



शालू पाहवा की अनुकरणीय पहल– लीनेश क्लब की मल्टीपल चेयर पर्सन डॉ शालू पाहवा ने किया गौ माताओं की पेयजल सेवा के लिए कोटना का वितरण लीनेश क्लब शक्ति को किए दिए गए कोटना
सक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ति-वर्तमान समय में पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए मनुष्य तो पानी के पास पहुंचकर अपनी पेयजल की पूर्ति कर लेता है, किंतु बेजुबान गौ माताए आज सड़कों पर तपती दोपहरी में घूमती रहती हैं किंतु उन्हें न तो प्रशासन द्वारा पानी उपलब्ध करवाने की दिशा में कोई पहल की गई है, और नहीं ऐसी गौ माताओं को आसानी से पानी उपलब्ध हो पाता है, पहले एक समय था जब हमारे पूर्वज अपने घरों के बाहर पानी के कोटना लगाकर मवेशी एवं गौ माताओं के लिए पेयजल की व्यवस्था करते थे, किंतु आधुनिक समय की रफ्तार ने आज हमारे पुराने सभी संस्कारों को किनारे कर दिया है, एवं आज लोग घरों में जहां गौ माताओं को पालना भी बंद कर दिए हैं, तो वहीं घरों के बाहर कोटना भी कुछ एकाध घरों में ही देखने को मिलता है, तथा गर्मी की प्रचंडता से गौ माताएं पानी की तलाश में प्यासी घूमती रहती हैं
इन्हीं सभी समस्याओं को देखते हुए शक्ति अंचल की सामाजिक कार्यकर्ता एवं लिनेस क्लब की मल्टीपल चेयरपर्सन डॉ शालू पाहवा ने लीनेश क्लब की शक्ति इकाई को गौ माताओं की सेवा करने के लिए कोटना का वितरण किया तथा डॉ शालू पाहवा ने इस वितरण कार्यक्रम के दौरान लीनेश क्लब के पदाधिकारी/ सदस्यों को कहा कि शहर सहित आसपास के क्षेत्र की घुमंतू गायों को तपती दोपहरी में इस कोटना के माध्यम से पानी पिलाकर हम अगर गौ सेवा कर सके तो यह सबसे बड़ा पुण्य का काम होगा,वही डॉ शालू पाहवा ने लीनेश सदस्यों को कहा है कि वे कोटना को ऐसे स्थान पर रखें जहां पानी की उपलब्धता आसानी से हो सके या कि वहां निवास करने वाला व्यक्ति प्रतिदिन उस कोटना में पानी लाकर भर सके जिससे गौ माताओं एवं मवेशियों को पेयजल की सेवा की जा सके
वही डॉक्टर शालू पाहवा की इस पहल का जहां लोगों ने स्वागत करते हुए साधुवाद ज्ञापित किया है तो वही डॉक्टर शालू पाहवा का भी कहना है कि वे सेवा एवं रचनात्मक कार्यों में सदैव अग्रणी होकर सभी के सहयोग से अपना योगदान देती हैं एवं उनके सेवा के कार्य इसी तरह से निरंतर जारी रहेंगे

