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विकलांगता पर संवाद- दो दिवसीय ‘विकलांग विमर्श: अस्तित्व का संघर्ष’ संगोष्ठी का 18 अगस्त को हुआ समापन, देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचे परिषद के सदस्य, न्यायमूर्ति चंद्र भूषण वाजपेई भी रहे पूरे आयोजन में मौजूद

विकलांगता पर संवाद- दो दिवसीय 'विकलांग विमर्श: अस्तित्व का संघर्ष' संगोष्ठी का 18 अगस्त को हुआ समापन, देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचे परिषद के सदस्य, न्यायमूर्ति चंद्र भूषण वाजपेई भी रहे पूरे आयोजन में मौजूद Console Corptech
बिलासपुर में 18 अगस्त को हुआ विकलांगता विषयक विमर्श संगोष्ठी कार्यक्रम का समापन

विकलांगता पर संवाद- दो दिवसीय ‘विकलांग विमर्श: अस्तित्व का संघर्ष’ संगोष्ठी का 18 अगस्त को हुआ समापन, देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचे परिषद के सदस्य, न्यायमूर्ति चंद्र भूषण वाजपेई भी रहे पूरे आयोजन में मौजूद

शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर

सकती-अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद् एवं प्रयास प्रकाशन बिलासपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘विकलांग विमर्श : अस्तित्व का संघर्ष’ नामक विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन आज न्यायमूर्ति चंद्रभूषण वाजपेई के मुख्य आतिथ्य, राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ.विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता एवं डॉ श्याम लाल निराला (प्राचार्य), डॉ. धर्मभूषण श्रीधर गौरहा, शिक्षाविद् शिवशंकर सिंह के विशेष अतिथ्य में सोत्सव संपन्न हुआ,गीता देवी रामचंद्र अग्रवाल नि:शुल्क अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र मोपका के परिसर में संबोधित करते हुए बाजपेई जी ने कहा कि जहां इस परिषद् के माध्यम से विकलांग विमर्श की शुरुआत की बात कही, वहीं डॉ. डी.पी. अग्रवाल को इस विमर्श का पुरोधा डॉ. विनय कुमार पाठक को प्रवर्तक के रूप में प्रस्थापित किया । डॉ. पाठक ने इस 13 वीं राष्ट्रीय संगोष्ठी में छ: प्रदेश के शिक्षाविदों, समीक्षकों, शोधार्थियों और समाज सेवियों की सहभागिता को अविस्मरणीय निरूपित करते हुए इस ग्रंथ को दीनदयाल यादव के संपादन में प्रकाशित करने की घोषणा की

डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने ‘हौसले के आईने में ज़िन्दगी के मायने: संदर्भ विकलांग विमर्श’ विषय पर सारगर्भित व्याख्यान दिया । डॉ. रामशंकर भारती (झांसी) ने विकलांग विमर्श संबंधित व्यावहारिक पक्ष को रखा । डॉ.अखिलेश तिवारी, डॉ अनिता सिंह, डॉ. अनिता ठाकुर ने भी अपनी बात रखी । इस महत्वपूर्ण विमर्श कार्यक्रम में कवियों के काव्य पाठ को प्रशंसा मिली। उल्लेखनीय है किइन चुनिंदा कवियों को संपादित करके डॉ.प्रीति प्रसाद ने प्रकाशित करने की घोषणा की । मदनमोहन अग्रवाल राष्ट्रीय महामंत्री ने इस राष्ट्रीय संगोष्ठी को अति महत्वपूर्ण निरुपित किया । राजेन्द्र अग्रवाल राजू ने मंच संचालन करते हुए सभा में पधारे सभी अतिथियों का पुष्प गुच्छ से स्वागत किया,डीपी गुप्ता संगठन मंत्री, राजेश पाण्डेय संगठन मंत्री, राजू सुल्तानिया राष्ट्रीय मंत्री ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। रायपुर से पधारे राष्ट्रीय मार्गदर्शक विरेन्द्र पाण्डेय जी ने इस संस्थान में निरंतर शल्यक्रिया की जा सके इसके लिए सरकार से अनुमति प्रदान करने की बात कही। सत्येन्द्र अग्रवाल प्रांतीय अध्यक्ष रायपुर ने आगामी परिचय सम्मेलन एवं दिव्यांग जनों का सामूहिक विवाह रायपुर में होने की बात कही

शक्ति से रामावतार अग्रवाल, अमर अग्रवाल, कन्हैया गोयल, डॉ. सुरेश माहेश्वरी (अमलनेर), मुरारी लाल परमार, बीएल गोयल, आभा गुप्ता, डॉ. संगीता बनाफर, विष्णु कुमार तिवारी, हेमंत गौर, तुलसी देवी तिवारी, बसंती वर्मा , रश्मि लता मिश्रा, संतोष कुमार शर्मा, रमेशचंद्र श्रीवास्तव, गिरिजा शंकर कुशवाह की गरिमामयी उपस्थिति रही । डॉ. अरुण यदु ने कार्यक्रम का सफल व सुव्यवस्थित संचालन किया

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