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CWC की मेंबर बनाई गई जितेश्वरी चंद्रा, शक्ति जिले में गठित प्रथम बाल कल्याण समिति के सदस्य बनने का गौरव मिला जितेश्वरी को, छत्तीसगढ़ शासन समाज कल्याण विभाग ने करी नियुक्ति, जीतेश्वरी ने कहा शासन की मंशानुरूप बाल संरक्षण के क्षेत्र में निष्ठा से करेंगी जिम्मेदारी का निर्वहन

CWC की मेंबर बनाई गई जितेश्वरी चंद्रा, शक्ति जिले में गठित प्रथम बाल कल्याण समिति के सदस्य बनने का गौरव मिला जितेश्वरी को, छत्तीसगढ़ शासन समाज कल्याण विभाग ने करी नियुक्ति, जीतेश्वरी ने कहा शासन की मंशानुरूप बाल संरक्षण के क्षेत्र में निष्ठा से करेंगी जिम्मेदारी का निर्वहन kshititech
शक्ति जिला बाल कल्याण समिति की प्रथम सदस्य श्रीमती जितेश्वरी पुरुषोत्तम चंद्रा बासिन

CWC की मेंबर बनाई गई जितेश्वरी चंद्रा, शक्ति जिले में गठित प्रथम बाल कल्याण समिति के सदस्य बनने का गौरव मिला जितेश्वरी को, छत्तीसगढ़ शासन समाज कल्याण विभाग ने करी नियुक्ति

शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर

सक्ती-छत्तीसगढ़ शासन महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्रालय रायपुर द्वारा 13 जून 2025 को प्रदेश के सभी जिलों में किशोर न्याय (बालकों की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम 2015 यथा संशोधित अधिनियम 2021 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए राज्य स्तरीय चयन समिति की अनुशंसा पर प्रत्येक जिलों में सामाजिक कार्यकर्ताओ की नियुक्ति की गई है, इसी कड़ी में सक्ती जिले में भी विकासखंड सक्ती की सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमति जितेश्वरी चंद्रा को बाल कल्याण समिति सक्ती का सदस्य नियुक्त किया गया है, वही जितेश्वरी के CWC सदस्य बनाए जाने पर स्थानीय लोगों के साथ साथ सुरेश कुमार जायसवाल सदस्य किशोर न्याय बोर्ड जांजगीर ने प्रसन्नता व्यक्त की है, तथा आशा व्यक्त की है कि उनके कुशल मार्गदर्शन में सक्ती जिले में बाल कल्याण के अंतर्गत कार्यों को वे बेहतर ढंग से संचालित करेंगी। जितेश्वरी चंद्रा ने अपनी नियुक्ति पर सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बतलाया कि वे अधिनियम की मंशानुरूप बालक कल्याण समिति के अंतर्गत आने वाले सभी कार्यों की पूरी सजगता एवं तत्परता के साथ अपने दायित्व का निर्वहन बच्चों के सर्वोत्तम हित में बच्चों के सर्वोत्तम हित में कार्य करेंगे।

उल्लेखित हो की भारत सरकार द्वारा प्रत्येक राज्यों के जिलों में चाइल्ड वेलफेयर कमेटी का गठन किया जाता है, तथा इस कमेटी में जिला स्तर पर एक अध्यक्ष एवं बाकी सदस्य होते हैं, तथा उनके द्वारा प्रति सप्ताह बैठकों का आयोजन कर संबंधित जिले में बच्चों के संरक्षण एवं देखरेख की दिशा में कार्य किया जाता है, तथा घुमंतू एवं प्लेटफार्म पर दिखने वाले अनाथ या की शरारती बच्चों को लाकर उसकी काउंसलिंग की जाती है, एवं इन बच्चों को शासन द्वारा संचालित संस्थाओं में उचित स्थान पर भेजा जाता है, तथा शक्ति जिला गठन के बाद पहली बार जिला बाल कल्याण समिति का गठन हुआ है जिसमें जितेश्वरी चंद्रा को सदस्य नियुक्त किया गया है

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