शक्ति के सरस्वती शिशु मंदिर में 9 नवंबर को आयोजित भारत माता की आरती कार्यक्रम में पहुंचे सेवानिवृत शिक्षक दुलेश्वर राठौर,वरिष्ठ साहित्यकार भी हैं राठौर जी, पूर्व छात्र मिथिलेश जायसवाल भी शामिल हुए कार्यक्रम में, कोषाध्यक्ष रामअवतार अग्रवाल ने कहा- राष्ट्रभक्ति की भावना से बच्चों में संस्कार लाने का कार्य कर रहा सरस्वती शिशु मंदिर




शक्ति के सरस्वती शिशु मंदिर में 9 नवंबर को आयोजित भारत माता की आरती कार्यक्रम में पहुंचे सेवानिवृत शिक्षक दुलेश्वर राठौर,वरिष्ठ साहित्यकार भी हैं राठौर जी
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सकती- शक्ति शहर के अखराभाटा में स्थित सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय द्वारा प्रत्येक शनिवार को भारत माता की आरती का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है इसी श्रृंखला में आज 09 नवम्बर को सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शक्ति में त्रयोदश भारत माता की आरती संपन्न हुआ, जिसमें दुलेश्वर प्रसाद राठौर सेवानिवृत शिक्षक जो एक कवि एवं लेखक हैं, उनके मुख्य आतिथ्य में भारत माता की आरती का कार्यक्रम संपन्न हुआ,इनका उम्र 80 वर्ष हैं उनके महत्वपूर्ण रचना है 1. सरस्वती कवितावली 2. श्री श्याम गीता, गीता का छत्तीसगढ़ी में अनुवाद 3.दुलेश दूत 4. दुलेश्वरम पद्य एवं भूतपूर्व छात्र मिथिलेश जायसवाल, डोमेन्द्र देवांगन, प्राचार्य,प्रधानाचार्य आचार्य,आचार्या एवं भैया बहन उपस्थित थे
दुलेश्वर प्रसाद राठौर ने अति सुंदर सरस्वती शिशु मंदिर के लिए कविता रचना किये थे एवं उनका उद्बोधन मनभावक रहा वर्तमान समय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का महत्व एवं प्राचीन समय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का महत्व अनुशासन,अल्पहारी,गृह त्यागी ज्ञान अर्जन करना है ऐसा बतायाविद्यालय के कोषाध्यक् राम अवतार अग्रवाल द्वारा भैया दुलेश्वर प्रसाद राठौर को शाल एवं श्रीफल के साथ भेंट किया, इस अवसर पर रामावतार अग्रवाल ने कहा कि श्री राठौर जी के कार्य सराहनीय है, एवं उनके द्वारा आज जो हमारे विद्यालय में आकर इस कार्यक्रम में शामिल हुए हम इनका आभार व्यक्त करते हैं