


फर्टिलाइजर एसोसिएशन सरगुजा संभाग का हुआ 18 फरवरी को गठन, कन्हैयालाल अग्रवाल बनाए गए अध्यक्ष, नए अध्यक्ष कन्हैयालाल ने कहा- सभी वितरक संगठन के निर्णय का करें पालन, संगठन हित में लिए गए 04 निर्णय, कन्हैया ने कहा- कंपनियों की थोपी जाने वाली नीतियों से मिलेगी राहत
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबार
सक्ती- 18 फरवरी 2025 को अम्बिकापुर मे सरगुजा संभाग के समस्त थोक विक्रेता बन्धुओ की एक बैठक आयोजित हुई,जिसमे सर्वसम्मति से फर्टिलाईजर्स एसोसिएशन सरगुजा संभाग का गठन किया गया,जिसमे अध्यक्ष-कन्हैया लाल अग्रवाल,सचिव-समीर अग्रवालकोषाध्यक्ष-अंजित अग्रवाल,उपाध्यक्ष-मुरारीबजायसवाल(सूरजपुर),उपाध्यक्ष-अनिल अग्रवाल(जशपुर), उपाध्यक्ष-सुनील अग्रवाल(बलरामपुर),उपाध्यक्ष-सुरेश तिवारी(सरगुजा),उपाध्यक्ष-अशोक साहू(कोरिया) प्रमुख है, तथा 18 फरवरी को संपन्न अंबिकापुर की बैठक में सरगुजा संभाग के फर्टिलाईजर्स डीलरो के लिए अनेकों निर्णय लिए गए तथा बैठक में सर्वसम्मति से चुने गए सभी पदाधिकारीयो को उपस्थित सदस्यों ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी, साथ ही बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि संगठन के हित में सदैव काम किया जाएगा
एवं कोई भी वितरक भाई किसी भी कम्पनी का लदान के साथ खाद नहीं खरीदेगा,हम बिना लदान ही खाद का खरीद बिक्री करेंगे,संभाग के बाहर के वितरकों को सूचित किया जायेगा कि वो भी हमारे संभाग मे बिना लदान ही व्यवसाय करे,अन्यथा उनके खिलाफ होने वाली कार्यवाही की जवाबदारी उनकी स्वयं की होगी,अपने सभी रिटेलरो को अपने अपने ग्रुप के माध्यम से सूचित करेंगे कि संभाग के बाहर के व्यापारियों से खाद का क्रय विक्रय न करे अन्यथा उनके खिलाफ होने वाली कार्यवाही की जवाबदारी उनकी स्वयं की होगी,जो वितरक एसोसिएशन के नियमो एवं लिये गये निर्णय के खिलाफ जाकर व्यवसाय करेगा उसे एसोसिएशन को 51 हजार रुपये जुर्माना का भुगतान करना होगा,संगठन के अध्यक्ष कन्हैयालाल अग्रवाल ने सभी थोक उर्वरक विक्रेताओं से अपने संबोधन मे कहा की संगठन के नियमों एवं फैसलों से अपना व्यवसाय सुनिश्चित करते हुये चोर एवं कालाबाजारी,जमाखोर जैसे आरोप से बचे,हम सभी आपके साथ हैं आप भी धैर्य पूर्वक संगठन का साथ दे
सरगुजा उर्वरक एसोसिएशन के गठन एवं उसमे लिये गये निर्णयों पर पूरे प्रदेश के उर्वरक व्यवसायी मे नयी उम्मीद दिखाई दे रही हैं, और उनमे कम्पनियों की जबरन थोपे जाने वाली नीतियों से राहत भी मिलने की संभावना भी नजर आ रही है,विभिन्न व्यापारियों द्वारा अपने अपने शब्दों मे इस पर प्रतिक्रिया दी जा रही हैं,रायगढ क्षेञ के एक उर्वरक व्यवसायी द्वारा कहा गया कि व्यापारी एकता को प्रदर्शित करते हुए यह निर्णय बहुत ही सुंदर ढंग से आप लोगों ने लिया है,इसका फायदा आने वाले दिनों में जरूर मिलेगा
छत्तीसगढ़ के सभी उर्वरक रिटेलर चाहेंगे कि यह निर्णय पूरे छत्तीसगढ़ के लिए लागू हो जाए जिससे छत्तीसगढ़ के सभी रिटेलर कंधे से कंधा मिलकर चल सके