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3 महीने में ही बदल दिया गया BJP का जिला अध्यक्ष, 26 अप्रैल को छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा ने कर दी गोपाल मोदी की नियुक्ति, मनोज शर्मा किए गए थे पूर्व में जिला अध्यक्ष नियुक्त, पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर के खास समर्थको में होती थी गोपाल मोदी की गिनती, मोदी के जिला अध्यक्ष बनने पर भाजपा कार्यकर्ताओं में हर्ष

3 महीने में ही बदल दिया गया BJP का जिला अध्यक्ष, 26 अप्रैल को छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा ने कर दी गोपाल मोदी की नियुक्ति, मनोज शर्मा किए गए थे पूर्व में जिला अध्यक्ष नियुक्त, पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर के खास समर्थको में होती थी गोपाल मोदी की गिनती, मोदी के जिला अध्यक्ष बनने पर भाजपा कार्यकर्ताओं में हर्ष kshititech
भाजपा कोरबा जिले के नए जिला अध्यक्ष गोपाल मोदी
3 महीने में ही बदल दिया गया BJP का जिला अध्यक्ष, 26 अप्रैल को छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा ने कर दी गोपाल मोदी की नियुक्ति, मनोज शर्मा किए गए थे पूर्व में जिला अध्यक्ष नियुक्त, पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर के खास समर्थको में होती थी गोपाल मोदी की गिनती, मोदी के जिला अध्यक्ष बनने पर भाजपा कार्यकर्ताओं में हर्ष kshititech
26 अप्रैल को भाजपा ने कोरबा जिला अध्यक्ष के रूप में करी गोपाल मोदी की नियुक्ति
3 महीने में ही बदल दिया गया BJP का जिला अध्यक्ष, 26 अप्रैल को छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा ने कर दी गोपाल मोदी की नियुक्ति, मनोज शर्मा किए गए थे पूर्व में जिला अध्यक्ष नियुक्त, पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर के खास समर्थको में होती थी गोपाल मोदी की गिनती, मोदी के जिला अध्यक्ष बनने पर भाजपा कार्यकर्ताओं में हर्ष kshititech
26 अप्रैल को भाजपा ने बदला कोरबा जिले का अध्यक्ष

3 महीने में ही बदल दिया गया BJP का जिला अध्यक्ष, 26 अप्रैल को छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा ने कर दी गोपाल मोदी की नियुक्ति, मनोज शर्मा किए गए थे पूर्व में जिला अध्यक्ष नियुक्त

सक्ती छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर

सक्ती- 5 जनवरी 2025 को छत्तीसगढ़ प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने संगठन चुनाव के अंतर्गत कोरबा जिले में भाजपा के नए जिला अध्यक्ष के रूप में मनोज शर्मा की नियुक्ति की थी, तथा मनोज शर्मा की नियुक्ति को 3 महीने भी नहीं हुए थे कि 26 अप्रैल 2025 को छत्तीसगढ़ प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव की स्वीकृति से नए जिला अध्यक्ष के रूप में गोपाल मोदी की नियुक्ति कर दी गई है, तथा भोपाल मोती भारतीय जनता पार्टी कोरबा जिले के नए अध्यक्ष होंगे, भोपाल मोदी की नियुक्ति पर जहां भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में हर्ष है,तो वहीं राजनैतिक सूत्रों का यह भी कहना है कि आखिरकार 3 महीने में ही भाजपा ने जिला अध्यक्ष किस कारण से बदल दिया, यह समझ से परे है, कुछ लोगों का तो यह भी मानना है कि विगत दिनों नगर निगम के चुनाव के दौरान सभापति को लेकर जो विवाद पार्टी के ही कुछ नेताओं के बीच देखा जा रहा था, हो सकता है कहीं ना कहीं नए जिला अध्यक्ष की नियुक्ति करना उसी का ही कोई पहलू ना हो, किंतु यह सिर्फ जनचर्चा ही है

आखिरकार भारतीय जनता पार्टी ने कोरबा जिले में संगठन को मजबूत बनाने की दिशा में हो सकता है यह पहल की है, तथा भारतीय जनता पार्टी भी चाहती है कि उसका संगठन बुथ स्तर तक मजबूत हो,एवं पार्टी का जिले में मुखिया कहीं ना कहीं मजबूत एवं सक्रिय होने से पार्टी संगठन को निरंतर गतिशीलता मिलती रहती है, हो सकता है इस सोच से भी भारतीय जनता पार्टी ने यह बदलाव किया है, किंतु यह तो पार्टी संगठन का ही मामला है कि आखिरकार नए जिला अध्यक्ष की नियुक्ति किस कारण से की गई है, वहीं दूसरी ओर कोरबा जिले में देखा जाए तो भारतीय जनता पार्टी में आपसी गुटबाजी भी चरम सीमा पर नजर आती है, तथा कोरबा लोकसभा का चुनाव छत्तीसगढ़ प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार होने के बावजूद भाजपा जीत नहीं पाई तथा इस संसदीय सीट पर दोबारा श्रीमती ज्योत्सना डॉक्टर चरण दास महंत ने शानदार जीत हासिल की तो कहीं ना कहीं पार्टी संगठन में भी इस बात को लेकर व्याकुलता है कि अनुकूल वातावरण होने के बावजूद कोरबा लोकसभा का चुनाव भाजपा की झोली में न जाना कहीं ना कहीं संगठन में ही कुछ न कुछ कमियां रह गई कि कार्यकर्ता काम नहीं कर पाए या भाजपा के पक्ष में परिणाम नहीं आ पाया

वैसे गोपाल मोदी का देखा जाए तो राजनैतिक प्रभाव काफी है,एवं वे पूर्व में तत्कालीन गृह मंत्री ननकी राम कंवर के भी खास समर्थक माने जाते थे, तथा ननकीराम जब गृह मंत्री थे तब गोपाल मोदी की तूती बोलती थी, एवं एक तरफ़ा उनका प्रभाव देखा जाता था, तथा अग्रवाल समाज में भी उनकी अच्छी खासी पकड़ देखी जाती है, तथा वे पूर्व में वे अग्रवाल सभा कोरबा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं, एवं एक कर्मठ समाजसेवी के रूप में भी उनकी पहचान है, तथा उनके अग्रवाल सभा कोरबा के अध्यक्ष कार्यकाल में कोरबा से लगकर नए अग्रसेन भवन बनाने हेतु पहल भी हुई थी, किंतु किसी कारणवश अग्रसेन भवन का काम प्रारंभ नहीं हो पाया

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