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उपराष्ट्रपति की दौड़ में रायपुर के सांसद बृजमोहन अग्रवाल का भी नाम चर्चा में, आठ बार के विधायक रहे बृजमोहन दिग्गज जन नेता के रूप में है लोकप्रिय, उपराष्ट्रपति धनखड़ के इस्तीफे के बाद नए उपराष्ट्रपति बनाने की कवायद तेज,अग्रवंशी को भी मिल सकता है इस बार उपराष्ट्रपति बनने का मौका

उपराष्ट्रपति की दौड़ में रायपुर के सांसद बृजमोहन अग्रवाल का भी नाम चर्चा में, आठ बार के विधायक रहे बृजमोहन दिग्गज जन नेता के रूप में है लोकप्रिय, उपराष्ट्रपति धनखड़ के इस्तीफे के बाद नए उपराष्ट्रपति बनाने की कवायद तेज,अग्रवंशी को भी मिल सकता है इस बार उपराष्ट्रपति बनने का मौका kshititech
रायपुर के सांसद बृजमोहन अग्रवाल

उपराष्ट्रपति की दौड़ में रायपुर के सांसद बृजमोहन अग्रवाल का भी नाम चर्चा में, आठ बार के विधायक रहे बृजमोहन दिग्गज जन नेता के रूप में है लोकप्रिय, उपराष्ट्रपति धनखड़ के इस्तीफे के बाद नए उपराष्ट्रपति बनाने की कवायद तेज

शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर

सक्ती- विगत सप्ताह भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा स्वास्थ्यगत कारण से दिए गए इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति के पद को लेकर केंद्र की एनडीए गठबंधन वाली सरकार ने क़वायद तेज कर दी है, प्राय यह देखा जाता है कि केंद्र में जिस राजनैतिक दल की सत्ता रहती है उसी दल से जुड़ा या की आस्था रखने वाला व्यक्ति ही उपराष्ट्रपति के पद पर काबिज होता है, तथा वर्तमान में देखा जाए तो छत्तीसगढ़ के दिग्गज भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल को राज्य की राजनीति से प्रमोशन करते हुए केंद्र ने उन्हें रायपुर लोकसभा का सांसद चुनाव लड़ाया, तथा वे सर्वाधिक वोटो से चुनाव जीत कर पूरे प्रदेश में उन्होंने रिकॉर्ड बनाया एवं रायपुर के सांसद बृजमोहन अग्रवाल को जहां विगत दिनों केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के विस्तार हुए मंत्रिमंडल में भी मंत्री नहीं बनाया गया था, तथा राजनैतिक सूत्रों का कहना है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भारतीय जनता पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व बृजमोहन अग्रवाल को कोई बड़ी संवैधानिक जिम्मेदारी देना चाहता है, इसलिए थोड़ा वेट करो कि तर्ज पर पार्टी चल रही है, वही बृजमोहन अग्रवाल जहां पूरे देश भर में राजनैतिक रूप से देखा जाए तो छात्र जीवन से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं भारतीय जनता पार्टी में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं तथा 66 वर्षीय बृजमोहन अग्रवाल सर्व वर्ग में अपनी अच्छी खासी पैंठ रखते हैं तो वहीं उन्हें संवैधानिक रूप से भी देखा जाए तो काफी अनुभव है, सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने 16 वर्ष की उम्र से ही अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की, बृजमोहन अग्रवाल 31 साल की उम्र में पहली बार विधायक चुने गए. इसके बाद से वे लगातार सन-1993, 1998, 2003, 2008, 2013, 2018 और 2023 में वे विधायक बनते आ रहे हैं,बृजमोहन अग्रवाल 65 साल की उम्र में पहली बार संसद पहुंचे, अपनी सफलता का श्रेय,आठ बार विधायक और पांच बार छत्तीसगढ़ के मंत्री रहे 66 वर्षीय बृजमोहन अग्रवाल पहली बार सांसद बने हैं

वहीं राजनैतिक जानकारों का कहना है कि बृजमोहन अग्रवाल को राजनीति के साथ-साथ संवैधानिक रूप से भी तकनीकी मामलों का काफी अनुभव है,एवं वे एक निर्विवाद जनसेवक के रूप में पूरे देश में अपनी पहचान रखते हैं, तथा देश के कोने-कोने से भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए नेता एवं कार्यकर्ता उन्हें पहचानते हैं,तो वही अग्रवाल समाज से भी प्रतिनिधित्व करने के नाते बृजमोहन अग्रवाल एक सरल,सहृदय एवं प्रखर व्यक्तित्व के रूप में अपनी पहचान रखते हैं, तथा भारत देश में वर्तमान में देखा जाए तो राष्ट्रपति जैसे महत्वपूर्ण पद पर अनुसूचित जनजाति वर्ग से श्रीमती द्रोपती देवी मुर्मू जी सफलतापूर्वक अपनी जिम्मेदारियो का पालन कर रही है, तो वहीं हो सकता है आने वाले उपराष्ट्रपति के पद में अग्रवंशी को इस पद पर काबिज होने का गौरव हासिल हो, साथ ही अग्रवाल समाज ने भी भाजपा के बड़े नेताओं से प्रत्यक्ष- अप्रत्यक्ष रूप से इस विषय को चर्चा में लाने का भी प्रयास किया है, किंतु यह विषय तो भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय बोर्ड का है कि वह किसे उपराष्ट्रपति के रूप में बनने का अवसर देता है, किंतु यह बात तो सत्य है कि बृजमोहन अग्रवाल जैसे जनसेवक को यदि उपराष्ट्रपति जैसे महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी दी जाए तो निश्चित रूप से यह एक अच्छी पहल होगी

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