10 हजार की घूस ले रहे थे एसडीएम साहब, विकलांग की शिकायत पर एंटी करप्शन ब्यूरो ने रंगे हाथों धर दबोचा साहब जी को,01 लाख रुपये से चालू हुआ मोलभाव का सौदा 25000/-रुपये में आकर फाइनल हुआ था, मामला जमीन डायवर्सन का
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सकती- छत्तीसगढ़ प्रदेश में विष्णु देव की सुशासन वाली सरकार के आते ही जहां भ्रष्टाचार को लेकर सरकार संवेदनशील नजर आ रही है, तो वहीं आए दिन छोटे-छोटे मामलों में राजस्व विभाग में होने वाली खुलेआम सौदेबाजी एवं भ्रष्टाचार को लेकर जनता भी जागरूक हो गई है, ऐसा ही एक मामला 14 नवंबर 2024 को छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में देखने को मिला,जहां दिव्यांग से घूस लेते रंगे हाथ SDM को पकड़ा गया हसि,10 हजार रुपये के साथ ACB ने उन्हें दबोचा,एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) रायपुर की टीम ने छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में बड़ी कार्रवाई की है,जिले के साजा एसडीएम को एक विकलांग से 10 हजार की रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है
एसडीएम के साथ एक होम गार्ड का सिपाही भी गिरफ्तार हुआ है, जो पीड़ित और एसडीएम के बीच मध्यस्थता कर रहा था,जानकारी के अनुसार, तहसील देवकर के ग्राम भठगांव के रहने वाले पीड़ित दिव्यांग युवक तुकाराम पटेल ने एसीबी रायपुर में शिकायत की थी. इसके बाद एसीबी ने मामले में कार्रवाई की है, पीड़ित दिव्यांग के अनुसार एसडीएम साहब ने उनकी फाइल के निराकरण के लिए एक लाख रुपये घुस मांगा था, किंतु मोलभाव के बाद 20 हजार में सौदा तय हुआ था,मामला बेमेतरा जिले के अंतर्गत आने वाले साजा के एसडीएम कार्यालय का है. एंटी करप्शन की टीम ने बताया कि साजा में पदस्थ एसडीएम टेकराम महेश्वरी के सुरक्षा गार्ड गौकरण सिंह के द्वारा दिव्यांग युवक तुकाराम पटेल से जमीन के डायवर्सन के नाम पर एक लाख रुपए की मांग की गई थी. युवक की ओर से असमर्थता व्यक्त करने के बाद ₹20000/-रुपये में सौदा हुआ था
एसडीएम और सुरक्षा गार्ड को गिरफ्तार कर लिया गया है,एक अधिकारी ने बताया कि दीपावली के पहले ₹10000 रिश्वत की राशि युवक के द्वारा एसडीम को दे दी गई थी. बाकी रकम के रूप में फिर से ₹10000 की राशि एसडीएम को दी गई. एसडीएम ने राशि लेने के बाद उसे अपने सुरक्षा गार्ड को दे दिया, जिस पर एंटी करप्शन की टीम ने कार्रवाई करते हुए सुरक्षा गार्ड से ₹10000 जप्त किए हैं. साथ ही एसडीएम और सुरक्षा गार्ड को गिरफ्तार कर आगे के कार्रवाई की जा रही है