शक्ति के सरस्वती शिशु मंदिर में 1 दिसंबर को गीता जयंती का हुआ आयोजन, महान ग्रंथ गीता के महत्व पर विद्यार्थियों को भी दी गई जानकारी, विद्यार्थियों ने लिया संकल्प, भगवान श्री कृष्ण जी के गीता में लिखे गए उपदेशो को जीवन में करेंगे आत्मसात




शक्ति के सरस्वती शिशु मंदिर में 1 दिसंबर को गीता जयंती का हुआ आयोजन, महान ग्रंथ गीता के महत्व पर विद्यार्थियों को भी दी गई जानकारी
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ती- सरस्वती शिशु मंदिर में 01 दिसम्बर को गीता जयंती मनाई गई, इस उपलक्ष में विद्यालय के प्राचार्य पूरन गिरी गोस्वामी, प्रधानाचार्य बलदाऊ साहू,वरिष्ठ आचार्य बिहारी लाल राठौर सहित आचार्यगण एवं दीदी, भैया बहन उपस्थित थे।श्रीमती भारती यादव दीदी के द्वारा गीता पाठ किया गया और आचार्य बिरिछ बरेठ के द्वारा स्वरचित कविता की प्रस्तुति दी गई श्री पूरन गिरी गोस्वामी द्वारा पवित्र ग्रंथ गीता पर प्रकाश डाला गया
तथा विद्यार्थियों को महान पवित्र धार्मिक ग्रंथ गीता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि आज गीता में लिखी गई एक-एक बातें हमारे जीवन के लिए प्रेरणादाई है, एवं हमें प्रत्येक दिन गीत के पाठ का वचन जरूर करना चाहिए तथा जीवन में जब भी समय मिले हम गीता के ग्रंथ को पढ़ें एवं उनकी बातों को अपने जीवन में आत्मसात करें,कार्यक्रम के दौरान स्कूल के विद्यार्थियों में भी गीता जयंती को लेकर उत्साह देखा गया एवं कई विद्यार्थियों ने कहा कि वे अपने घर में नियमित रूप से अभिभावकों के साथ गीता के ग्रंथ को पढ़ते हैं तथा उसे प्रेरणा लेकर अपने जीवन में उसे अपनाते भी हैं


