उप्पल की सक्रियता-4000 किलो अवैध महुआ लहान एवं 46 लीटर महुआ शराब जब्त, आबकारी विभाग की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, सहायक जिला आबकारी अधिकारी आशीष उप्पल के नेतृत्व में नशे के खिलाफ चल रहा जबर्दस्त अभियान, आबकारी वृत्त शक्ति आबकारी मामलों में सक्रिय



4000 किलो अवैध महुआ लहान एवं 46 लीटर महुआ शराब जब्त, आबकारी विभाग की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, सहायक जिला आबकारी अधिकारी आशीष उप्पल के नेतृत्व में नशे के खिलाफ चल रहा जबर्दस्त अभियान
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ती-शक्ति जिले के सहायक आबकारी जिला अधिकारी आशीष उप्पल ने अवैध महुआ लहान एवं अवैध महुआ शराब जब्ती की एक बड़ी कार्रवाई की है,उप्पल की कार्रवाई से जहां पूरे क्षेत्र में दशहत्त है तो वहीं अवैध कारोबारी भी आबकारी विभाग की सजगता से अपना अवेध व्यापार समेटने लगे हैं, महुआ शराब की फैक्ट्री पर आबकारी वृत्त सक्ती में बड़ी कार्रवाई करते हुए 45लीटर महुआ शराब और 4000 किलो महुआ लहान जब्त कर धारा – 34(1)(क) 34(2) , 59(क) का मामला बनाया है,सक्ती कलेक्टर अमृत विकास तोपनो के निर्देश पर और उपा. आब. स. उ. द. बिलासपुर नोहर सिंह ठाकुर व प्रभारी जिला आबकारी अधिकारी नितिन शुक्ला के मार्गदर्शन में 16 अप्रैल को ग्राम जुड़गा थाना सक्ती में अवैध महुआ शराब पर बड़ी कार्रवाई की गई।ग्राम जुड़गा थाना सक्ति में ग्रामवासियों के द्वारा गांव में बनने वाले अवैध महुआ शराब पर रोक लगाने का प्रस्ताव पास किया गया फिर भी कुछ ग्रामीणों के द्वारा जुड़गा नाले के पास अवैध रूप से महुआ लहान छुपा कर भारी मात्रा में हाथ भट्टी कच्ची महुआ शराब बनाई जा रही थी,आबकारी टीम के साथ ग्रामवासियों ने मिलकर अवैध कच्ची महुआ शराब की फैक्ट्री को नष्ट किया । ग्रामवासियों ने आबकारी की टीम के साथ मिलकर जुड़गा नाले के पास चल रही अवैध शराब फैक्ट्री पर धावा बोला । छापामार कार्रवाई में अलग-अलग जगह नाले के किनारे 100 बोरे प्रत्येक में 40 किलो कल 4000 किलो महुआ लहान* बरामद कर मौके पर ही नष्ट किया गया । ग्राहकों को बेचने के लिए छुपा कर रखा 45 लीटर महुआ शराब और महुआ शराब बनाने के बर्तनों को भी बरामद किया गया अज्ञात आरोपी के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया,आगे भी इसी प्रकार आबकारी टीम के द्वारा जन सहयोग से कार्यवाही जारी रहेगी,उक्त कार्यवाही में सहायक जिला आबकारी अधिकारी आशीष उप्पल की टीम में आबकारी उप निरीक्षक घनश्याम प्रधान, आबकारी आरक्षक विष्णु कौशिक आबकारी स्टाफ परसराम कर और बसंती चौधरी का सराहनीय योगदान रहा।