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बहने भेज सकती हैं बॉर्डर पर तैनात जवानों के लिए रक्षाबंधन का रक्षा सूत्र, छत्तीसगढ़ शासन ने भी प्रत्येक जिलों में करी है पहल, ऑपरेशन सिपाही रक्षा सूत्र

बहने भेज सकती हैं बॉर्डर पर तैनात जवानों के लिए रक्षाबंधन का रक्षा सूत्र, छत्तीसगढ़ शासन ने भी प्रत्येक जिलों में करी है पहल, ऑपरेशन सिपाही रक्षा सूत्र kshititech
बहने भेज सकती हैं बॉर्डर पर तैनात जवानों के लिए रक्षाबंधन का रक्षा सूत्र, छत्तीसगढ़ शासन ने भी प्रत्येक जिलों में करी है पहल, ऑपरेशन सिपाही रक्षा सूत्र kshititech

बहने भेज सकती हैं बॉर्डर पर तैनात जवानों के लिए रक्षाबंधन का रक्षा सूत्र, छत्तीसगढ़ शासन ने भी प्रत्येक जिलों में करी है पहल, ऑपरेशन सिपाही रक्षा सूत्र

शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर

सक्ती- आने वाले रक्षाबंधन पर्व पर भारत देश की हमारी बहनें बॉर्डर पर तैनात हमारे वीर जवानों के लिए रक्षा सूत्र भेज सकते हैं, इसके लिए भारत सरकार की पहल पर छत्तीसगढ़ शासन ने भी प्रदेश के सभी जिलों में बहनों से रक्षा सूत्र एकत्रित कर उसे जवानों तक भेजने की समुचित व्यवस्था की है, जिसमें बहने ऑपरेशन सिपाही रक्षासूत्र 2025, सैनिक महासभा,ऑपरेशन सिंदूर,तिरंगा, सिपाही और मेरा देश द्वारा प्रारंभ की गई इस पहल में अपना सहयोग कर सकती है,हमारे राज्य छत्तीसगढ़ की मिट्टी को गौरवान्वित करने वाला अभियान जो पूर्व सैनिक ‘सिपाही, पूर्व सैनिक महासभा विगत 3 वर्षों से किया जाता है वर्ष 2023 से छत्तीसगढ़ शासन की साझीदारी से अब यह उत्साह और लोकप्रियता से वृहद उत्सव का रूप ले चुका है। जो भारत के लोगों के देशप्रेम और सैनिकों की मार्मिक भावनाओं को पूर्व सैनिकों द्वारा आपस में मिलाता है। वर्ष 2023 में 671000 ‘सिपाही रक्षासूत्र एवं वर्ष 2024 में 900000 ‘सिपाही- रक्षासूत्र भारतीय सेना मुख्यालय में पहुंचाकर 15 लाख 71 हजार भारतीय सैनिकों को देश की मिट्टी से तिलक कर विश्व में देश प्रेम का अभूतपूर्व उदाहरण प्रस्तुत किया है

इस वर्ष 2025 में भारतीय सैनिकों के शौर्य ऑपरेशन सिंदूर को नमन करते हुए भारत की तीनों सेनाओं और सीमा रक्षकों को 21 लाख ‘सिपाही रक्षासूत्र समर्पित कर भारत की मिट्टी से तिलक करने का लक्ष्य है एकत्रीकरण सभी स्कूल, कॉलेज, शिक्षण संस्थान, सामजिक संघठन, निजी, सहकारी, सरकारी संस्था, ग्राम पंचायतो/वार्डों तथा देशवासियों/जनसाधारण से किया जायेगा,सिपाही – रक्षासूत्र बनाने की विधि किसी भी साधारण लिफाफा में रक्षासूत्र+पत्र (स्वयं का पता/मोबाईल नं.) और ‘एक चुटकी मिट्टी (सैनिको को तिलक के लिए) डालकर लिफाफा बंद कर दे।18 जुलाई के पश्चात अभियान के मार्ग में संग्रहण स्थल जिन शहरों से ‘सिपाही रक्षासूत्र की यात्रा गुजरेगी जहां संग्रहण कार्यक्रम होगा वहा समारोह में सम्मिलित हो सिपाही रक्षासूत्र समर्पित करेंगे

पूरे अभियान के तहत संस्थाएं व स्कूल इसे एकत्र करेंगे तथा सूची व संख्या के साथ 18 जुलाई तक, स्वयं या जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से पूर्व सैनिक संगठन सिपाही, पूर्व सैनिक महासभा तक पहुंचाएँगे। यात्रा में संग्रहण स्थान व दिनांक निम्नलिखित है।

01- 20 जुलाई को रायपुर-दुर्ग-भिलाई-राजनांदगांव जिला
02- 23 जुलाई को रायगढ़-खरसिया-चांपा
03- 27 जुलाई को अम्बिकापुर-प्रतापपुर-वाड्रफनगर-रेनुकोट
04- 30 जुलाई को छतरपुर-ओरछा झाँसी-दतिया-डबरा,
05- 21 जुलाई को खैरागढ़-कवर्धा-पण्डरिया-लोरमी
06- 24 जुलाई को कोरबा, पाली-रतनपुर,
07- 28 जुलाई को वाराणसी-प्रयागराज,
08- 31 जुलाई को ग्वालियर-मुरेना-धौलपुर-आगरा,
09- 22 जुलाई को जांजगीर-शक्ति,
10- 26 जुलाई को बिलासपुर-कटघोरा
11- 29 जुलाई को रीवा-मैहर-पन्ना-खजुराहो
12- 01 अगस्त को मथुरा-भारत की राजधानी में होंगा

ऑपरेशन सिपाही रक्षा-सूत्र” (तिपाही और मेरा देश

कार्यक्रम से संबंधित अधिक जानकारी के लिए आयोजक संस्थाओं के मोबाइल नम्बरों से-7000790095,9329667753, 9926513514, 7999098463,9667730112, 7018782171 पर संपर्क किया जा सकता है,भारत के रक्षक सैनिकों के सम्मान में इस राष्ट्रवादी उत्सव में देशप्रेम उत्साह व् समर्पण से सम्मिलित होवें। “तिरंगा (गौरव-शोर्य) सिपाही (बलिदान) और मेरा देश (संस्कार-देशप्रेम)

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