जैजैपुर में कांग्रेस के बागी बिगाड़ेंगे समीकरण,टेकलाल चंद्रा ने दिया कांग्रेस से इस्तीफा, लड़ सकते हैं निर्दलीय चुनाव, बसपा प्रत्याशी केशव चंद्रा की स्थिति हो रही दिन- प्रतिदिन मजबूत, भाजपा- कांग्रेस अंतरकलह से जूझ रही, जिलाअध्यक्ष रहते हुए डॉ. कैलाश साहू को भी देखनी पड़ी थी पराजय, अब क्या होगा कृष्णकांत का, चंद्रपुर विधानसभा से भाजपा से बगावत कर एक बार चुनाव भी लड़ा था कृष्णकांत चंद्रा ने




जैजैपुर में कांग्रेस के बागी बिगाड़ेंगे समीकरण,टेकलाल चंद्रा ने दिया कांग्रेस से इस्तीफा, लड़ सकते हैं निर्दलीय चुनाव, बसपा प्रत्याशी केशव चंद्रा की स्थिति हो रही दिन- प्रतिदिन मजबूत, भाजपा- कांग्रेस अंतरकलह से जूझ रही, जिलाअध्यक्ष रहते हुए डॉ. कैलाश साहू को भी देखनी पड़ी थी पराजय, अब क्या होगा कृष्णकांत का, चंद्रपुर विधानसभा से भाजपा से बगावत कर एक बार चुनाव भी लड़ा था कृष्णकांत चंद्रा ने
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ति-21 अक्टूबर से शक्ति जिले में विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन का कार्य प्रारंभ हो चुका है,तथा सभी राजनीतिक दलों एवं निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले नेताओं ने नामांकन फार्म खरीदना प्रारंभ कर दिया है, तथा शक्ति जिले की जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की टिकट की आस लगाए बैठे वरिष्ठ कांग्रेस नेता टेकलाल चंद्रा ने टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष त्रिलोकचंद जायसवाल दादू के कार्यालय पहुंचकर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया तथा यह कयास लगाया जा रहे हैं कि टेकलाल चंद्रा का प्रभाव जिस तरह से जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र में देखा जा रहा है वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे तथा कांग्रेस से बागी के रूप में वह प्रत्याशी होंगे
वहीं वर्तमान में जैजैपुर विधानसभा से देखा जाए तो वर्तमान विधायक बसपा के केशव चंद्रा फिर से मैदान में है तथा वे दो बार विधायक रह चुके हैं एवं भाजपा ने जिला अध्यक्ष कृष्णकांत चंद्रा को अपना प्रत्याशी बनाया है तथा कांग्रेस पार्टी ने बालेश्वर साहू को कांग्रेस की टिकट दी है, जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र का राजनीतिक आकलन किया जाए तो बसपा विधायक केशव चंद्रा फिर से मजबूत स्थिति में आ सकते हैं, तथा जिस तरह से जमीनी स्तर तक केशव चंद्रा की लोकप्रियता एक कर्मठ जन सेवक के रूप में है, तो राजनीतिक जानकारों का मानना है कि फिर से तीसरी बार केशव चंद्रा विधायक बनेंगे वहीं भाजपा जिला अध्यक्ष कृष्णकांत चंद्रा के लिए भी जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र का चुनावी संग्राम आसान नहीं है, संगठनात्मक दृष्टि से देखा जाए तो कृष्णकांत चंद्रा जांजगीर चांपा जिला अध्यक्ष रहते हुए जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक रूप से उनकी मतभिन्नता प्रमुख नेताओं से प्रारंभ से ही रही है, तथा विगत वर्ष जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र के कई मंडल अध्यक्षों को बदला भी गया था, जिसके कारण भाजपा को काफी विरोध का सामना करना पड़ा था, एवं जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान सांसद गुहाराम अजगले का भी भाजपा का एक धड़ा शुरू से ही विरोध करता है, तथा पार्टी संगठन के