

नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिए पामगढ़ विकासखंड में चल रहा स्कूल शिक्षा विभाग का ऑनलाइन सेमिनार कार्यक्रम
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ति- नई शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्य को पूर्ण करने हेतु निपुण भारत मिशन के तहत एफ एन एल पर विकासखंड पामगढ के समस्त संकुलों को तीन जोन में बांटकर 5 दिवसीय आंनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है,जिसमें आज दिनांक 2/06/24 को तीनों जोन व्यासनगर , लोहर्सी और पामगढ़ में एक साथ आनलाइन प्रारंभ हुआ। प्रशिक्षण का प्रारंभ मोहन कौशिक विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी पामगढ़ के उद्बोधन से हुआ । उन्होंने नई शिक्षा नीति 2020 के संबंध में बताते हुए एफ एल एन क्या है इसके क्या उद्देश्य है, इसकी उपादेयता के बारे में शिक्षकों को बताया ।तत्पश्चात प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ तीनों जोन के लिए अलग अलग प्रशिक्षक नियुक्त हैं,ब्यासनगर जोन में 10 संकुल के शिक्षक- शिक्षिकाओ को मास्टर ट्रेनर महेंद्र कुमार साहु , अजय मरावी और घनश्याम दिनकर द्वारा आंनलाइन प्रशिक्षण में प्राथमिक स्तर के 10 संकुल से कुल 51 शिक्षक शिक्षिका शामिल हुए प्रशिक्षण का प्रारंभ परिचय से हुआ।घनश्याम दिनकर द्वारा प्रथम सेशन लेते हुए नई शिक्षा नीति 2020 का ढांचा,निपुण भारत मिशन के अंतर्गत एफ एन एल क्या है,इसकी आवश्यकता क्यों पड़ी ,फाउंडेशनल स्तर क्या है आदि बिंदुओ पर बात किया गया।इसी बीच पामगढ के ,खंड समन्वयक दुष्यंत भतृृहरि और एस आर जी प्रीना मैम द्वारा प्रशिक्षण का महत्व,निपुण भारत मिशन का लक्ष्य पूर्ण करने ,प्रशिक्षण पूरा समय तक लेने पर बात कर मुख्य बिंदुओ पर चर्चा किये । द्वितीय सेशन महेंद्र कुमार साहु द्वारा भाषा शिक्षण ,2020 पर आधारित एन सी एफ 2020 के दृष्टिकोण,संतुलित भाषा शिक्षण की पद्धति,भाषा शिक्षण के चार ब्लॉक आदि पर बात किया गया । तृतीय और अंतिम सेशन में अजय मरावी द्वारा भाषा शिक्षण के बुनियादी डिजाइन, 2024-25 अकादमिक सत्र की वार्षिक योजना , साप्ताहिक योजना,दैनिक योजना ,पाठ्य पुस्तक,अभ्यास पुस्तिका, शिक्षक संंदर्शिका पर कार्य और शिक्षण समग्री पर बात किया गया । इसी तरह जोन लोहर्सी एवं पामगढ़ में प्रशिक्षक चंद्रमोहन तिवारी, राकेश लहरे,हरदास मानिकपुरी उमाशंकर मधुकर , प्रदीप कमलेश और रोहित कश्यप ने प्रथम दिवस के पाठ्यक्रम के अनुसार बखूबी प्रशिक्षण दिये।इस प्रशिक्षण में अजीम जी प्रेम जी फाउंडेशन से नवनीत वर्मा , रविंद्र चन्द्रा , मंजू बन्छोर, सुभाष कुमार और रिंकेश कुमार का अहम भूमिका रहा। प्रशिक्षण में तीनों जोन से 213 शिक्षक शिक्षिकाओं ने प्रशिक्षण में भाग लिए।