छत्तीसगढ़रायपुरसक्तीसामाजिक

जे.एल.एन. डिग्री कालेज सक्ती में देश का प्रकृति परीक्षण अभियान चलाया गया,प्राचार्य शालू पाहवा ने कहा-प्रकृति परीक्षण अभियान एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम,सभी मिलजुल करे सहयोग

जे.एल.एन. डिग्री कालेज सक्ती में देश का प्रकृति परीक्षण अभियान चलाया गया,प्राचार्य शालू पाहवा ने कहा-प्रकृति परीक्षण अभियान एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम,सभी मिलजुल करे सहयोग kshititech
jLND कॉलेज में सम्पन्न कार्यक्रम

जे.एल.एन. डिग्री कालेज सक्ती में देश का प्रकृति परीक्षण अभियान चलाया गया

सकती छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर

सक्ती- स्थानीय जे.एल.एन. डिग्री कालेज सक्ती, में आज आयुर्वेद चिकित्सक नोडल अधिकारी आयुष विभाग के डॉ. उत्तम कुमार गवेल एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल कुमार तथा साथियों ने महाविद्यालय में भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे देश का प्रकृति परीक्षण अभियान के कार्यक्रम में पधारे आगन्तुको का सहाप्राध्यापक श्रीमती मंजू चन्द्रा, मनीष राठौर द्वारा पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया तत्पश्चात मुख्य वक्ता डॉ. उत्तम कुमार गवेल ने अपने उ‌द्बोधन में कहा कि प्रकृति आयुर्वेदिक उपचार के लिए महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान करती है। आयुर्वेद भारतीय ज्ञान परंपरा से जुड़ी चिकित्सा पद्धति है. इसके द्वारा शरीर मे तीन दोष होते है, वात, पित्त, एवं कफ इन तीन दोषो को त्रिदोष कहा जाता है। आयुर्वेद शरीर मन और आत्मा को संतुलन पर आधारित चिकित्सा पद्धति है। यह त्रिदोष शरीर के कार्य और स्वास्थ्य को नियंत्रित करने का कार्य करती है। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि डॉ. अनिल कुमार पटेल ने विस्तार रुप से उद्बोधन करते हुए महाविद्यालय छात्र/छात्राओं को जागरुक किया और कहा कि देश का प्रकृति परीक्षण महत्वपूर्ण अभियान में से एक है। आधुनिक विज्ञान भी यह मानता है कि हर छात्र/छात्राओं व्यक्तियों की एक प्रकृति अवश्य होती है। यदि प्रकृति के अनुसार दिनचर्या नही होता तब हम बार-बार रोग से ग्रसित हो सकते है एवं गंभीर बीमारियों की आशंका बढ़ जाती है। इसका उदेश्य छात्र/छात्राओं व्यक्तियों का अपनी आयुर्वेदिक प्रकृति के बारे में जागरुक करना तथा दैनिक जीवन मे अमल करना जरुरी है। इन्ही के साथ तत्पश्चात साथी अतिथियों ने भी अपना व्याख्यान दिया। इस कार्यक्रम मे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. शालू पहवा ने कहा कि प्रकृति द्वारा दिया गया आयुर्वेद उपचार वर्तमान युग मे भी शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए बहुत ही आवश्यक है। प्राचार्य महोदया ने अतिथियों के व्याख्यान का प्रशंसा करते हुए इस प्रकार की आगे जानकारी के लिए अपेक्षा की। मुख्य अतिथियों का अभार प्रदर्शन प्रो. अमित शर्मा द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापकगण, कर्मचारीगण एवं छात्र/छात्राओं ने अंतिम समय तक उपस्थित रहे

Back to top button