कौन बनेगा कांग्रेस का चेहरा- 20 को भी कांग्रेस नहीं कर सकी दक्षिण विधानसभा के प्रत्याशी की घोषणा,प्रदेश चुनाव समिति की बैठक हुई संपन्न, तो वहीं 20 अक्टूबर को रायपुर दक्षिण विधानसभा के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हुआ सम्मेलन
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सकती-छत्तीसगढ़ प्रदेश के रायपुर जिले की रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के लिए जहां भारत निर्वाचन आयोग ने अधिसूचना जारी कर दी है, तो वहीं भारतीय जनता पार्टी ने भी दक्षिण विधानसभा से अपने प्रत्याशी के रूप में पूर्व सांसद सुनील सोनी को घोषित कर दिया है, किंतु छत्तीसगढ़ प्रदेश में विपक्ष में बैठी कांग्रेस पार्टी 20 अक्टूबर को भी अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं कर पाई तथा 20 अक्टूबर को ही कांग्रेस पार्टी ने रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं का बड़ा सम्मेलन आयोजित किया, जिसमें हजारों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे तो वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेता भी इस सम्मेलन में मौजूद थे, रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के चुनाव के लिये कांग्रेस की प्रदेश चुनाव समिति की बैठक भी 20 अक्टूबर को राजीव भवन में सपंन्न हुई। जिसमें रायपुर दक्षिण के प्रत्याशी चयन पर विचार विमर्श किया गया
इस बैठक मेें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेताप्रतिपक्ष डॉं. चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू, एआईसीसी सचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी एस.ए. सम्पत कुमार, एआईसीसी सचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी जरिता लैतफलांग, एआईसीसी संयुक्त सचिव एवं छत्तीसगढ़सह-प्रभारी विजय जांगिड़, पूर्व मंत्री गुरू रूद्रकुमार, पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, पूर्व मंत्री धनेन्द्र साहू, पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा, एआईसीसी सचिव राजेन्द्र तिवारी, एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष नीरज पाण्डेय, कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष अरूण ताम्रकार उपस्थित थे, तथा बैठक के दौरान जहां प्रत्याशी को लेकर विस्तार पूर्वक चर्चा हुई,किंतु बैठक के बाद भी कांग्रेस पार्टी द्वारा अपनी प्रत्याशी चयन के संबंध में कोई घोषणा नहीं की गई है, तथा राजनैतिक सूत्रों का मानना है कि 21 अक्टूबर को कांग्रेस पार्टी अपने अधिकृत प्रत्याशी की घोषणा कर सकती है, किंतु कांग्रेस का प्रत्याशी घोषित नहीं होने से लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं हैं, कि आखिरकार रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस का चेहरा कौन होगा, जो कांग्रेस को विजय श्री दिला सके तथा वर्तमान में कांग्रेस पार्टी के रायपुर सहित आसपास के आठ विधानसभा सीटों में एक भी विधायक नहीं है, तथा कांग्रेस के लिए यह सीट पड़ी ही प्रतिष्ठापूर्ण सीट बनी हुई है