छत्तीसगढ़रायपुरसक्ती

शक्ति जिले में धान परिवहन की धीमी गति से समितियो में लगा हजारों क्विंटल धान का अंबार, समिति प्रबंधकों ने कहा- यही हाल रहा तो खड़ी होगी मुश्किलें, समितियो में जगह की कमी से किसानों को भी हो सक्ति है परेशानियां, 10 जनवरी को ट्रक ड्राइवरो की हड़ताल की उड़ी जन चर्चाओं से भी समिति प्रबंधक रहे तनाव में

शक्ति जिले में <em>धान परिवहन की धीमी गति से समितियो में लगा हजारों क्विंटल धान का अंबार, समिति प्रबंधकों ने कहा- यही हाल रहा तो खड़ी होगी मुश्किलें, समितियो में जगह की कमी से किसानों को भी हो सक्ति है परेशानियां</em>, 10 जनवरी को ट्रक ड्राइवरो की हड़ताल की उड़ी जन चर्चाओं से भी समिति प्रबंधक रहे तनाव में Console Corptech
शक्ति जिले के धान खरीदी केंद्रों में लगा धान का अंबार
शक्ति जिले में <em>धान परिवहन की धीमी गति से समितियो में लगा हजारों क्विंटल धान का अंबार, समिति प्रबंधकों ने कहा- यही हाल रहा तो खड़ी होगी मुश्किलें, समितियो में जगह की कमी से किसानों को भी हो सक्ति है परेशानियां</em>, 10 जनवरी को ट्रक ड्राइवरो की हड़ताल की उड़ी जन चर्चाओं से भी समिति प्रबंधक रहे तनाव में Console Corptech
शक्ति जिले के धान खरीदी केंद्रों में लगा धान का अंबार

धान परिवहन की धीमी गति से समितियो में लगा हजारों क्विंटल धान का अंबार, समिति प्रबंधकों ने कहा- यही हाल रहा तो खड़ी होगी मुश्किलें, समितियो में जगह की कमी से किसानों को भी हो सक्ति है परेशानियां

शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर

सक्ति-शक्ति जिले के अनेको धान खरीदी केदो में परिवहन की धीमी गति से समितियो में हजारों क्विंटल धान का अंबार लग गया है, जिसके चलते समिति प्रबंधक बेहद परेशान है,तो वही 10 जनवरी को जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शक्ति,अड़भार,बाराद्वार शाखा के अंतर्गत विभिन्न समिति प्रबंधकों से चर्चा किये जाने पर उन्होंने कहा कि उनकी समितियो में हजारों कुंतल धान जाम है तथा परिवहन कर्ताओ/मिलरों द्वारा इक्का-दुक्का गाड़ियां ही लगाने से धान परिवहन नहीं हो पा रहा है

तथा प्रतिदिन धान की आवक तेज होने से उन्हें रखने की जगह नहीं है, एवं मौसम का भी खतरा बना रहता है,वहीं 10 जनवरी को तो ट्रक यूनियन की हड़ताल की उड़ी खबरों ने भी समिति प्रबंधकों को आफत में डाल दिया था, तथा 9 जनवरी से इस बात को लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार हो रहा था कि 10 जनवरी से ट्रक ड्राइवरो की हड़ताल के चलते धान का परिवहन भी थमने वाला है, किंतु ऐसा कुछ नजर नहीं आया लेकिन यह बात तो सत्य है कि इस वर्ष धान परिवहन की धीमी गति से समितियो में स्थिति खराब हो चली है, तथा जिला प्रशासन को चाहिए की समितियो से परिवहन होने वाले धान के लिए समुचित व्यवस्था करते हुए कार्रवाई करें,जिससे धान खरीदी केंद्रों में भी किसानों को आसानी से धान बिक्री करने में सुविधा मिल सके, वही शक्ति कलेक्टर ने भी प्रति सप्ताह टीएल की मीटिंग में समितियो में धान के परिवहन को लेकर सख्त निर्देश दिए हैं, किंतु उसके बावजूद न जाने क्यों समितियो में इतना ढेर सारा धान इकट्ठा होना विभाग की सक्रियता पर प्रश्न चिन्ह लगता है

प्रातिक्रिया दे

Back to top button