मानव सेवा सबसे बड़ी सेवा है- संजय अग्रवाल कलेक्टर बबिलासपु,23 अगस्त को विकलांग चेतना परिषद् द्वारा 62 वें नि:शुल्क विकलांग शल्य शिविर का हुआ आयोजन,विकलांग चेतना परिषद् द्वारा विकलांगों की सेवा के साथ उनके प्रति सकारात्मक चेतना जागृत की जा रही है-डाॅ विनय कुमार पाठक, न्यायमूर्ति चंद्र भूषण वाजपेई भी रहे मौजूद


मानव सेवा सबसे बड़ी सेवा है- संजय अग्रवाल कलेक्टर बबिलासपु,23 अगस्त को विकलांग चेतना परिषद् द्वारा 62 वें नि:शुल्क विकलांग शल्य शिविर का हुआ आयोजन,विकलांग चेतना परिषद् द्वारा विकलांगों की सेवा के साथ उनके प्रति सकारात्मक चेतना जागृत की जा रही है-डाॅ विनय कुमार पाठक
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ती-अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद का 62 वां निः शुल्क विकलांग शल्य शिविर का शुभारंभ 23 अगस्त 2025 से संजय अग्रवाल कलेक्टर,बिलासपुर के मुख्य आथित्य, डॉ.विनय कुमार पाठक राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद की अध्यक्षता एवं न्यायमूर्ति चंद्र भूषण वाजपेयी पूर्व न्यायाधीश छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय, डॉ. शुभा गरेवाल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी,बिलासपुर,श्री तिलकेश प्रसाद भावे संयुक्तसंचालक–समाज कल्याण विभाग, बिलासपुर तथा श्रीमती श्रद्धा मैथ्यू जिला पुनर्वास अधिकारी के विशिष्ट आतिथ्य में जिला अस्पताल,पुराना बस स्टैंण्ड बिलासपुर में आयोजित किया गया ।
इस अवसर पर स्वागत भाषण में महामंत्री मदनमोहन अग्रवाल ने अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद् द्वारा किये जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया,इस अवसर पर मुख्य अतिथि संजय अग्रवाल कलेक्टर बिलासपुर ने नि: शुल्क विकलांग शिविर एवं विकलांग चेतना परिषद् के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि मानव सेवा सबसे बड़ी सेवा है । आज महंगी होती चिकित्सा के समय में नि:शुल्क शल्य शिविर का आयोजन वास्तव में आज की आवश्यकता है । समाज का व्यक्ति के जीवन के लिए बहुत बड़ा योगदान होता है अतः हमें भी समाज के प्रति सोचना चाहिए । शासन पर सभी कार्य के लिए निर्भर नहीं रहना चाहिए बल्कि शासन के सहयोग से समाज की सेवा के लिए कार्य करना चाहिए । समाज के दानदाताओं की कमी नहीं है इसीलिए बड़े बड़े शिविर का आयोजन हो पाता है । ऐसे लोगों को जोड़ कर अनेक कार्य कर सकते हैं । शासन का सभी कार्य में सहयोग रहेगा । ऐसे आयोजन प्रति माह होना चाहिए । समर्पित चिकित्सकों की भी कमी नहीं है और ऐसे कार्य के लिए हमेशा सहयोग मिलेगा
अध्यक्षीय उदबोधन में डाॅ विनय कुमार पाठक पूर्व अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज भाषा आयोग एवं कुलपति थावे विद्यापीठ गोपालगंज बिहार ने कहा कि विकलांग चेतना परिषद् द्वारा जहाँ नि : शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाता है वहीं सामुहिक आदर्श विवाह का आयोजन तथा रोजगार हेतु सार्थक प्रयास किया जाता है तथा सकारात्मक चेतना जागृत करने के लिए विकलांग विमर्श के माध्यम से पूरे देश में साहित्यिक अभियान शुरू की गई है । उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि विकलांग विमर्श को विश्व विद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है और अनेक शोध किये जा रहे हैं ।इस अवसर पर न्यायमूर्ति चन्द्रभूषण वाजपेयी ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति यही साबित करती है कि अर्थाभाव के कारण पीड़ित लोग कष्ट सहते रहते हैं इस स्थिति में ऐसे चिकित्सकीय सेवा शिविर में आकर वे लाभान्वित होते हैं । अन्य अतिथियों ने भी अपने विचार व्यक्त किये ।स्व मांगीबाई स्वर्गीय उदयलाल अग्रवाल की पावन स्मृति में डॉ.राधेश्याम–गायत्री देवी अग्रवाल(नालोटिया परिवार) द्वारा आयोजित इस शिविर में जहां पचास से अधिक प्रतिभागियों का पंजीयन हुआ , वहीं शल्य क्रिया के परीक्षण व कार्य निष्पादन हेतु विशेषज्ञ चिकित्सकों में डॉ.गुरुचरण लाल अरोरा,लखनऊ, डॉ. के. एस वाजपेयी एवं डॉ.रोहित वाजपेयी(बलौदा बाजार), डॉ. हरिकृष्ण अग्रवाल, डॉ.गोपेन्द्र सिंह दीक्षित, डॉ. संतोष साहू, डॉ. विनोद पाण्डेय, डॉ. अजय पण्ड्या, डॉ. अनिल गुप्ता जी ने अपनी सेवाएं प्रदान की । तदाश्य की जानकारी देते हुए मदन मोहन अग्रवाल राष्ट्रीय महामंत्री, राजेंद्र अग्रवाल ’राजू’ राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एवं पवन नालोटिया संयोजक विकलांग शल्य शिविर ने बताया कि कार्य–निष्पादन एवं प्रबंधन हेतु विद्या केड़िया, सुधा मारदा, बी एल. गोयल,गोविंदराम मिरी,नित्यानंद अग्रवाल,राजेश पाण्डेय,बालगोविंद अग्रवाल,सहित प्रांतीय अध्यक्ष सत्येंद्र अग्रवाल, पवन लोहिया,संतोष अग्रवाल,राजेश अग्रवाल,पवन सुल्तानिया, रामावतार अग्रवाल,अमरलाल अग्रवाल, मुरारीलाल परमार, एस.वासुदेव राव आदि सक्रिय रूप से अपनी सेवाएं प्रदान की । इस अवसर पर डाॅ विवेक तिवारी, डाॅ राघवेन्द्र दुबे, डाॅ अंकुर शुक्ला, राम निहोरा राजपूत, श्री शीतल प्रसाद पाटनवार, शत्रुघन जैसवानी, अंजनी कुमार तिवारी सुधाकर, विष्णु कुमार तिवारी, रमेश चन्द्र श्रीवास्तव, मिथिलेश श्रीवास्तव आदि साहित्यकार उपस्थित थे, उल्लेखनीय है कि प्रातः 9 बजे से जिला अस्पताल में प्रारंभ इस शिविर में पोलियोग्रस्त, टेढ़े –मेढ़े पैरों और अन्य प्रकार की विकृतियों वाले पैरों को शल्य –क्रिया से उपचार करके ठीक किया गया ।ऐसे दिव्यांगजन जो घिसटकर चलते थे और अपने पैरों पर खड़े नहीं हो सकते थे तथा जिनकी आयु दो से लेकर 30 वर्ष के विकलांग है,उन्हें इस शिविर का लाभ प्राप्त हुआ । संगठन मंत्री डी पी गुप्ता ने बताया कि इस शिविर में विकलांग जनों के लिए भोजन,दवाएं,आदि की निःशुल्क व्यवस्था की गई । कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन पूर्व सांसद गोविंद राम मिरि ने किया


