कन्हैया के समर्थन में हजारों समर्थक पहुंचे कांग्रेस भवन-समर्थकों ने कहा नहीं चलेगा पैराशूट प्रत्याशी, 2018 में चुनाव लड़ा था कन्हैया ने, 2023 में कांग्रेस प्रत्याशी बदलने की तैयारी में, दक्षिण विधानसभा में हो रहा संभावित प्रत्याशी को लेकर जमकर विरोध, महंत रामसुंदर दास द्वारा दूधाधारी मठ की जमीन को दुरुपयोग किये जाने को लेकर जमकर हुआ वीडियो वायरल
कन्हैया के समर्थन में हजारों समर्थक पहुंचे कांग्रेस भवन-समर्थकों ने कहा नहीं चलेगा पैराशूट प्रत्याशी
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ति- छत्तीसगढ़ प्रदेश की रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी द्वारा विधानसभा चुनाव में पूर्व प्रत्याशी कन्हैया अग्रवाल को टिकट न दिए जाने की संभावनाओं से आक्रोशित कन्हैया समर्थक 18 अक्टूबर को दोपहर राजीव भवन रायपुर पहुंचे, तथा समर्थकों के हाथों में तख्तियां थी, जिनमें पैराशूट प्रत्याशी नहीं चलेगा कहते हुए कन्हैया अग्रवाल के समर्थन में जोरदार नारे लगाए जा रहे थे, तथा इंदिरा-राजीव जिंदाबाद एवं भूपेश बघेल जिंदाबाद के भी नारे इस दौरान लोगों ने लगाए ल,समर्थकों ने कहा कि रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में विगत कई वर्षों से निरंतर कन्हैया अग्रवाल जनता के सुख-दुख में सहभागी होकर सक्रिय रूप से कांग्रेस संगठन को मजबूत कर रहे हैं एवं 2018 के चुनाव में भी उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन आज लोगों का कहना है कि कांग्रेस पार्टी उन्हें टिकट नहीं दे रही है जो की पूर्ण रूप से गलत है एवं किसी भी अन्य व्यक्ति को टिकट दिए जाने का हम विरोध करते हैं
वहीं कन्हैया अग्रवाल के साथ वर्ल्ड वैश्य फाउंडेशन, छत्तीसगढ़ प्रांतीय युवा अग्रवाल मंच, रायपुर सेंट्रल मारवाड़ी युवा मंच सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे, तथा सभी ने एक स्वर में कन्हैया अग्रवाल के पक्ष में नारेबाजी करते हुए उन्हें टिकट दिए जाने की मांग की है, वही 18 अक्टूबर को सोशल मीडिया में भी कन्हैया अग्रवाल के समर्थन में जमकर युवाओं ने अभियान चलाया तो वहीं राजनीतिक सूत्रों की माने तो रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से किसी अन्य व्यक्ति को प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चाएं चल रही हैं, तथा 18 अक्टूबर को सोशल मीडिया पर छत्तीसगढ़ शासन गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास द्वारा दूधाधारी मठ की जमीन को व्यावसायिक उपयोग हेतु दिए जाने की भी खबरें एवं वीडियो जमकर वायरस होता रहा जिसमें लोग महंत रामसुंदर दास का विरोध करते हुए दूधाधारी मठ की जमीन का दुरुपयोग करने के नारे लगाते हुए देख रहे थे तथा रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के समर्थक जिस तरह से कन्हैया अग्रवाल के पक्ष में खड़े नजर आए उसे यह बात तो स्पष्ट है कि नवंबर 2023 में होने वाले विधानसभा के चुनाव में यदि कांग्रेस पार्टी वहां चेहरा बदलती है तो निश्चित रूप से 2018 का बेहतर प्रदर्शन कहीं और अधिक कमजोर ना हो जाए