


अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्षी दलों के रवैया को गलत ठहराया भाजपा नेता रमेश सिंघानिया ने, रमेश ने कहा–वे गिनाने में लगे थे, बस हमारी गल्तियाॅं,खूबियाॅं हमने गिनायीं, छोड़ वे महफिल गएल,अतीत से पीछा छुड़ाने के लिए कांग्रेस ने गठबंधन का नाम बदला*
सक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सकती-भारतीय जनता पार्टी के जिला प्रवक्ता रमेश सिंघानिया ने अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्षी दलों के रवैय्ये को गलत ठहराते हुए कहा कि विपक्ष सिर्फ सवाल उठाता है पर उनका उत्तर सुनने का उनमें धैर्य और साहस नहीं है।उनकी वाणी और व्यवहार में संयम की भी कमी है।उन्होंने कहा कि मणिपुर के मामले में अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले विपक्ष ने मणिपुर के मामले में सरकार के पक्ष को सुनना भी पसंद नहीं किया और सदन से बहिर्गमन कर दिया,उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान स्वाभाविक तौर पर पक्ष-विपक्ष अपना-अपना पक्ष रखते हैंविपक्षी पार्टियां सभी विषयों पर बोलीं।सरकार ने भी अपनी उपलब्धियाॅं गिनाईं, विपक्ष को आइना दिखाया। जिसका वे बुरा मान गए। उन्होंने कहा कांग्रेस अपने अतीत से पीछा छुड़ाना चाहती है इसी सिलसिले में उसने अपने गठबंधन का नाम भी बदल लिया है। विपक्ष के इस प्रयास को प्रधानमंत्री ने खंडहर में प्लास्टर चढ़ाना बताया है तथा पुरानी खटारा गाड़ी को इलेक्ट्रीकल
वाहन का नाम देना बताया है सिंघानिया ने कहा कि राहुल गांधी सदन में भारत माता की हत्या हो गयी कहते हैं, प्रधानमंत्री की तुलना रावण से करते हैं, हवाई चुंबन उछालते हैं, वहीं अधीर रंजन प्रधान मंत्री को सदन में खींच लाने की बात कहते हैं, उन्हें नीरव मोदी बतातेहैं,अनाप-शनाप बातें करते हैं।उनका उद्देश्य केवल हंगामा मचाना था। यदि मणिपुर पर चर्चा करना उनका उद्देश्य होता तो गृह मंत्री के प्रस्ताव को वे नहीं ठुकराते। विपक्ष के बहिर्गमन पर सिंघानिया ने अपनी इन पंक्तियों का उल्लेख किया,वे गिनाने में लगे थे, बस हमारी गल्तियाॅं। आइना हमने दिखाया, छोड़ वे महफिल गए*


