प्रादेशिक धर्मगुरुओं ने राजभाषा के माध्यम से छत्तीसगढ़िया होने का पताका फहराया है विदेशो में भी– डॉक्टर चरणदास महंत (अध्यक्ष छत्तीसगढ़ विधानसभा), छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस पर महंत ने दी प्रदेश वासियों को शुभकामनाएं,महंत ने कहा-अपनी राज्य भाषा का सार्वजनिक जीवन तथा उच्चारण में भी करें आधिकारिक प्रयोग



प्रादेशिक धर्मगुरुओं ने राजभाषा के माध्यम से छत्तीसगढ़िया होने का पताका फहराया है विदेशो में भी– डॉक्टर चरणदास महंत (अध्यक्ष छत्तीसगढ़ विधानसभा), छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस पर महंत ने दी प्रदेश वासियों को शुभकामनाएं,महंत ने कहा-अपनी राज्य भाषा का सार्वजनिक जीवन तथा उच्चारण में भी करें आधिकारिक प्रयोग
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सकती-छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने प्रदेशवासियों को छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस 28 नवम्बर के अवसर पर बधाई दी है। डॉ. महंत ने अपने बधाई संदेश में कहा कि, छत्तीसगढ़ी भाषा समूचे भारत की सबसे मीठी बोले जाने वाली भाषा है इस भाषा में अपनत्व, प्रेम, प्यार और दुलार है। हमारे सभी प्रादेशिक धर्मगुरुओं ने राजभाषा के माध्यम से छत्तीसगढ़िया होने का पताका देश ही नहीं विदेशों में भी फहराया है इसका हमें गर्व है कि ऐसे महान गुरुओं और भाषाओं के हम वंशज है।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने प्रदेश की जनता से अपील करते हुए कहा कि राजभाषा व्यक्तित्व की पहचान कराती है और आप सभी से निवेदन करता हूं कि अपने राज्य की भाषा का उच्चारण परिवार में, समाज में, सार्वजनिक जीवन में अधिक से अधिक करें। आप सभी को राजभाषा दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं। उपरोक्त जानकारी विधान सभा अध्यक्ष डा चरण दास महन्त जी के प्रतिनिधि नरेश गेवाडीन ने बताया


