



कलियुग में भागवत कथा से सर्व समाज का कल्याण होता है… व्यास आचार्य हरिदर्शन, शक्ति के सामुदायिक भवन में रही भागवत कथा की धूम, श्री हनुमान मंदिर सेवा परिवार थाना चौक ने किया था आयोजन, 29 अगस्त को भागवत कथा का हुआ समापन
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सकती-श्रीमद भागवत कथा के प्रथम दिवस पर कथा व्यास आचार्य हरिदर्शन ने भागवत महापुराण महात्म्य पर प्रकाश देते हुए कहा कि कलियुग में श्रीमद भागवत कथा से सर्व समाज का कल्याण होता है। व्यास आचार्य ने आगे कहा कि भारत भूमि संस्कारों की धरती है जहां संस्कारित व्यक्ति ही समाज में सर्वथा सम्मान का काबिल होता है तो वहीं संस्कारहीन आचरण से व्यक्ति पतित कहलाता है इसलिए हम सब भावी पीढ़ी को कथाओं के माध्यम से संस्कारित करें।आज प्रातःकाल में यज्ञस्थल सामुदायिक भवन सक्ती से भव्य कलश यात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए पवित्र महामाया सरोवर से जल भर कर सिर पर कलश धारण किए नारी शक्तियों का हुजूम कथा स्थल पहुंची।इन पलों में श्री सिद्ध हनुमान मंदिर परिवार के साथ कथा वाचक हरिदर्शन जी एवं उनके परिकर राधे राधे का उद्घोष कर रहे थे जिससे नगर भागवतमय नजर आ रहा था, श्री सिद्ध हनुमान मंदिर परिवार एवम् दर्शन सेवा संस्थान चेरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित श्रीमद भागवत महापुराण कथा में श्रद्धालुओं की उपस्थिति से आयोजन गरिमामय प्रतीत हो रहा है, कथा में सक्ती नगर के अलावा ग्रामीण अंचल के लोगों ने सार्वजनिक श्रीमद भागवत महापुराण कथा अमृत रसपान करते हुए आयोजकों के प्रति साधुवाद प्रगट करते हुए कहा कि नगर में सार्वजनिक कथाओं के आयोजन से सर्व समाज को लाभ मिलता है। महाआरती के माध्यम से हिन्दू जागरण के लिए सतत प्रयत्नशील श्री सिद्ध हनुमान मंदिर परिवार के इस आयोजन में सक्रिय सहभागिता समाज के लिए सकारात्मक संदेश है,कथा विश्राम पश्चात मुख्य यजमान मुरारी सोनी, हनुमान परिवार के ओमप्रकाश वैष्णव ,कोंडके मौर्य, अमित तंबोली, महेंद्र गबेल, पप्पू खरा, सोनू देवांगन, रिंकू निर्मलकर, ईश्वर पटेल आदि के साथ मिलकर सभी ने महाआरती एवम् सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ किया
श्रीमद भागवत कथा के षष्ठम दिवस में रुक्मणि विवाह,कलियुग में एक प्रभु नाम अधारा- व्यास आचार्य हरिदर्शन
सकती-श्रीमद भागवत कथा के षष्ठम दिवस पर कथा व्यास आचार्य हरिदर्शन ने श्रीमद भागवत महापुराण की कथा में रुक्मणि विवाह की मनोरम कथा सुनाते हुए कहा कि किस प्रकार भगवान कृष्ण ने रुक्मणि के प्रणय निवेदन को स्वीकार कर विवाह रचाया । उन्होंने आगे बताया कि कलियुग में प्रभु नाम ही मोक्ष का एक मात्र आधार है तथा श्रीमद भागवत कथा से सर्व समाज का कल्याण होता है।
व्यास आचार्य ने आगे कहा कि भारत भूमि संतों की धारा है जो नित प्रतिदिन समाज के सुख शांति के लिए प्रभु कथाओं के माध्यम प्रयास करते हैं इसलिए हम सब प्रभु कृपा पाने कथाओं के माध्यम से संतों का सत्संग प्राप्त करें, कथा में श्री सिद्ध हनुमान परिवार के सदस्यों के साथ ही क्षेत्र के प्रख्यात कथावाचक दिव्यानंद तिवारी, एल आर जायसवाल, सुरेश कृपलानी, दीपक गुप्ता, दिनेश साहू ने व्यास पीठ का आशीर्वाद प्राप्त किया,विदित हो कि श्री सिद्ध हनुमान मंदिर परिवार एवम् दर्शन सेवा संस्थान चेरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित श्रीमद भागवत महापुराण कथा में श्रद्धालुओं ने रुक्मणि विवाह में पूरे जोश उत्साह व नृत्य संगीत के साथ भरपूर आनंद लिया,सक्ती नगर के अलावा ग्रामीण अंचल के लोगों ने सार्वजनिक श्रीमद भागवत महापुराण कथा अमृत रसपान करते हुए आयोजकों का धन्यवाद करते करते हुए कहा कि सार्वजनिक कथाओं के आयोजन से आम लोगों को कथा श्रवण पुण्य लाभ मिलता है।