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50 हजार रुपए महीना चखना सेंटर का भवन किराया, आबकारी विभाग की लाइसेंस फीस अलग, फिर भी संचालक को नहीं मिल रहा सहयोग, परेशान होकर चखना सेंटर संचालक ने शक्ति कलेक्टर को लिखा पत्र, संचालक ने कहा- मेरी आर्थिक स्थिति हो रही खराब, कहां से जमा करूंगा लाइसेंस फीस

50 हजार रुपए महीना चखना सेंटर का भवन किराया, आबकारी विभाग की लाइसेंस फीस अलग, फिर भी संचालक को नहीं मिल रहा सहयोग, परेशान होकर चखना सेंटर संचालक ने शक्ति कलेक्टर को लिखा पत्र, संचालक ने कहा- मेरी आर्थिक स्थिति हो रही खराब, कहां से जमा करूंगा लाइसेंस फीस kshititech
फाइल फोटो एक नजर में

50 हजार रुपए महीना चखना सेंटर का भवन किराया, फिर भी संचालक को नहीं मिल रहा सहयोग, परेशान होकर चखना सेंटर संचालक ने शक्ति कलेक्टर को लिखा पत्र, संचालक ने कहा- मेरी आर्थिक स्थिति हो रही खराब, कहां से जमा करूंगा लाइसेंस फीस

सक्ती छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर

सक्ती- छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रदेश के सभी स्थानों पर पूर्व में संचालित निजी शराब दुकानों के संचालन की व्यवस्था को बदलकर सरकारी स्तर पर संचालन किया जा रहा है,तथा इन सरकारी शराब दुकानों के सामने शाम होते ही जहां शराब पीने वालों की लंबी कतारे लगी रहती हैं, तो वहीं इन शराब दुकानों के सामने लोग शराब खरीद कर वहां चखना सेंटर में बैठकर शराब पीते हैं, तथा चखना सेंटर के संचालक भी लंबी कतारों से मोटी कमाई भी कमाते हैं, एवं इन चखना सेंटरों के संचालन की यह स्थिति है कि प्रदेश के सभी स्थानों पर चखना केंद्र संचालन का काम लेने के लिए लोगों ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया एवं छत्तीसगढ़ शासन आबकारी विभाग द्वारा प्रत्येक शराब दुकानों के सामने आहाता संचालन हेतु बाकायदा विधिवत प्रक्रिया कर इसकी एक निश्चित लाइसेंस फीस तय कर इसके संचालन का भी जिम्मा दिया गया है, तथा कुछ इसी तरह का मामला शक्ति का भी देखा जा रहा है, जिसमें चखना सेंटर के संचालक ने हजारों रुपए चखना सेंटर का किराया देने के बावजूद संबंधितो द्वारा उसे सहयोग न करते हुए बल्कि अवैध रूप से चखना सेंटरों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है, तथा चखना सेंटर के संचालक ने बकायदा इसकी शिकायत शक्ति जिले के कलेक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक, जिला आबकारी अधिकारी सहित आबकारी आयुक्त रायपुर को भी की है,संचालक अभिषेक जायसवाल पिता श्री भोलाराम जायसवाल निवासी मेन रोड पुरानी बस्ती खरसिया जिला-नरायगढ़ (छ.ग.)ने शक्ति कलेक्टर को प्रेषित शिकायत पत्र में बताया है कि मुझे देशी एवं विदेशी मदिरा आहाता लायसेंस वर्ष 2025-26, 2026-27 प्राप्त हुआ है। श्रीमान् जी जहां पर मुझे देशी एवं विदेशी अहाता प्राप्त हुआ है वहां परिसर के बाहर अवैध दुकाने भी संचालित है, मेरे द्वारा कई बार इस संबंध में लिखित एवं मौखिक रूप से शिकायत भी की जा चुकी है। फिर भी अवैध दुकाने लगातार संचालित हो रही है। ठोस एवं उचित दण्डात्मक कार्यवाही नहीं होने के कारण अवैध दुकान संचालनकर्ताओ के हौसले बुलंद है। जिसके कारण मेरे अहाता में बिक्री नहीं होने से मेरी आर्थिक स्थिति खराब हो गई है तथा में लायसेंस फीस अदा करने में सक्षम नहीं है। श्रीमान् जी मेरे आहाता के बाहर अगर अवैध दुकाने संचालित होती रहेंगी तो मैं लायसेंस फीस जमा नहीं कर पाऊंगा। श्रीमान् जी वर्तमान में मुझे जहां मेरा अहाता संचालित है वहां का किराया मकान स्वामी द्वारा 50000/- प्रतिमाह की दर से तय किया गया तथा एडवांस 50000/- रूपये उनके मैनेजर को मेरे द्वारा दिया गया है,किंतु अचानक माह जून 2025 में मेरे से 100000/- रूपये की मांग करने लगे तथा मेरे द्वारा इतना रूपया नहीं देने पर अपने आदमी भेजकर मेरा अहाता को बंद करा दिया गया है, जिससे में मानसिक एवं आर्थिक रूप से परेशान है। जबकि पूर्व ठेकेदार के पास इसी आहाता का किराया प्रतिमाह 30000/- रूपये लिया जा रहा था, केवल मुझे परेशान करने के लिये किराया बढ़ाया गया है, तथा आहाता भी अपने आदमी भेजकर खाली करा दिया गया है। मुझे शासन को लायसेंस का फीस जमा करना है, यदि मेरी अहाता ही नहीं खुलेगी तो मैं शासन प्रशासन को लायसेंस का फीस कहां से जमा करूंगा, जब मैं शासन को लायसेंस का फीस जमा कर रहा हूँ तो शासन के द्वारा मुझे आहाता संचालन हेतु स्थान उपलब्ध क्यो नहीं कराया जा रहा है।आवेदक अभिषेक जायसवाल ने कहा है कि मेरे देशी एवं विदेशी मदिरा आहाता के बाहर संवालित हो रहे अवैध दुकानों पर छापामार कार्यवाही करते हुए दण्डात्मक कार्यवाही की कृपा करें एवं मुझे आहाता संचालन करने हेतु स्थान उपलव्ध कराया जाये ताकि मेरा व्यवसाय प्रभावित न हो और में शासन को लायसेंस का फीस जमा कर सकू

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