कार्यक्रमों में तो खुलकर विरोध सामने देखा जाता है, जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र में जहां भाजपा के दिग्गज नेता निर्मल सिन्हा का वर्चस्व है, तो वहीं निर्मल सिन्हा मालखरौदा विधानसभा सीट से एक बार उपचुनाव जीत चुके हैं, एवं मालखरौदा विधानसभा बाद में परिसीमन में समाप्त होकर जैजैपुर विधानसभा बन गई थी किंतु इसके बावजूद निर्मल सिन्हा का प्रभाव क्षेत्र में काफी है, एवं निर्मल सिन्हा वर्तमान में जिला पंचायत के सदस्य भी हैं एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं तथा डॉ रमन सिंह की सरकार में वे अंतव्यवसायी वित्त विकास निगम के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं,सिन्हा ने विगत चुनावो में अपने खास समर्थक एवं जांजगीर चांपा जिला भाजपा के अध्यक्ष रहे डॉक्टर कैलाश साहू को टिकट दिलवाई थी, किंतु दोनों बार डॉक्टर कैलाश साहू को पराजय हाथ लगी तथा इस बार कृष्णकांत चंद्रा को टिकट मिली है किंतु राजनीतिक सूत्रों का मानना है कि निर्मल सिन्हा एवं उनके समर्थक वर्तमान भाजपा प्रत्याशी से दूरी बनाए हुए हैं,तथा जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र में विगत नगरीय निकाय का चुनाव हो या की त्रिस्तरीय पंचायत के चुनाव हो राजनीतिक समीकरण हमेशा विपरीत रहते हैं, तथा नगर पंचायत चुनाव में तो लोगों का कहना था कि वर्तमान अध्यक्ष सोनसाय देवांगन स्वयं अपने दम पर अध्यक्ष बन पाए हैं वरना पार्टी के लोग तो उन्हें निपटा देते, ऐसी चर्चा है, तथा यही स्थिति अगर विधानसभा चुनाव में भी रही तो भला कृष्णकांत चंद्रा चुनाव कैसे जीत पाएंगे इस बात को लेकर सवालिया निशान लग गया है
तथा वर्तमान कांग्रेस प्रत्याशी बालेश्वर साहू भी बम्हनीनडीह क्षेत्र से आते हैं एवं बम्हनीनडीह क्षेत्र का भी काफी हिस्सा जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र में शामिल है इस लिहाज से बालेश्वर साहू भी मजबूत स्थिति में रहेंगे किंतु केशव चंद्रा की डगर आसान होती जा रही है एवं जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र में हाथी फिर से दौड़ेगा ऐसा लोग कयास लगा रहे हैं
इस विधानसभा सीट पर देखा जाए तो भाजपा से सबसे ज्यादा उम्मीदवार मैदान में थे,तथा भाजपा से वर्तमान जिला पंचायत सदस्य गगन जयपुरिया, जनपद सदस्य श्रीमती मोहन कुमारी साहू, जिला भाजपा के पदाधिकारी एवं छत्तीसगढ़ शासन वन विभाग के सेवानिवृत एसडीओ गोपी सिंह ठाकुर, वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष सोनसाय देवांगन सभी प्रमुख रूप से दावेदारों की सूची में शामिल थे ,किंतु कार्यकर्ताओं का दबी जुबान से कहना है कि वर्तमान में उपरोक्त जितने भी दावेदार हैं वे वर्तमान भाजपा प्रत्याशी से कहीं ना कहीं दूरी बनाए हुए हैं, तथा जिस रुचि के साथ काम करना चाहिए वैसा कुछ इस विधानसभा क्षेत्र में नजर नहीं आ रहा है, भले ही प्रत्याशी कृष्णकांत चंद्रा संगठनात्मक रूप से सभी को लेकर चलने का प्रयास कर रहे हैं, किंतु उसके बावजूद जो सहयोग जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र के स्थापित भाजपा नेताओं से मिलना चाहिए कहीं ना कहीं उसका वर्तमान में आभाव देखा जा रहा है, वही कृष्णकांत चंद्र ने बीते सालों चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी से बगावत कर तत्कालीन भाजपा के प्रत्याशी युद्धवीर सिंह जूदेव के खिलाफ निर्दलीय भी चुनाव लड़ा था