,महाआरती के माध्यम से सनातन धर्म के पुरुत्थान के पुनीत कार्य में सतत प्रयासरत श्री सिद्ध हनुमान मंदिर परिवार ने इस आयोजन में सहभागिता देकर एक अनूठा पहल किया है। आज कथा विश्राम पश्चात व आरती के पूर्व मुख्य यजमान मुरारी सोनी, हनुमान परिवार के ओमप्रकाश वैष्णव ,कोंडके मौर्य, अमित तंबोली, महेंद्र गबेल, पप्पू खरा, सोनू देवांगन, रिंकू निर्मलकर, ईश्वर पटेल, गोपाल गौतम, वीरेंद्र देवांगन, संजय तंबोली आदि के साथ मिलकर सभी ने महाआरती एवम् सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ किया।
श्रीमद भागवत कथा में सप्तम दिवस में सुदामा चरित्र व्याख्यान के साथ कथा विश्राम,भागवत कथा के प्रति बुद्धजीवियों का लगाव सक्ती नगर की विशेष पहचान… व्यास आचार्य हरिदर्शन
सकती-श्रीमद भागवत कथा के अंतिम दिवस पर कथा व्यास आचार्य हरिदर्शन ने श्रीमद भागवत महापुराण की सुदामा चरित्र की भावुक कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान अपने बाल सखा सुदामा से जिस प्रकार भाव विभोर होकर लिपटते हैं वही सच्चे दोस्ती का मिसाल है। द्वापर के कृष्णसुदामा की मित्रता आज नई पीढ़ी के युवाओं को दिखाने और सिखाने की अत्यंत आवश्यकता है तभी सच्चे मायने में अमीरी और गरीबी का भेद समाज से दूर हो पाएगा। उन्होंने यह भी अगर श्रीमद भागवत कथा के सात दिन का कथा का रसपान नहीं कर पाए हों तब अंतिम एक दिन कथा का भी आपके जीवन को मोक्ष की ओर ले जायेगा तथा आप सबका का कल्याण सुनिश्चित है,आज की कथा में श्री सिद्ध हनुमान परिवार के सदस्यों ने व्यासपीठ का आशीर्वाद प्राप्त कर कहा कि निश्चित ही आज भागवत कथा व्यवसाय का रूप ले चुका है इन परिस्थितियों व्यास आचार्य हरिदर्शन महाराज के अकिंचन व सार्वजनिक भागवत की यह कथा उनके सरलसहज और जन कल्याण की भावना को रेखांकित करती है, इसके लिए हम सब आपके सहृदयता का हृदय से प्रणाम करते हैं । आपने नगर से दिल का रिश्ता बना लिया है और श्रीकृष्ण जी से प्रार्थना है कि परस्पर यह रिश्ता आजीवन चलता रहे,आज क्षेत्र के प्रख्यात कथावाचक टीकम प्रसाद दुबे पप्पू महाराज के साथ श्री सिद्ध हनुमान परिवार के सभी सदस्यों ने व्यास पीठ का आशीर्वाद प्राप्त किया,विदित हो कि श्री सिद्ध हनुमान मंदिर परिवार एवम् दर्शन सेवा संस्थान चेरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित श्रीमद भागवत महापुराण कथा में श्रद्धालुओं ने सुदामा चरित्र की कथा से लोग भावुक हो गए थे।
आज सक्ती नगर के अलावा अन्य जिलों से लोगों ने सार्वजनिक श्रीमद भागवत महापुराण कथा अमृत रसपान करते हुए आयोजकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अंकिंचन भागवत कथा में सभी दिव्य अमृत कथा का रसपान किया।हनुमान लला की महाआरती से जन जन में लोकप्रिय श्री सिद्ध हनुमान मंदिर परिवार की इस आयोजन में सहभागिता निश्चित रुप से सामाजिक सरोकार के प्रति महती योगदान है। आज कथा विश्राम पश्चात व आरती के पूर्व मुख्य यजमान मुरारी सोनी, हनुमान परिवार के ओमप्रकाश वैष्णव वरिष्ठ अधिवक्ता चितरंजन प्रसाद पटेल,कोडके मौर्य, अमित तंबोली, महेंद्र गबेल, पप्पू खरा, सोनू देवांगन, रिंकू निर्मलकर, ईश्वर पटेल, गोपाल गौतम, वीरेंद्र देवांगन, संजय तंबोली आदि के साथ मिलकर सभी ने महाआरती एवम् सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ किया।








