बोरे, बासी का मंचन एमपी में– हस्तकला कौशल का समावेश विषय पर आयोजित 10 दिवसीय कार्यशाला में रहा छत्तीसगढ़ के शिक्षकों का दबदबा, 18 से 27 जुलाई तक आयोजित है एमपी के दमोह में कार्यशाला, नवाचारी राज्यपाल से पुरस्कृत शिक्षक पुष्पेंद्र कश्यप भी पहुंचे हैं दमोह
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ति-सीसीआरटी,क्षेत्रीय केंद्र दमोह, मध्यप्रदेश द्वारा विद्यालयीन शिक्षा में हस्तकला कौशल का समावेश विषय पर 10 दिवसीय कार्यशाला जो कि 18 से 27 जुलाई के अंतर्गत आयोजित की गई हैं,इस कार्यशाला में 09 विभिन्न राज्यों व संघशासित प्रदेश जैसे कि पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, छत्तीसगढ़, कर्नाटक आंध्र प्रदेश,पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र एवं मध्य प्रदेश से ४४ शिक्षक प्रतिभागिता करने के लिए दमोह पहुंचे हैं,आज 21 जुलाई को कार्यशाला में छत्तीसगढ़ राज्य से आए शिक्षकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति छत्तीसगढी में दी गई, सर्वप्रथम भारत देश के वंदना विभा पाटकर शिक्षिका बढ़ई टोला खैरागढ़ के द्वारा दी गई तत्पश्चात शिक्षक रूपेश कुमार देशमुख खैरागढ़ उमाशंकर साहू बस्तर छत्तीसगढ़ की संस्कृति, कला, खानपान,पहनावा, खनिज,नदियां,व्यंजन, का पावर पॉइंट में डिस्प्ले दिखा कर प्रदर्शन किया शिक्षक एवं शिक्षिकाओं द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य गीत अरपा पैरी के धार एवं पंथी नृत्य एवं राउत नाचा वेशभूषा के साथ मंचन किया गया
10 दिवसीय कार्यशाला में छत्तीसगढ़ राज्य के बोरे बासी तिहार का मंचन पुष्पेंद्र कुमार कश्यप जिला सक्ती एवं क्षिप्रा अग्रवाल जिला बलौदाबाजार के द्वारा भावपूर्ण किया गया,भारतीय भाषा कला और सांस्कृतिक स्रोत प्रशिक्षण केंद्र क्षेत्रीय कार्यालय दमोह से अंनुज बाजपेई, त्रिपाल सिंह उपस्थित रहे