*G L NEWS*छत्तीसगढ़रायपुरसक्ती

समाजसेविका अरुणा अग्रवाल के मार्गदर्शन में पितृ पक्ष पर लगाया जा रहा सार्वजनिक भंडारा, बिलासपुर के हनुमान मंदिर में खिचड़ी प्रसाद का हुआ वितरण,अरुणा अग्रवाल ने कहा- पितृपक्ष तक नियमित रूप से चलेगा भंडारे का आयोजन

समाजसेविका अरुणा अग्रवाल के मार्गदर्शन में पितृ पक्ष पर लगाया जा रहा सार्वजनिक भंडारा, बिलासपुर के हनुमान मंदिर में खिचड़ी प्रसाद का हुआ वितरण,अरुणा अग्रवाल ने कहा- पितृपक्ष तक नियमित रूप से चलेगा भंडारे का आयोजन kshititech
9 सितंबर को श्रीमती अरुणा अग्रवाल बिलासपुर में भंडारे प्रसाद कार्यक्रम में स्वयं उपस्थित होकर वितरित करते हुए
समाजसेविका अरुणा अग्रवाल के मार्गदर्शन में पितृ पक्ष पर लगाया जा रहा सार्वजनिक भंडारा, बिलासपुर के हनुमान मंदिर में खिचड़ी प्रसाद का हुआ वितरण,अरुणा अग्रवाल ने कहा- पितृपक्ष तक नियमित रूप से चलेगा भंडारे का आयोजन kshititech
9 सितंबर को श्रीमती अरुणा अग्रवाल बिलासपुर में भंडारे प्रसाद कार्यक्रम में स्वयं उपस्थित होकर वितरित करते हुए

समाजसेविका अरुणा अग्रवाल के मार्गदर्शन में पितृ पक्ष पर लगाया जा रहा सार्वजनिक भंडारा, बिलासपुर के हनुमान मंदिर में खिचड़ी प्रसाद का हुआ वितरण,अरुणा अग्रवाल ने कहा- पितृपक्ष तक नियमित रूप से चलेगा भंडारे का आयोजन

शक्ति छत्तीसगढ़ के कन्हैया गोयल की खबर

सक्ति- अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन बाल विकास की राष्ट्रीय चैयरमेन श्रीमती अरुणा अग्रवाल बिलासपुर के कुशल मार्गदर्शन में बिलासपुर शहर के हनुमान मंदिर के नजदीक 9 सितंबर को पितृ पक्ष के द्वितीय दिवस भंडारा प्रसाद का आयोजन किया गया, इस अवसर पर उपस्थित श्रीमती अरुणा अग्रवाल ने बताया कि पितृ पक्ष का पर्व हम सभी के लिए एक दान- पुण्य का महान पर्व होता है,तथा इस पर्व पर हम जहां भोजन की सेवा एवं विभिन्न सेवाओं के माध्यम से अपनी जिम्मेदारियो का निर्वहन करते हैं,तो वहीं शहर के हनुमान मंदिर के नजदीक 08 सितंबर से प्रतिदिन निरंतर भंडारे प्रसाद का आयोजन प्रारंभ किया गया है, जो की पितृ पक्ष तक नियमित रूप से प्रतिदिन आयोजित होगा एवं 9 सितंबर को आयोजित इस भंडारा प्रसाद कार्यक्रम में लगभग 500 की संख्या में खिचड़ी का भोग लगाकर प्रसाद दिया गया, तो वहीं लोगों ने इस सेवा कार्य की भी प्रशंसा की तथा ज्ञात हो की श्रीमती अरुणा अग्रवाल निरंतर बिलासपुर सहित प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर अपने सेवा एवं रचनात्मक कार्यों के लिए जानी जाती हैं, तथा वे निरंतर दीन-दुखियों जरूरतमंदों की सेवा के लिए सदैव अग्रणी रहती हैं

प्रातिक्रिया दे

Back to top button