CBI का मिशन महादेव-महादेव सट्टा एप मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बढ़ी मुश्किलें- सीबीआई ने आखिरकार दर्ज कर ही लिया मामला, छत्तीसगढ़ में 21 लोगों पर दर्ज हुई FIR, छठवें नंबर में है आरोपी के रूप में बघेल जी का नाम, FIR में दर्ज नाम वाले कई आरोपी तो दुबई में कर रहे हैं ऐशो आराम




महादेव सट्टा एप मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बढ़ी मुश्किलें- सीबीआई ने आखिरकार दर्ज कर ही लिया मामला, छत्तीसगढ़ में 21 लोगों पर दर्ज हुई FIR, छठवें नंबर में है आरोपी के रूप में बघेल जी का नाम
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ती- महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल की मुश्किलें बढ़ गई हैं। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है, जिसमें भूपेश बघेल समेत 21 आरोपियों के नाम शामिल हैं। सीबीआई ने देशभर में 60 स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें कई अहम साक्ष्य जुटाए गए है,महादेव ऑनलाइन बुक एक अवैध सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म है, जिसे सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने प्रमोट किया था। ये दोनों वर्तमान में दुबई में रह रहे हैं और वहां से इस अवैध कारोबार को संचालित कर रहे हैं। जांच एजेंसियों के अनुसार, इस सट्टेबाजी नेटवर्क के जरिए करोड़ों रुपये का लेन-देन किया गया। इस नेटवर्क को निर्बाध रूप से चलाने के लिए कथित रूप से बड़े नेताओं और सरकारी अधिकारियों को ‘प्रोटेक्शन मनी’ दी जाती थी
सीबीआई की एफआईआर में भूपेश बघेल को आरोपी नंबर 6 बनाया गया है। इसके अलावा, ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल समेत 21 लोगों के नाम एफआईआर में शामिल किए गए हैं। इससे पहले छत्तीसगढ़ की आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में भी भूपेश बघेल का नाम था,सीबीआई ने हाल ही में इस मामले को लेकर दिल्ली, छत्तीसगढ़, भोपाल, कोलकाता और अन्य शहरों में 60 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान कई राजनेताओं, वरिष्ठ नौकरशाहों, पुलिस अधिकारियों, महादेव बुक के प्रमुख पदाधिकारियों और अन्य निजी व्यक्तियों के परिसरों पर तलाशी ली गई। छापेमारी के दौरान डिजिटल उपकरणों, वित्तीय दस्तावेजों और अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्यों को जब्त किया गया है।महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी रैकेट की जांच पहले छत्तीसगढ़ की EOW कर रही थी। बाद में राज्य सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी, ताकि पूरे रैकेट की गहराई से जांच हो सके।सीबीआई द्वारा जब्त किए गए दस्तावेजों और डिजिटल साक्ष्यों की जांच जारी है। माना जा रहा है कि इस मामले में और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं। एजेंसी जल्द ही आरोपियों से पूछताछ कर सकती है और नए खुलासे हो सकते हैं

