प्रभावशाली समाज प्रमुखों के यहां पहुंचे पूर्व कलेक्टर भाजपा नेता ओ पी चौधरी,संपर्क से समर्थन अभियान के अंतर्गत करी भाजपा को जिताने की अपील, मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाई चौधरी ने, चौधरी को भी है तलाश सुरक्षित विधानसभा सीट की,2018 में खरसिया सीट से लड़ा था पहला चुनाव, शक्ति से भी उम्मीदवार बनाए जा सकते हैं ओ.पी




प्रभावशाली समाज प्रमुखों के यहां पहुंचे पूर्व कलेक्टर भाजपा नेता ओ पी चौधरी,संपर्क से समर्थन अभियान के अंतर्गत करी भाजपा को जिताने की अपील, मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाई चौधरी ने, चौधरी को भी है तलाश विधानसभा सीट की
सक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सकती-छत्तीसगढ़ प्रदेश में वर्ष 2018 में 15 साल तक छत्तीसगढ़ में राज कर चुकी भाजपा सत्ता से बाहर होने के बाद अब पुनः 2023 के चुनाव में सत्ता में आने की आस लगाए बैठी है,तथा भाजपा 90 विधानसभा क्षेत्रों में अपने बड़े नेताओं को 1-1 पोलिंग बूथ एवं मंडल तक की जवाबदारी देकर चुनाव जीतने की रणनीति तैयार कर रही है, तो वही छत्तीसगढ़ प्रदेश भारतीय जनता पार्टी केंद्र की 9 सालों तक दिल्ली की गद्दी पर राज कर रही नरेंद्र मोदी के कार्यों के सहारे भी छत्तीसगढ़ प्रदेश में सत्ता वापसी का सपना देख रही है, तथा बीते मई 2023 में जहां मोदी सरकार के 9 साल पूरे हुए हैं तो वहीं भाजपा ने इन 9 सालों के सफलतम सफर को आम जनता के बीच ले जाकर भाजपा के प्रति एक बार फिर से लोगों की सिंपैथी हासिल करना चाहती है तथा भाजपा ने राष्ट्रीय स्तर पर संपर्क से समर्थन अभियान प्रारंभ किया है
इसी श्रृंखला में नवगठित शक्ति जिले के भाजपा नगर मंडल शक्ति में भी 26 जून को भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व आईएएस अधिकारी पूर्व कलेक्टर तथा भाजपा के छत्तीसगढ़ प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी शहर के विभिन्न प्रभावशाली समाज प्रमुखों के बीच पहुंचे तथा इस दौरान ओ पी चौधरी ने पूज्य सिंधी पंचायत शक्ति, शिव बारात आयोजन समिति के अध्यक्ष विकास अग्रवाल विक्कू दुल्हन, देवांगन युवा संगठन शक्ति,अग्रवाल समाज के शंकरलाल अग्रवाल सहित शहर के विभिन्न स्वयंसेवी, सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक संगठनों के प्रमुखों तथा व्यक्तिगत रूप से भी क्षेत्र में प्रभाव रखने वाले गणमान्य नागरिकों के यहां पहुंचे,जहां पूर्व कलेक्टर ओ पी चौधरी ने उनका हाल-चाल जानते हुए भाजपा परिवार की ओर से उनका आत्मीय स्वागत किया, साथ ही कहा कि आने वाले 2023 के विधानसभा चुनाव एवं 2024 के लोकसभा चुनाव में आप का समर्थन हमें चाहिए तथा भारतीय जनता पार्टी ने सदैव केंद्र तथा राज्य में सर्व वर्ग के कल्याण के लिए काम किया है, एवं केंद्र की मोदी सरकार आज भी पूरे देश में चाहे कोरोना संक्रमण काल हो या की राष्ट्रीय स्तर के बड़े विषयों की बात हो,इन सभी के निराकरण करने में सफलता हासिल की है, मोदी जी के कार्य सर्वव्यापी हैं, इस दौरान पूर्व कलेक्टर ओपी चौधरी का भी लोगों ने स्वागत किया
