शक्ति के सरस्वती शिशु मंदिर की अनुकरणीय पहल-शहर की खेल प्रतिभा का किया सम्मान, 85 वर्षीय वयोवृद्ध फुटबॉल खिलाड़ी सुंदर प्रधान को किया गया सम्मानित, विद्यालय में हुई पूर्व छात्रों की उपस्थिति में भारत माता की आरती, शक्ति जिले के पूर्व मुख्य स्वास्थ्य- चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सूरज राठौर भी रहे मौजूद, विद्यालय में प्रतिदिन बच्चों का जन्मदिन भी किया जा रहा आयोजित
शक्ति के सरस्वती शिशु मंदिर की अनुकरणीय पहल-शहर की खेल प्रतिभा का किया सम्मान, 85 वर्षीय वयोवृद्ध फुटबॉल खिलाड़ी सुंदर प्रधान को किया गया सम्मानित, विद्यालय में हुई पूर्व छात्रों की उपस्थिति में भारत माता की आरती, शक्ति जिले के पूर्व मुख्य स्वास्थ्य- चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सूरज राठौर भी रहे मौजूद, विद्यालय में प्रतिदिन बच्चों का जन्मदिन भी किया जा रहा आयोजित
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सकती- शक्ति शहर के अखराभाटा में स्थित 60 वर्ष पुराने सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय द्वारा निरंतर शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों को संस्कारिक बनाने के साथ ही रचनात्मक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर योगदान दिया जा रहा है,तथा इसी श्रृंखला में विद्यालय प्रबंधन द्वारा 24 अगस्त को अविभाजित मध्य प्रदेश के समय से शक्ति आंचल में फुटबॉल प्लेयर के रूप में पूरे राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित करने वाले एवं विश्व के प्रसिद्ध फुटबॉल खिलाड़ी मोहन बागान के साथ भी फुटबॉल खेलने का गौरव हासिल करने वाले वार्ड क्रमांक-03 के पूर्व पार्षद सुंदर प्रधान को विद्यालय में बुलाकर जहां उनका शाल श्रीफल से सम्मान किया, तो वहीं विद्यालय के छात्र-छात्राओं को उनका प्रेरणादायक मार्गदर्शन भी मिला
वहीं इस दौरान सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के विद्यालय प्रबंधन समिति के कोषाध्यक्ष रामअवतार अग्रवाल, पूर्व छात्र शक्ति जिले के पूर्व मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी तथा वर्तमान में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शक्ति के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सूरज सिंह राठौर, विद्यालय के प्राचार्य पूरन गिरी गोस्वामी, प्रधानाचार्य बलदाऊ प्रसाद साहू भी प्रमुख रूप से मौजूद रहे तथा उनके साथ विद्यालय के पूर्व छात्र सरदार हरजीत सिंह सलूजा, भवानी प्रसाद तिवारी एवं दीपक अग्रवाल भी उपस्थित थे, तथा सभी पूर्व छात्रों ने भी सुंदर प्रधान को जहां स्मृति चिन्ह एवं शाल से सम्मानित किया तो वहीं विद्यालय परिसर में भी प्रत्येक शनिवार को होने वाली भारत माता की आरती का भव्य प्रयोजन किया गया इस आरती में जहां दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ, तो वहीं विद्यालय परिवार के शिक्षक- शिक्षिकाओं एवं विद्यार्थियों ने भी इस भारत माता की आरती के कार्यक्रम में सहभागिता की, तथा इस दौरान प्रसिद्ध फुटबॉल प्लेयर सुंदर प्रधान ने कहा कि आज फुटबॉल का खेल पूरी दुनिया में लोकप्रिय है, एवं इस अंचल से मुझे सभी के स्नेह एवं आशीर्वाद से फुटबॉल के क्षेत्र में सदैव अग्रणी बनाते हुए अपना सहयोग प्रदान किया तथा आज विद्यालय परिवार मुझे सम्मानित कर रहा है इससे मैं अभिभूत हूं तथा इस विद्यालय की निरंतर प्रगति की मैं कामना करता हूं, वहीं कार्यक्रम में उपस्थित शक्ति जिले के मुख्य पूर्व मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सूरज राठौर ने भी कहा कि आज सरस्वती शिशु मंदिर पूरे देश में बच्चों को संस्कारिक बनाकर एक बेहतर शिक्षा प्रदान कर रहा है,तथा मेरा सौभाग्य है कि मैंने भी इस विद्यालय से अपनी प्राथमिक शिक्षा ग्रहण की है, तथा विद्यालय के अच्छे संस्कारों से आज मैं भी स्वास्थ्य एवं चिकित्सा के क्षेत्र में सफलता अर्जित कर लोगों को एक चिकित्सक के रूप में सेवाएं प्रदान कर रहा हूं, तथा मैं इस विद्यालय परिवार का बहुत-बहुत आभारी हूं
वही इस अवसर पर उपस्थित पूर्व छात्रों ने भी भारत माता की आरती के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज सरस्वती शिशु मंदिर भले ही हिंदी माध्यम की शिक्षा देता है, किंतु आज हम हिंदुस्तान में रहते हैं एवं हिंदी हमारी मातृभाषा है एवं राष्ट्रीय भाषा है तथा हमें इसका गौरव होना चाहिए एवं हमें भी इस बात का गौरव है कि हमने इस विद्यालय से शिक्षा ग्रहण की है, कार्यक्रम को विद्यालय प्रबंधन समिति के पूर्व कोषाध्यक्ष रामअवतार अग्रवाल ने भी संबोधित करते हुए कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर शक्ति का साथ वर्षों पुराना विद्यालय है, तथा इस विद्यालय ने सदैव यही प्रयास किया है कि क्षेत्र के विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के साथ ही क्षेत्र की विभिन्न क्षेत्रों में ख्याति अर्जित करने वाली प्रतिमाओं का भी सम्मान हो,इसी श्रृंखला में विद्यालय में नियमित रूप से ऐसे कार्यक्रम भी आयोजित किया जा रहे हैं
ज्ञात हो की शक्ति के सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में प्रत्येक शनिवार को भारत माता की आरती का कार्यक्रम विद्यार्थियों के बीच में आयोजित हो रहा है,तथा इस कार्यक्रम में शहर सहित क्षेत्र से भी विद्यालय के पूर्व छात्रों को आमंत्रित कर उन्हें विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था से भी अवगत कराया जाता है, वहीं रक्षाबंधन के पर्व पर भी सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की बहनों ने भी विद्यालय के भईयाओं को रक्षा बंधन की बधाई देते हुए उनकी कलाइयों पर राखियां बांधी तथा मुंह मीठा कराकर उनके दीर्घायु जीवन की भी कामना की थी
शक्ति के सरस्वती शिशु उच्चतर माध्यमिक विद्यालय द्वारा विद्यालय के प्रतिदिन जिन भी छात्र-छात्राओ का जन्मदिन रहता है उनके जन्मदिन को नियमित प्रार्थना के समय मंच पर संबंधित विद्यार्थी को बुलाकर उन्हें तिलक लगाकर स्वागत किया जाता है, एवं उन्हें जन्मदिन की बधाई भी दी जाती है, तथा उनके हाथों से दीप प्रज्वलन भी कराया जाता है, विद्यालय में हुई इस परंपरा की शुरुआत से जहां विद्यालय के बच्चों एवं अभिभावकों में भी काफी प्रसन्नता है, तो वहीं अभिभावकों का कहना है कि सरस्वती शिशु मंदिर में ऐसे संस्कारों से बच्चों में भी अच्छी सोच जागृत होती है