शक्ति के सरस्वती शिशु मंदिर में राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर हुआ विभिन्न खेलों का आयोजन, बच्चों में खेल भावना जागृत करने विद्यालय सतत कर रहा प्रयास, विद्यालय प्रबंधन समिति के व्यवस्थापक मांगेराम अग्रवाल ने कहा- खेलों से हमारा शरीर भी रहता है स्वस्थ


शक्ति के सरस्वती शिशु मंदिर में राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर हुआ विभिन्न खेलों का आयोजन, बच्चों में खेल भावना जागृत करने विद्यालय सतत कर रहा प्रयास, व्यवस्थापक मांगेराम अग्रवाल ने कहा-खेलों से हमारा शरीर भी रहता है स्वस्थ्य
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ती- 29 अगस्त को जहां पूरे देश में मेजर ध्यानचंद जी जो कि हॉकी के जादूगर के रूप में जाने जाते हैं, उनकी जन्म जयंती को खेल दिवस के रूप में आयोजित किया जाता है, इसी तारतम्य में में शक्ति शहर के सरस्वती शिशु मंदिर में कक्षा प्रथम से लेकर सप्तम ,तक के भैया बहनों के द्वारा विभिन्न प्रकार के खेल खेला गया । जिसमें कबड्डी, खो खो, जल थल, फुगड़ी, खेल आयोजित किया गया इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य बलदाऊ साहू, बिहारी लाल राठौर , बिरछलाल , विष्णु प्रसाद पटेल, रामनरेश यादव, सरस्वती देवांगन, शुखलाल यादव, अमर साहू, कुमारी रजनी यादव की देख रेख में खेल का आयोजन किया गया। विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य बिहारी लाल राठौर के द्वारा बच्चों को खेल का महत्व बताया गया।
विद्यालय प्रबंधन समिति के व्यवस्थापक मांगेराम अग्रवाल ने राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर कहा कि आज खेलों से जहां हमारा शरीर भी स्वस्थ रहता है, तो वहीं वर्तमान समय में खेलों से विद्यार्थी अपने भविष्य को भी संवार सकते हैं तथा प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर जहां उन्हें सम्मान मिलता है तो वहीं खेलों का आज जीवन में काफी महत्व है एवं विद्यार्थी जीवन से ही खेलों की शुरुआत होती है जो कि आज लगातार खेलों के माध्यम से हम आगे बढ़ सकते हैं, वहीं श्री अग्रवाल ने कहा है कि सरस्वती शिशु मंदिर शक्ति द्वारा भी लगातार अपने स्थापना के बाद से ही खेलों के क्षेत्र में विद्यार्थियों को सदैव आगे बढ़ाने की दिशा में प्रशिक्षण दिया जा रहा है