उल्लेखित हो कि पूर्व आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी अविभाजित जांजगीर-चांपा जिले के कलेक्टर रह चुके हैं, तथा उनका शक्ति क्षेत्र में भी प्रशासनिक अधिकारी के रूप में काफी प्रभाव कलेक्टर के रूप में देखा जाता था, एवं भाजपा ने भी ओपी चौधरी को अब संपर्क अभियान के माध्यम से मैदान में उतारकर अपनी चुनावी तैयारियों की लगभग शुरुआत भी कर दी है, तथा ओपी चौधरी ने बीते साल 2018 में कलेक्ट्री छोड़कर भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के समक्ष भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी एवं भाजपा ने उन्हें खरसिया जैसी कठिन विधानसभा सीट जो कि आज तक भाजपा ने कभी जीती नहीं तथा इसका उदाहरण भाजपा संगठन भी अपनी बड़ी-बड़ी बैठकों में देता रहा है कि खरसिया का चुनाव आज तक उन्होंने नहीं जीता है, पर कमल छाप का प्रत्याशी बनाया था, किंतु ओपी चौधरी की कड़ी मेहनत एवं उनके प्रशंसकों तथा समर्थकों की भारी तैयारी के बावजूद वे चुनावी समर में सफलता हासिल नहीं कर पाए
तथा अब पुनः ओपी चौधरी आने वाले विधानसभा के चुनाव में अपनी सीट को लेकर संशय की स्थिति में है, एवं वैसे देखा जाए तो ओपी चौधरी को चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की बात उनके प्रशंसक कहते हैं, किंतु चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र जूदेव परिवार का पिछले 10 सालों से गढ़ रहा है किंतु 2018 के चुनाव में जुदेव परिवार की बहू संयोगिता सिंह को कांग्रेस प्रत्याशी रामकुमार यादव से करारी शिकस्त मिली थी तथा रायगढ़ विधानसभा में भी ओपी चौधरी के चुनाव लड़ने की बात कही जा रही है किंतु रायगढ़ शहर विधानसभा क्षेत्र शुरू से कठिन विधानसभा रहा है किंतु 2018 के चुनाव में भाजपा के ही दो लोगों की आपसी लड़ाई में कांग्रेस ने यहां से जीत हासिल की थी तथा अब देखना है कि ओपी चौधरी भी स्वयं इस विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ते हैं तथा लोग यह भी कह रहे हैं कि शक्ति विधानसभा सीट पर भी ओपी चौधरी के लड़ने की संभावना बन सकती है क्योंकि कांग्रेस से वर्तमान विधायक एवं छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत का चुनाव लड़ना लगभग तय माना जा रहा है इस दृष्टि से भाजपा भी महंत के सामने एक तगड़े उम्मीदवार के रूप में ओपी चौधरी को मैदान में उतार सकती है, तथा ओपी चौधरी भी कलेक्ट्री छोड़ने के बाद निरंतर राज्य सरकार पर हमला बोलते आए हैं, विगत महीनों उन्होंने कोयला घोटाले को लेकर बड़ा बयान दिया था जिसके बाद उनके खिलाफ FIR तक दर्ज हुई थी एवं वे 2018 के बाद से निरंतर भारतीय जनता पार्टी की राजनीति में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं तथा पिछड़ा वर्ग से होने के नाते भारतीय जनता पार्टी भी उन्हें विगत महीनों छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा के महामंत्री के रूप में जिम्मेदारी देकर राजनीतिक रूप से उनका लाभ लेना चाहती है, तथा सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर भी ओपी चौधरी जिस तरह से कांग्रेस सरकार के खिलाफ अपना बयान देते हैं निश्चित रूप से वे काफी सक्रिय हैं






