रजत जयंती की ऐतिहासिक अलौकिक यात्रा- शक्ति से निकली चंद्रपुर की पदयात्रा में हजारों यात्री हुए शामिल,उमड़ पड़ा देवी भक्तों का हुजूम, 25वी रजत जयंती यात्रा का हुआ कार्यक्रम, यात्रा के शुभारंभ अवसर पर पहुंचे अग्रवाल सभा अध्यक्ष श्यामसुंदर अग्रवाल ने कहा,- शक्ति के लिए गौरवशाली है यह धार्मिक यात्रा
रजत जयंती की ऐतिहासिक अलौकिक यात्रा- शक्ति से निकली चंद्रपुर की पदयात्रा में हजारों यात्री हुए शामिल,उमड़ पड़ा देवी भक्तों का हुजूम, 25वी रजत जयंती यात्रा का हुआ कार्यक्रम
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सकती- चंद्रपुर पदयात्रा सेवा समिति द्वारा 6 अक्टूबर को शहर के श्री राधाकृष्ण मंदिर से मां चंद्रहासिनी देवी की 25वीं पदयात्रा निकाली गई, इस यात्रा की शुभारंभ जहां रथ पर शक्ति के प्रसिद्ध माँ महामाई दाई मंदिर के प्रतीकात्मक स्वरूप में मां चंद्रहासिनी देवी को विराजमान कर उसकी पूजा अर्चना की गई तो वहीं राधाकृष्ण मंदिर से प्रारंभ हुई यात्रा बैंड बाजे के साथ यह यात्रा पैदल महामाई दाई मंदिर पहुंची, जहां 51दीपो की पूजा अर्चना के साथ ही महा भोग का प्रसाद लगाया गया एवं महामाई दाई की पूजा अर्चना कर पैदल पदयात्रा हाथों में झंडा लेकर जय माता दी के श्री घोष के साथ निकल पड़ी, यात्रा के शुभारंभ अवसर पर श्री राधा कृष्ण मंदिर में पहुंचे नगर पालिका शक्ति के पूर्व अध्यक्ष एवं अग्रवाल सभा शक्ति के अध्यक्ष श्यामसुंदर अग्रवाल ने भी आयोजन समिति को बधाई दी तथा चंद्रपुर पद यात्रियों के सफल यात्रा की मंगल कामना की
शक्ति से इस यात्रा के निकलने पर सोंठी, टेमर,अड़भार,भद्री चौक,धुरकोट,बघोद, अमलड़िहा, सहित पूरे यात्रा मार्ग में जगह-जगह स्वागत किया गया तो वही इस यात्रा में महिला, पुरुष, बच्चे सभी शामिल थे, चंद्रपुर पदयात्रा सेवा समिति के भी पदाधिकारी सदस्यों द्वारा पूरे यात्रा मार्ग में रोशनी की व्यवस्था एवं पैदल पद यात्रियों के लिए सुरक्षात्मक उपाय किए गए थे, साथ ही जगह-जगह भंडारा प्रसाद एवं स्वल्पाहार तथा शरबत का भी आयोजन किया गया था अमलडीहा पहुंचने पर जहां वहां के अग्रवाल समाज बंधुओ ने आगंतुक यात्रियों का जोरदार स्वागत करते हुए नाश्ते की व्यवस्था की तो वहीं चंद्रपुर पैदल यात्रियों को बैठाकर उनका सम्मान भी किया गया, शक्ति शहर में 6 अक्टूबर को निकली चंद्रपुर की पैदल पदयात्रा अपने आप में एक ऐतिहासिक रही तथा सुप्रसिद्ध पंडित भोलाशंकर तिवारी ने पूजा अर्चना की तो वहीं सभी पैदल पद यात्री 7 अक्टूबर की सुबह मां चंद्रहासिनी देवी की नगरी चंद्रपुर में देवी माता के दरबार में पहुंचकर दर्शन करेंगे तथा वहां से वापस लौटेंगे सभी पैदल यात्रियों के लिए चंद्रपुर के अग्रसेन भवन में आवास एवं भोजन की भी व्यवस्था की गई है