शक्ति में जल्द ही होगा दृष्टि बाधित विशेष विद्यालय का स्वयं का भवन, सरकार से जमीन आवंटन का इंतजार, 11 अक्टूबर को संपन्न हुआ अभिभावक शिक्षक सम्मेलन, दृष्टिहीनों के क्षेत्र में कार्य करने वाला जिले का एकमात्र विद्यालय है दृष्टि बाधित विशेष विद्यालय




शक्ति में जल्द ही होगा दृष्टि बाधित विशेष विद्यालय का स्वयं का भवन, सरकार से जमीन आवंटन का इंतजार, 11 अक्टूबर को संपन्न हुआ अभिभावक शिक्षक सम्मेलन
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ति-दृष्टिबाधित विशेष विद्यालय सक्ती में अभिभावक शिक्षक सम्मेलन का आयोजन के शुभारंभ में सर्वप्रथम विद्यालय के संस्थापक जसवंत आदिले ने मंचासिन अभ्यागतों का स्वागत करते हुए भविष्य में भी सबसे सहयोग की अपेक्षा की तो वहीं विद्यालय के बच्चों ने दृष्टिबाधित बच्चों ने अतिथियों के सम्मान में शानदार स्वागत गीत प्रस्तुत किया। विद्यालय जन भागीदारी समिति के अध्यक्ष चितरंजय पटेल ने आयोजन में उपस्थित समाज सेवी मांगेराम अग्रवाल, डॉ वेदव्रत आर्य एवं संरक्षक जसबीर चावला के द्वारा विद्यालय भवन हेतु दिए गए योगदान की प्रशंसा करते हुए कहा कि आप लोगों का योगदान विद्यालय भवन निर्माण में नींव का पत्थर है। अध्यक्ष चितरंजय पटेल ने आगे उपस्थित अभिभावकों से आग्रह किया कि इस दृष्टि बाधित विद्यालय के भवन निर्माण में हर गांव से प्रत्येक अभिभावक का योगदान और अंशदान लगे तो निश्चित रूप से ईश्वर के साक्षात् प्रतिनिधि इन दिव्यांग बच्चों का स्नेह_प्रेम और दुआ हम सबको मिलेगा
तो वहीं समाजसेवी मांगेराम अग्रवाल ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार भू आबंटन हेतु शासन द्वारा निर्धारित भू भाटक राशि को शासकीय चालान के माध्यम से अदा कर दिया गया है और शीघ्र ही शासन की ओर से भूमि का विधिवत आबंटन दृष्टि बाधित विशेष विद्यालय प्रबंधन को कर दिया जाएगा तथा आप सभी के सहयोग से यथा शीघ्र इन नेत्रहीनों के जीवन में रोशनी का प्रसार करने वाले दृष्टि बाधित विशेष विद्यालय भवन का निर्माण संभव होगा।आज दृष्टिबाधित विशेष विद्यालय के कार्यक्रम में उपस्थित सेवानिवृत जिला खेल अधिकारी एन पी गोपाल, पूर्व आयुर्वेद अधिकारी डॉ वेदव्रत आर्य, दादू राम केवट, सोनू अग्रवाल, श्रीमती पुष्पेंद्री कसेरा, प्राचार्य ज्योति महंत, नीतू टंडन के साथ अभिभावकों ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए विद्यालय विकास हेतु शुभ कामनाएं दी। कार्यक्रम समापन के पूर्व आभार प्रदर्शन करते हुए संचालक बिंदेश्वरी आदिले ने अभिभावकों से बच्चों के हित में सजग रहने तथा प्रबंधन को सतत सहयोग देने का आग्रह किया तो वहीं कार्यक्रम का संचालन शाला विकास समिति के सचिव पुष्पेंद्र कौशिंक ने किया । इन पलो में छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के अलग अलग स्थानों से अभिभावक भारी संख्या में उपस्थित होकर विद्यालय परिवार के कार्यों का प्रत्यक्ष अवलोकन करते हुए सराहनीय पहल बताया