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राष्ट्रभक्ति का ऐतिहासिक गौरवशाली दिन- शक्ति के संस्कार पब्लिक स्कूल के बच्चों ने सामूहिक गायन किया वंदे मातरम राष्ट्रीय गीत का, अवसर था वंदे मातरम गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने का, बच्चों के अनुशासन एवं उनकी प्रस्तुति ने मंत्रमुग्ध कर दिया

राष्ट्रभक्ति का ऐतिहासिक गौरवशाली दिन- शक्ति के संस्कार पब्लिक स्कूल के बच्चों ने सामूहिक गायन किया वंदे मातरम राष्ट्रीय गीत का, अवसर था वंदे मातरम गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने का, बच्चों के अनुशासन एवं उनकी प्रस्तुति ने मंत्रमुग्ध कर दिया kshititech
शक्ति के संस्कार पब्लिक स्कूल में वंदे मातरम का संयुक्त गायन कार्यक्रम
राष्ट्रभक्ति का ऐतिहासिक गौरवशाली दिन- शक्ति के संस्कार पब्लिक स्कूल के बच्चों ने सामूहिक गायन किया वंदे मातरम राष्ट्रीय गीत का, अवसर था वंदे मातरम गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने का, बच्चों के अनुशासन एवं उनकी प्रस्तुति ने मंत्रमुग्ध कर दिया kshititech
शक्ति के संस्कार पब्लिक स्कूल में वंदे मातरम का संयुक्त गायन कार्यक्रम
राष्ट्रभक्ति का ऐतिहासिक गौरवशाली दिन- शक्ति के संस्कार पब्लिक स्कूल के बच्चों ने सामूहिक गायन किया वंदे मातरम राष्ट्रीय गीत का, अवसर था वंदे मातरम गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने का, बच्चों के अनुशासन एवं उनकी प्रस्तुति ने मंत्रमुग्ध कर दिया kshititech
शक्ति के संस्कार पब्लिक स्कूल में वंदे मातरम का संयुक्त गायन कार्यक्रम

शक्ति के संस्कार पब्लिक स्कूल के बच्चों ने सामूहिक गायन किया वंदे मातरम राष्ट्रीय गीत का, अवसर था वंदे मातरम गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने का

शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर

सक्ति-सक्ति के हरेठी स्थित CBSE संस्कार पब्लिक स्कूल में 07 नवंबर 2025 को राष्ट्रगान वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में एक भव्य और देशभक्तिपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय परिसर देशभक्ति के उत्साह से सराबोर रहा।कार्यक्रम का शुभारंभकार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्राचार्य श्री वी. के. मिश्रा और प्रधानाचार्या सुश्री रूपल उपाध्याय जी द्वारा किया गया। इसके उपरांत, विद्यालय के छात्रों द्वारा “वंदे मातरम्” गीत का सामूहिक गान प्रस्तुत किया गया, जिसने उपस्थित सभी शिक्षकों को भावविभोर कर दिया।विद्यालय की प्रधानाचार्या ने अपने उद्बोधन में इस गीत के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “वंदे मातरम्’ केवल एक गीत नहीं, बल्कि यह हमारी राष्ट्रीय अस्मिता और मातृभूमि के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है।”समारोह के अंत में, छात्रों को एक बेहतरीन और देशभक्ति की भावनाओं से परिपूर्ण राष्ट्रीय गीत देश को प्रदान करने के लिए कविस्वर्गीय श्री बंकिमचंद चट्टोपाध्याय जी का स्मरण किया गया। विद्यालय परिवार ने छात्रों को गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने पर बधाई दी तथा यह संकल्प लिया कि वे अपने जीवन में देशप्रेम, अनुशासन और संस्कारों को आत्मसात करेंगे।यह कार्यक्रम नई पीढ़ी को राष्ट्रीय मूल्यों और देश के प्रति समर्पण की भावना से जोड़ने में सफल रहा।

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