भरोसे की सरकार को नकारा जनता ने- मोदी की गारंटी का चला जादू,छत्तीसगढ़ में 2023 के विधानसभा चुनाव ने रचा इतिहास,पहली बार भाजपा को मिली इतनी सीटे,शक्ति से जीते महंत,तो वहीं अविभाजित जांजगीर चांपा जिले की सभी सीटों पर कांग्रेस ने जमाया कब्जा, शक्ति से महंत ने रचा इतिहास, विधानसभा अध्यक्ष रहकर दोबारा विधायक बनने वाले भाग्यशाली नेता, शक्ति में कांग्रेसियों ने मनाया जीत का जश्न




भरोसे की सरकार को नकारा जनता ने- मोदी की गारंटी का चला जादू,छत्तीसगढ़ में 2023 के विधानसभा चुनाव ने रचा इतिहास,पहली बार भाजपा को मिली इतनी सीटे,शक्ति से जीते महंत,तो वहीं अविभाजित जांजगीर चांपा जिले की सभी सीटों पर कांग्रेस ने जमाया कब्जा
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ति- छत्तीसगढ़ प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 की 3 दिसंबर को हुई मतगणना ने राजनीतिक रूप से अनेकों मायने में एक इतिहास रचा है, छत्तीसगढ़ प्रदेश में जहां भरोसे की सरकार को जनता ने नकार दिया तो वहीं मोदी की गारंटी का जादू पूरे प्रदेश में चल गया, 3 दिसंबर को मतगणना के बाद आए परिणामों ने जहां बीजेपी कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक दालों में बेचैनी ला दी है, तथा कांग्रेस जहां सरकार जाने एवं उम्मीद से कम सीटे आने से बेचैन है, तो वहीं भाजपा को भी इतनी सीट आने की उम्मीद नहीं थी साल 2003 से 2018 तक छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पहली बार हुए चुनाव का इतिहास देखा जाए तो भाजपा ने कभी इतनी सीटे हासिल नहीं कि जितना की 2023 में भाजपा को सीट मिली हैं
वहीं वर्तमान में कांग्रेस सरकार के अनेको दिग्गज मंत्री भी चुनाव हार गए तो वहीं मुख्यमंत्री का ख्वाब देख रहे टीएस बाबा स्वयं विधायक बनने लायक भी नहीं रहे, वहीं छत्तीसगढ़ प्रदेश में जहां भाजपा खेमे में इस अप्रत्याशित परिणाम से उत्साह देखा जा रहा है तो वहीं कांग्रेस प्रदेश की सत्ता जाने को पचा नहीं पा रही है तथा प्रदेश में अनेकों दिग्गज मंत्री जो की अपने घमंड के कारण अपनी आदतों में सुधार नहीं ला पाए उनको जनता ने धरती पर उतार दिया तथा ऐसे ऐसे विधायक पद के प्रत्याशी जिन्होंने कभी जीत की कल्पना नहीं की थी वे भी इस चुनाव में सिरमौर होकर जनता ने उन्हें अपना विधायक बना लिया, शक्ति विधानसभा क्षेत्र में जहां डॉक्टर चरण दास महंत ने अपने निकटतम प्रत्याशी भाजपा के डॉक्टर खिलावन साहू को लगभग 12203 मतों से पराजित किया तो वहीं राजनीतिक इतिहास में देखा जाए तो अभिभाजित जांजगीर चांपा जिले की सभी 6 की 6 सीट पर कांग्रेस ने कब्जा जमा लिया, छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद यह पहली बार देखा गया है कि जांजगीर चांपा जिले की तीन सीट एवं नवगठित शक्ति जिले की तीनों सीटों पर कांग्रेस का कब्जा रहा एवं जनता ने बहुजन समाज पार्टी को भी कहीं ना कहीं नकार दिया है, वहीं आम आदमी पार्टी ने भी कोई विशेष प्रभाव विधानसभा चुनाव में नहीं छोड़ा, चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र में लोग भाजपा प्रत्याशी श्रीमती संयोगिता सिंह जूदेव की जीत की बात कह रहे थे किंतु रामकुमार यादव ने फिर से चुनाव जीतकर यह बता दिया की जनता कहीं ना कहीं काम करने वालों को पुनः मौका देती है,वहीं जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र में दो बार विधायक रहे बसपा के केशव चंद्रा को भी जनता ने नकारकर वहां कांग्रेस के बालेश्वर साहू को जीत दिला दी तथा वहां से भाजपा के जिला अध्यक्ष कृष्णकांत चंद्रा प्रत्याशी थे जिन्हें हार का सामना करना पड़ा, वहीं छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल को भी उन्हीं के एक समय राजनीतिक सहयोगी रहे व्यास नारायण कश्यप ने चुनाव हराकर एक रिकॉर्ड दर्ज कर दिया
