



छत्तीसगढ़ राज्य भारत का पहला ऐसा राज्य जिसे महतारी माँ का दर्जा है प्राप्त– विधानसभा अध्यक्ष महंत, डॉ. चरणदास महंत ने दी प्रदेश वासियों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई, महंत ने कहा- छत्तीसगढ़ वैदिक एवं पौराणिक काल से ही विभिन्न संस्कृतियों का रहा है केंद्र
सक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल कि ख़बर
सक्ति- छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने राज्य स्थापना दिवस 01 नवंबर की प्रदेशवासियों को बधाई एवम शुभकामनाएं दी है,डॉ. महंत ने कहा कि, छत्तीसगढ़ वैदिक और पौराणिक काल से ही विभिन्न संस्कृतियों के विकास का केन्द्र रहा है। यहाँ के प्राचीन मन्दिर तथा उनके भग्नावशेष इंगित करते हैं कि यहाँ पर वैष्णव, शैव, शाक्त, बौद्ध संस्कृतियों का विभिन्न कालों में प्रभाव रहा है। एक संसाधन संपन्न राज्य, यह देश के लिए बिजली और इस्पात का एक स्रोत है, जिसका उत्पादन कुल स्टील का 15% है। छत्तीसगढ़ भारत में सबसे तेजी से विकसित राज्यों में से एक है।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ राज्य का गठन 01 नवम्बर 2000 को हुआ था और यह भारत का 26 वां राज्य है। पहले यह मध्य प्रदेश के अन्तर्गत था। डॉ॰ हीरालाल के मतानुसार छत्तीसगढ़ ‘चंडीगढ़’ का अपभ्रंश हो सकता है। कहते हैं किसी समय इस क्षेत्र में 36 गढ़ थे, इसीलिये इसका नाम छत्तीसगढ़ पड़ा। किंतु गढ़ों की संख्या में वृद्धि हो जाने पर भी नाम में कोई परिवर्तन नहीं हुआ, छत्तीसगढ़ भारत का ऐसा राज्य है जिसे ‘महतारी’ (मां) का दर्जा दिया गया है। भारत में दो क्षेत्र ऐसे हैं जिनका नाम विशेष कारणों से बदल गया – एक तो ‘मगध’ जो बौद्ध विहारों की अधिकता के कारण “बिहार” बन गया और दूसरा ‘दक्षिण कौशल’ जो छत्तीस गढ़ों को अपने में समाहित रखने के कारण “छत्तीसगढ़” बन गया। किन्तु ये दोनों ही क्षेत्र अत्यन्त प्राचीन काल से ही भारत को गौरवान्वित करते रहे हैं। उपरोक्त जानकारी विधानसभा अध्यक्ष डा चरणदास महंत के प्रतिनिधि नरेश गेवाडीन ने दी है