



सकती जेठा के सरकारी कॉलेज में एक दिवसीय संगोष्ठी का कार्यक्रम हुआ संपन्न, जनजातीय गौरव दिवस के रूप में यूनिवर्सिटी के निर्देश पर आयोजित था कार्यक्रम
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सकती- शासकीय क्रान्ति कुमार भारतीय स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय सक्ति में “जनजाति समाज का गौरवशाली अतीत ऐतिहासिक सामाजिक और आध्यात्मिक योगदान “विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी सम्पन्न हुई है,भारत सरकार, छत्तीसगढ़ सरकार और शहीद नंद कुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ के निर्देशानुसार 16 नवंबर 2024 को जनजाति समाज का गौरवशाली अतीत ऐतिहासिक सामाजिक और आध्यात्मिक योगदान पर कार्यशाला सक्ति जिले के अग्रणी महाविद्यालय में आयोजित किया गया,मुख्य अतिथि के रूप में विद्या सिंदार (कार्यकारिणी सदस्य अनुसूचित जनजाति मोर्चा एवं सह प्रभारी मध्यप्रदेश ) ,राजीव कुमार ध्रुव (जिला संपर्क प्रमुख वनवासी कल्याण आश्रम बिलासपुर)मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के प्राचार्य डॉ डी पी पाटले द्वारा किया गया ।अन्य अतिथियों में चेतन साहू (अध्यक्ष जनभागीदारी समिति शासकीय क्रान्ति कुमार भारतीय महाविद्यालय सक्ति) , डॉ कौशल्या मैत्री ( सहायक प्राध्यापक) मुन्ना लाल सीदार (सहायक प्राध्यापक) अर्जुन सिंह ( सहायक प्राध्यापक) , वेद सिंह मरकाम ( ऑडिट विभाग रायपुर), खगेश्वर सिंह पोर्टे (सदस्य युवा प्रकोष्ठ कोटा ),विजय सिदार, भारती सिंह सिदार ,( सहायक ग्रेड 2 बिलासपुर), उपस्थित रहे
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती, संविधान निर्माता डॉ बी आर आंबेडकर,और आदिवासी समाज के जन नायकों की पूजा अर्चना करके दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। मुख्य अतिथि विद्या सिंदार का स्वागत प्रो अजय देवांगन द्वारा ,मुख्य वक्ता राजीव कुमार ध्रुव का स्वागत प्रो ललित सिंह ( सह संयोजक ) द्वारा,चेतन साहू ( अध्यक्ष जनभागीदारी समिति शासकीय क्रान्ति कुमार भारतीय स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय सक्ति) का स्वागत प्रो सोमेश कुमार घिटोड़े ( जिला संगठक राष्ट्रीय सेवा योजना) द्वारा,,डॉ डी पी पाटले ( प्राचार्य ) का स्वागत प्रो एस अनंत द्वारा पुष्पगुच्छ और बैज लगाकर किया गया। कार्यक्रम के संयोजक प्रो डॉ शकुंतला राज और सहसंयोजक प्रो ललित सिंह का स्वागत पुष्पगुच्छ के साथ किया गया ।सर्वप्रथम प्रो डॉ शकुंतला राज द्वारा कार्यक्रम आयोजित करने का उद्देश्य बताया गया कि हम सभी को जनजातियों के अतीत इतिहास और सामाजिक योगदान की जानकारी होनी चाहिए ।उन्होंने आदिवासियों के धरती के भगवान बिरसा मुंडा,गुण्डाधुर,रानी दुर्गावती,सहित समस्त जननायकों महत्व को बताना इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है उन्होंने समस्त अतिथियों का आभार और धन्यवाद किया। मुख्य वक्ता राजीव कुमार ध्रुव ने बताया कि इस देश के मूलनिवासी आदिवासी है।उन्होंने कहा कि आदिवासी लोग प्रकृति के पुजारी है,इनका सांस्कृतिक घर घोटूल है जिनका उद्देश्य युवाओं को समाज से सामाजिक सांस्कृतिक,परिचय करना है।उन्होंने भगवान बिरसा मुंड के योगदान ,रानी दुर्गावती के योगदान ,गुण्डाधुर,भारत के प्रथम क्रांतिकारी तिलका मांझी,शहीद वीर नारायण सिंह,बलिदानी टांटिया भील ,बुद्ध भगत गोविंद गुरु के बारे में बहुत विस्तार से जानकारी दी गई।विद्या सिंदार मुख्य अतिथि द्वारा भी आदिवासी समाज के समस्त जन नायकों के बारे में बताते हुए उनका नमन किया गया ,उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज एकजुट समाज है वह अपनी रीति रिवाज परंपरा को कायम रखे हुए है उनकी अलग ही सांस्कृतिक और सामाजिक पहचान है ।उन्होंने छत्तीसगढ़ और भारत सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह पहला अवसर है कि आदिवासियों की संस्कृति इतिहास पर पूरे देश भर में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।इससे देश भर के लोगों को आदिवासियों को करीब से जानने का अवसर मिला है
उन्होंने प्राचार्य डॉ डी पी पाटले और संयोजक प्रो डॉ शकुंतला राज का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने यह भव्य कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में छात्र छात्राओं संध्या ओर उनके साथियों द्वारा एक लोकनृत्य प्रस्तुत किया गया। इस दौरान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें विजेता निम्नानुसार ,क्रमशः निबंध में अनीशा साहू (प्रथम ) अमरनाथ कर्स (द्वितीय) और प्रिया वैष्णव ने तृतीय स्थान प्राप्त किया इसी क्रम में चित्रकला में प्रेम कुमार मोनिका ,और ऐश्वर्या और रंगोली में गंगोत्री ,हेमलता और प्रमिला को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।समस्त अतिथियों को प्रमाण पत्र और भेंट स्वरूप अंगवस्त्र दिया गया ।मंच संचालन प्रो महेंद्र यादव द्वारा किया गया।कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रो हेमपुष्पा चंद्रा प्रो ऋतु पटेल प्रो सीमा साहू प्रो यज्ञ राठिया प्रो डॉ हरिशंकर रजक प्रो डॉ ज्योति कुशवाहा प्रो डॉ श्रुति तिवारी प्रो विद्या सागर राय प्रो संतोष जांगड़े प्रो अनिल खरा प्रो मनोज जायसवाल प्रो जी एस मैत्री प्रो डॉ टी पी टंडन प्रो डॉ अर्चना चंद्रा प्रो पल्लवी प्रधान सहित समस्त स्टॉफ और छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का आभार प्रदर्शन कार्यक्रम के सह संयोजक प्रो ललित सिंह द्वारा किया गया ।





