नारायण चंदेल को मिल सकती है प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की जिम्मेदारी- अरुण साव के डिप्टी सीएम बनने का के बाद खाली हुई कुर्सी पर चंदेल का नाम, टॉप सूची में है तीन बार के विधायक एवं विधानसभा उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं चंदेल, मोदी-शाह-नड्डा की गुड बुक में है चंदेल
नारायण चंदेल को मिल सकती है प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की जिम्मेदारी- अरुण साव के डिप्टी सीएम बनने का के बाद खाली हुई कुर्सी पर चंदेल का नाम, टॉप सूची में है तीन बार के विधायक एवं विधानसभा उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं चंदेल
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ति-छत्तीसगढ़ प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अरुण साव के लोरमी विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित होने एवं प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के बनने के बाद खाली हुए अध्यक्ष पद को लेकर अब संगठन में तलाश शुरू हो गई है, तथा प्रदेश अध्यक्ष के पद के लिए जहां जांजगीर चांपा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक नारायण चंदेल का नाम टॉप सूची में बताया जा रहा है, तो वहीं नारायण चंदेल वर्ष 1998 से 2003 तक विधायक, फिर 2008 से 2013 तक विधायक एवं 2018 से 2023 तक विधायक रह चुके हैं,तथा वे पूर्व में छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष तथा छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष पद का भी निर्वहन कर चुके हैं
साथ ही संगठन के मामले में देखा जाए तो नारायण चंदेल छत्तीसगढ़ प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के महामंत्री जैसे प्रमुख पद का भी निर्वहन कर चुके हैं तथा पूरे प्रदेश में ओबीसी वर्ग से एक बड़े चेहरे के रूप में नारायण चंदेल का नाम आता है, एवं नारायण चंदेल भले ही 2023 के विधानसभा चुनाव में जांजगीर चांपा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव हार गए हो किंतु उनकी कार्य कुशलता एवं संगठन के प्रति निष्ठा को पर कोई सवालिया निशान नहीं लगा सकता, पार्टी में एक अच्छे प्रवक्ता तथा कार्यकर्ताओं से समन्वय बनाकर सभी के सुख-दुख में निरंतर सहभागी होने की पहचान चंदेल की पूरे प्रदेश में है,तथा वर्तमान में अरुण साव के डिप्टी सीएम बनने के बाद छत्तीसगढ़ प्रदेश भारतीय जनता पार्टी में एक योग्य अध्यक्ष की तलाश हो रही है, जो की पूरे 5 वर्षों तक पार्टी संगठन को बेहतर ढंग से चला सके, क्योंकि छत्तीसगढ़ में विपक्ष में कांग्रेस है एवं कांग्रेस भी पूरे 5 सालों तक सत्ता पक्ष पर किसी भी प्रकार के मौके से चुकने वाली नहीं है, एवं अरुण साव ने जिस तरह से प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए संगठन को एक नई दिशा दी तो वहीं आने वाला समय में भी ऐसे ही योग्य नेतृत्व की संगठन को आवश्यकता है
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एवं राजनीति के जानकारों का मानना है कि नारायण चंदेल को यह जिम्मेदारी दी जा सकती है, क्योंकि राजनीतिक रूप से देखा जाए तो जांजगीर चांपा लोकसभा संसदीय क्षेत्र के आठो विधायक कांग्रेस पार्टी के आ गए हैं, एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश की सत्ता का एहसास क्षेत्र की जनता को बनाये रखने एवं कार्यकर्ताओं का उत्साह बनाए रखने के लिए संगठन या की सत्ता के कुछ पद अभिभाजित जांजगीर चांपा जिले के भाजपा नेताओं को देने ही होंगे, वरना प्रदेश में भाजपा की सत्ता होने के बावजूद कांग्रेस हर मुकाबले में भारी पड़ेगी, तथा 16 दिसंबर को कांग्रेस कमेटी ने शक्ति के विधायक डॉ चरणदास महंत को छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी देकर कांग्रेस को मजबूती प्रदान कर दी है तथा भाजपा को भी चाहिए की अभिभाजित जांजगीर चांपा जिले से एक बड़ी जिम्मेदारी किसी भी नेता को जरूर दें,ज्ञात हो की छत्तीसगढ़ प्रदेश में विगत वर्षों में जिस तरह से नारायण चंदेल को छत्तीसगढ़ विधानसभा का नेता प्रतिपक्ष बनाकर भाजपा ने विश्वास जताया था, तथा चंदेल ने भी पूरे प्रदेश में आक्रामकता के साथ तत्कालीन छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार का विरोध करते हुए भारतीय जनता पार्टी को मजबूत बनाए रखा एवं कहीं ना कहीं चंदेल की इसी कर्मठता का लाभ पुनः अब प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उन्हें जरूर मिलेगा