खेत में लगे मोटर पंप को चोरी करने वाले तीन आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे, पुलिस ने किया मामला दर्ज


खेत में लगे मोटर पंप को चोरी करने वाले तीन आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे, पुलिस ने किया मामला दर्ज
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ती-चौंकी अड़भार थाना मालखरौदा जिला सक्ती (छ.ग.) के अपराध कमांक 70/2025 धारा 303 (2), 3(5) बीएनएस के तहत नाम आरोपीगण :- 01. अभिषेक लहरे उर्फ मुरू पिता भगत लहरे उम्र 19 वर्ष,02. भरत टण्डन पिता दयानिधी टण्डन उम्र 19 वर्ष,एवम 03. हलधर बंजारे उर्फ राजा बंजारे पिता भुनेष्वर बंजारे उम्र 22 वर्ष सभी साकिनान वार्ड कमांक 07 अडमार चौंकी अडभार थाना मालखरौदा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है,घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 31.03.2025 को प्रार्थी सुरेश कुमार देवांगन साकिन अडभार का चौंकी उपस्थित आकर लिखित आवेदन पेश कर रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 20.03.2025 के रात्रि 10.00 बजे से दिनांक 21.03.2025 के सुबह 10.00 बजे के मध्य दर्शनी खार नहर पार अडभार में रबी फसल धान की सिंचाई के लिये मोटर पंप 1.5 एच पी एवं वही पर जैतराम राज साकिन अडभार के टेस्मो मोनो ब्लॉक 2 एच पी का मोटर पंप किमती करीबन 20000 रूपये को नहर पार में लगाया था जिसे कोई अज्ञात चोर के द्वारा मोटर पंप के लाईन तार को काटकर चोरी कर ले गया था। रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया घटना की जानकारी तत्काल श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदया जिला सक्ती (भा.पु.से.) अंकिता शर्मा, अति पुलिस अधीक्षक महोदय श्री हरिश यादव (रा.पु.से), अनु.अधिकारी पुलिस सक्ती महोदय श्री मनीष कुंवर को अवगत कराया गया था जो वरिष्ठ अधिकारियो के द्वारा त्वरीत कार्यवाही हेतु निर्देशित करने चौकी प्रभारी सउनि हीराराम संवरा के हमराह स्टाफ के द्वारा संदेहियों की पता तलास हेतु टीम बनाकर अडभार में लगाकर संदेहियों अभिषेक लहरे उर्फ भुरू, भरत टण्डन एवं हलधर बंजारे उर्फ राजा साकिनान अडभार को हिरासत में लेकर कडाई से पुछताछ करने पर घटना दिनांक समय को तीनों चोरी करना स्वीकार किये चोरी किये गये मोटर पंप एवं घटना में प्रयुक्त एक प्लास को तीनों आरोपीयों के द्वारा पृथक पृथक पेश करने पर जप्त किया गया है। आरोपीयों को गिफतार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है। उक्त कार्यवाही में चौकी प्रभारी सउनि हीराराम संवरा, प्र.आर. पुष्पेन्द्र कुमार, दीपक साहु, पुषनाथ भगत, तिलेश नेताम एवं मोती गोपाल कंवर का सराहनीय योगदान रहा।