अकलतरा विधानसभा क्षेत्र से देखें तो दो बार विधायक रहे सौरभ सिंह को उनके ही परिवार के एक सदस्य ने उन्हें चुनाव हराकर कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में अपनी जीत दर्ज की है, वहीं पामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में पहली बार कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज की है तथा कांग्रेस की श्रीमती शेषराज हरवंश ने पामगढ़ का चुनाव जीता है शक्ति जिले की चुनावी मतगणना के दौरान देखा जाए तो शक्ति कलेक्टर श्रीमती नूपुर राशि पन्ना के नेतृत्व में शक्ति के मंडी प्रांगण में सुबह से ही मतगणना का कार्य प्रारंभ हुआ और बहुत ही व्यवस्थित ढंग से कलेक्टर के मार्गदर्शन में संपूर्ण कार्य संपन्न हुआ तथा चुनाव परिणाम आने के बाद जहां शक्ति और जांजगीर चांपा जिले की बात करें तो कांग्रेस खेमे में विधायक पद मिलने का उत्साह जरूर रहा, किंतु सरकार जाने का गम भी रहा,वहीं भाजपाइयों में भी सरकार आने का उत्साह तो रहा किंतु एक भी सीट विधायक के रूप में ना आने का गम रहा जिसके चलते जो उत्साह मतगणना परिणाम के बाद दिखाना था वैसा कुछ नजर नहीं आया सुबह से ही लोग टीवी चैनलों पर एवं विभिन्न सोशल मीडिया के माध्यम से परिणाम जानने डटे रहे तथा देर शाम तक लगभग सीटों के परिणाम आए वहीं छत्तीसगढ़ प्रदेश की बात करें तो 3 दिसंबर को आए मतगणना के परिणामों ने अब अगले मुख्यमंत्री की चर्चाओं को तेज कर दिया है भाजपा की स्पष्ट बहुमत की सरकार बनने की स्थिति में अब जहां नए चेहरों की तलाश में राजनीतिक आकलन हो रहा है तो वही लोग महिला मुख्यमंत्री बनने की भी बात कह रहे हैं तो आखिर में महिला मुख्यमंत्री कौन बनेगी इस बात को लेकर कयास लगाया जा रहा है तो वहीं कुछ लोगों का कहना है कि केंद्र सरकार के गृह मंत्री अमित शाह ने विगत दिनों रायगढ़ आगमन पर ओपी चौधरी को चुनाव जीतने एवं उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने की बात कही थी तथा आप देखना होगा कि ओपी चौधरी को क्या भाजपा मुख्यमंत्री के रूप में अपना चेहरा बनाएगी
वही मुख्यमंत्री की रेस में विधानसभा का चुनाव जीतने वाले अनेकों विधायक भी नजर आ रहे हैं जांजगीर चाम्पा सीट से नारायण चंदेल के चुनाव जीतने पर उन्हें भी मुख्यमंत्री की रेस में माना जा रहा था किंतु नारायण चंदेल की हार से अब ऐसा कुछ नजर नहीं आता वहीं छत्तीसगढ़ प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के मतगणना परिणाम ने जहां अनेकों राजनीतिक मायनो में एक इतिहास रचा है तो वहीं देश के राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में भी भारतीय जनता पार्टी की स्पष्ट बहुमत की सरकार आने से भाजपाइयों में उत्साह देखा जा रहा है
2023 के विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में भाजपा को 163 सीट, कांग्रेस को 66 सीट, छत्तीसगढ़ में भाजपा को 54 सीट कांग्रेस को 35 सीट एवं एक सीट गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को प्राप्त हुई है वहीं राजस्थान में भाजपा को 116 सीट कांग्रेस को 68 सीट एवं अन्य को 15 सीट मिली है तो वहीं तेलंगाना में कांग्रेस को 64 सीट,टीआरएस को 39 सीट एवं भाजपा को 8 सीट तथा अन्य को भी 8 सीट मिली है मिजोरम की गिनती 4 दिसंबर को होगी




