्य हम करते हैं वह भी काल-कवलित हो जायेगा। हमारे द्वारा बनाए गए बड़े-बड़े मकान, कंगूरे सब एक-न-एक दिन नष्ट हो जाते हैं। हम अपने भविष्य को क्यों खराब करें। हम अपने सारे कार्यों को करते हुए उस राम-नाम रुपी मणि को अपने साथ हमेशा रखें। हम अच्छा कर्म करें और जरुरतमंदों की मदद अवश्य करें, लेकिन समय-काल और परिस्थिति को देखते हुए अपनी रक्षा के उपाय भी अवश्य करें। यह नहीं कि आपको कोई मारने आ रहा है या कोई सांड ही आपको मरने आ रहा है तो आप किसी का इन्तजार करें कि कोई आकर हमें बचा ले, उस समय आपके हाथ में जो कुछ भी रहेगा उसी से प्रहार करके आप अपनी रक्षा कर सकते हैं। शरीर की रक्षा के लिये उसके उपाय और संशाधन हमें रखने होंगे। क्योंकि इसी मनुष्य शरीर से हम ज्ञान सहित सब कुछ प्राप्त कर सकते हैं। मोह ग्रसित हो जिस चीज से हमलोग सबसे अधिक डरते हैं वह तो अवश्य ही आनी है। हमारा सबसे बड़ा डर मृत्यु को लेकर है। यह शरीर किसी का भी रहा नहीं है। हाँ, आपकी और हमारी आत्मा को कोई नहीं छू सकता। न कोई डरा सकता है, न मार सकता है और न नष्ट ही कर सकता है। राम-नाम के सूत्र को पकडे रहेंगे तो हमारा वह भय भी जाता रहेगा। बहुत धन या संपत्ति हो जाने पर हममें एक अहंकार भी आ जाता है कि अरे यह सब तो मैंने ही इकठ्ठा किया है और वही अहंकार उसके संस्कार और कर्मों को नीचे गिरा देते हैं। हो सकता है कि आज जो आपके पास है वह आपके पूर्व जन्मों के कर्मों का फल हो या आपके माता-पिता के अच्छे संस्कारों के चलते य पूर्वजों के सद्कर्मों की देन हो या हमारी गुरुजनों के प्रति निष्ठा के चलते मिला हो
निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का लोगों मिला लाभ
गुरु पूर्णिमा के पर संस्था की ओर से सुबह नि:शुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित किया गया।आश्रम के व्यस्थापक गोपाल राम जी ने अवधूत भगवान राम के तैलचित्र पर दीप प्रज्वलित कर स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इसमें काफी उत्साह देखने को मिला। बड़ी संख्या में ग्रामीण एवं शहरवासियों ने स्वास्थ्य लाभ लिया। चिकित्सकों को दिखाने के लिए कतार लगी रही। लोग अपनी बारी का इंतजार करते दिखे। शिविर में करीब 542 लोगों ने स्वास्थ्य लाभ लिया।शिविर सुबह 10 से 4 बजे तक चला। किम्स अस्पताल बिलासपुर के डॉक्टर वाई आर राजशेखर कृष्णा- ऑर्थो स्पाइन सर्जन, डा. डाक्टर दयामणि साहू, डाक्टर मंजू राठौर, नेत्र सहायक प्रीतेश सिंह चंदेल, श्री मल्टी स्पेशलिटी जाँजगीर से डॉ. सूर्यप्रकाश (एम.डी.), डॉ. सुनील साहू (एम.बी.बी.एस), मेडिसीन विशेषज्ञ डॉ. शुभम शुक्ला (एम.डी.), डॉ. संदीप तिवारी नेत्र रोग विशेषज्ञ फेको कैटरेक्ट एवं लेजर सर्जन, संकल्प नेत्र चिकित्सालय, बिलासपुर (छ.ग.) एवं प्रेम चश्मा घर एवं आई केयर सेन्टर, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. आलोक मंगलम (एम.डी.), प्रथम हॉस्पिटल से हड्डी रोग विशेषज्ञ, डॉ. वैभव कौशिक (एम.बी.बी.एस, आर्थोपेडिक), बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. मनोज चन्द्रकार (एम.बी.बी.एस. एम.डी. पीडियाट्रिक), डॉ. सुभाष सिंह (एम.बी.बी.एस. एम.डी.), डॉ. संदीप चन्देल (एम.ए.एम.एस) चिकित्सकों ने बारी-बारी से मरीजों की जांच कर परामर्श दिया तथा निःशुल्क की दवा वितरण में सहयोग किया। कार्यक्रम पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एव वर्तमान विधायक धरमलाल कौशिक, क्षेत्रीय विधायक राघवेन्द्र सिंह, पूर्व विधायक चुन्नी लाल साहू, भाजपा जिलाध्यक्ष अंबेश जांगेडे, गुलाब सिंह पूर्णेन्द्र सिंह दिवाकर राणा मुख्य रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में अम्बिकापुर से आए डाक्टर कृष्ण मोहन पाठक ने आभार प्रदर्शन किया।