शक्ति जिले में लोकसभा चुनाव को लेकर मतगणना कर्मियों का किया गया प्रथम रेंडमाइजेशन, राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मतगणना अधिकारियों से हुई रूबरू रीना बाबा साहब कंगाले ने कहा निर्वाचन प्रक्रिया का अंतिम पड़ाव है मतगणना, शक्ति कलेक्टर अमृत विकास टोपनो के मार्गदर्शन में मतगणना की तैयारियां पूर्ण




शक्ति जिले में लोकसभा चुनाव को लेकर मतगणना कर्मियों का किया गया प्रथम रेंडमाइजेशन, राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मतगणना अधिकारियों से हुई रूबरू रीना बाबा साहब कंगाले ने कहा निर्वाचन प्रक्रिया का अंतिम पड़ाव है मतगणना
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ति-लोकसभा निर्वाचन 2024 अंतर्गत 04 जून को होने वाले मतगणना हेतु कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अमृत विकास तोपनो के निर्देशन में तथा उप जिला निर्वाचन अधिकारी अरूण कुमार सोम की उपस्थिति में आज दोपहर 3 बजे कलेक्ट्रेट परिसर के आईटी सेल कक्ष में मतगणना पर्यवेक्षक, मतगणना सहायक और माइक्रो ऑब्जर्वर का प्रथम रेंडमाइजेशन किया गया। निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार मतगणना कार्य के लिए 60 मतगणना पर्यवेक्षक, 60 मतगणना सहायक और 60 माइक्रो ऑब्जर्वर की ड्यूटी लगाई गई हैl इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अरूण कुमार सोम, विधानसभा के लिए नियुक्त सहायक रिटर्निंग ऑफिसर, एनआईसी इंजीनियर ऋषि रॉय, निर्वाचन पर्यवेक्षक
राधेश्याम साहू, निर्वाचन कार्यालय के श्रवण गभेल सहित संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
निर्वाचन प्रक्रिया का अंतिम पड़ाव है मतगणना, प्रेक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण – श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले,देश के विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ के 56 अधिकारी निभाएंगे मतगणना प्रेक्षक की भूमिका,मतगणना प्रेक्षकों ने समझी मतगणना की बारीकियाँ
सक्ति-छत्तीसगढ़ राज्य की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने रायपुर के नवीन विश्राम गृह में आयोजित मतगणना प्रेक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मतगणना प्रेक्षक (काउंटिंग ऑब्जर्वर) की भूमिका मतगणना के दौरान अत्यधिक महत्वपूर्ण होती है। मतगणना संपूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया का अंतिम पड़ाव है। इसलिए सभी की नजर मतगणना की प्रक्रिया पर केंद्रित होती है। ऐसे में मतगणना प्रेक्षक की भूमिका सबसे अहम हो जाती है,मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती कंगाले ने मतगणना प्रेक्षकों के प्रशिक्षण में कहा कि मतगणना के दौरान मतगणना प्रेक्षक की भूमिका निभाने वाले अधिकारियों को मतगणना के सभी पहलुओं की बारीक जानकारी होनी चाहिए,मतगणना केंद्र पर पारदर्शी ढंग से मतगणना की प्रक्रिया पूर्ण हो, इसके लिए मतगणना प्रेक्षक को निष्पक्ष और सभी प्रक्रियाओं से संबंधित जानकारी से परिपूर्ण होना चाहिए,भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा आम निर्वाचन-2024 के अंतर्गत आगामी 4 जून को होने वाली मतगणना के लिए छत्तीसगढ़ के 56 अधिकारियों को देश के विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में मतगणना प्रेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनमें भारतीय प्रशासनिक सेवा के 20 और राज्य प्रशासनिक सेवा के 36 अधिकारी शामिल हैं,प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर यू.एस. अग्रवाल, विनय अग्रवाल और श्री रुपेश कुमार वर्मा ने मतगणना स्थल पर प्रेक्षक की भूमिका, ईटीपीबीएस एवं डाक मतपत्रों की गणना एवं ईवीएम से मतगणना संबंधी सभी बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी दी। मास्टर ट्रेनर्स ने मतगणना हॉल में कितने टेबल लगाए जाने हैं, टेबल किस प्रकार लगाए जाने हैं, प्रत्याशी, उनके अधिकृत प्रतिनिधि और मतगणना अभिकर्ता कितने होंगे तथा किन स्थानों पर बैठेंगे, वीवीपैट की गणना के लिए कौन सा टेबल निर्धारित किया जाए, डाक मतपत्रों की गणना कहाँ हो, कौन सी सावधानियां बरतने की जरूरत है जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर भी जानकारी साझा की। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतगणना प्रेक्षक के रूप में नियुक्त राज्य के अधिकारियों के व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षण स्थल पर मास्टर ट्रेनर रुपेश कुमार वर्मा ने प्रायोगिक तौर पर ईवीएम का संचालन भी अधिकारियों के समक्ष किया,प्रशिक्षण कार्यक्रम में अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

