साहब जरा इधर भी ध्यान दें- शक्ति शहर में खेलो के लिए इकलौते बचे कॉलेज मैदान में भी भरा बारिश का पानी,खिलाड़ियों को हो रही परेशानियां तो वही इंडोर स्टेडियम भी हो गया अनूपयोगी,अंचल की खेल प्रतिभाओं को कब मिलेगा अच्छा खेल मैदान, पानी के चलते शासकीय नवीन कन्या महाविद्यालय को भी कर दिया गया अन्यत्र शिफ्ट
साहब जरा इधर भी ध्यान दें- शक्ति शहर में खेलो के लिए इकलौते बचे कॉलेज मैदान में भी भरा बारिश का पानी,खिलाड़ियों को हो रही परेशानियां तो वही इंडोर स्टेडियम भी हो गया अनूपयोगी
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सकती- सकती शहर में स्थानीय प्रशासन एवं जिला प्रशासन की उदासीनता तथा बिना किसी प्लानिंग के निर्माण कार्यों को गति देने के चलते शहर वासियों के लिए खेलो एवं अन्य सार्वजनिक कार्यों के लिए बचे एकमात्र कॉलेज मैदान में भी बारिश का पानी लबालब भर गया है, जिसके चलते तड़के सुबह से लेकर देर शाम तक शहर सहित अंचल के खिलाड़ियों को मिलने वाले इस मैदान का लाभ नहीं मिल पा रहा है, तथा इस खेल मैदान में जहां छोटे-छोटे बच्चों से लेकर युवा वर्ग तक विभिन्न खेलों के माध्यम से अपनी प्रतिभाओं को निखारने का काम करते हैं, किंतु दुर्भाग्य है की शक्ति जिला बनने के बाद भी आज यह कॉलेज का मैदान प्रतिवर्ष बारिश के मौसम में पानी से लबालब भर जाता है, किंतु स्थानीय प्रशासन को इतना भी समय नहीं है कि इस कॉलेज मैदान के किनारे प्लानिंग कर बड़ी नालियां या की नाले का निर्माण करें,जिससे मैदान में पानी न भर सके तथा अंचल के फुटबॉल खिलाड़ियों ने भी प्रशासन से मांग की है कि इस मैदान की दुर्दशा को देख तत्काल सुधार कार्य किया जाए एवं इसे उपयोगी बनाया जाए
ज्ञात हो की कॉलेज मैदान की इस दुर्दशा को देखकर लोगों को बड़ी पीड़ा होती है कि शहर के हृदय स्थल में स्थित यह एकमात्र खेल मैदान भी अनुपयोगी हो चला है, तथा इस खेल मैदान से लगकर ही नगर पालिका प्रशासन द्वारा करोड़ों रुपए की लागत से इंडोर स्टेडियम बनाया गया है, किंतु इस इनडोर स्टेडियम में विगत वर्षों नवीन शासकीय कन्या महाविद्यालय भी लगाया जाता था किंतु मैदान में पानी भरने के कारण इस कन्या महाविद्यालय को भी अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया गया है, तथा प्रशासन के पास इतनी भी फुर्सत नहीं है कि इस कॉलेज मैदान की इस समस्या के निराकरण के लिए प्रशिक्षित तकनीकी इंजीनियरो से सलाह कर किसे व्यवस्थित कर सके, वही शक्ति शहर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेडियम में भी जो कि दशकों से शक्ति शहर की शान रहा है एवं यहां राष्ट्रीय स्तर तक के खेलों का आयोजन हुआ है, किंतु वर्तमान में इस स्टेडियम में भी प्रशासन द्वारा विभिन्न निर्माण कार्य करा दिए गए हैं, जिससे यह स्टेडियम भी आने वाले दिनों में खुले मैदान में होने वाले खेलों के लिए कहीं ना कहीं अनुपयोगी हो जाएगा, तथा जिला गठन के पश्चात पुलिस प्रशासन द्वारा यहां रक्षित केंद्र की स्थापना कर दी गई, जिससे यहां अनेकों वाहन नियमित रूप से खड़े रहते हैं,जिससे इस खेल मैदान का भी लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है, किंतु शहर वासियों की बार-बार मांग करने के बावजूद प्रशासन के कानों में जूं भी नहीं रेंगती, एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेडियम में निर्माण कार्यों के चलते जहां शहर में प्रतिवर्ष 26 जनवरी पर आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह को भी शहर से 8 किलोमीटर दूर स्थानांतरित कर दिया गया है, तो वहीं आने वाले समय में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेडियम में भी ऐसे सार्वजनिक आयोजन संभव नहीं हो पाएंगे