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बड़ी खबर- हां मैं लड़की हूं,मैं लड़ सकती हूं, और अब वही मैं कर रही हूं, कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने दिया इस्तीफा,राधिका ने कहा-अत्यंत ही पीड़ा के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से दे रही हूं इस्तीफा, मामला छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई घटना का, कांग्रेस पर लगाया न्याय नहीं देने का आरोप

बड़ी खबर- हां मैं लड़की हूं,मैं लड़ सकती हूं, और अब वही मैं कर रही हूं, कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने दिया इस्तीफा,राधिका ने कहा-अत्यंत ही पीड़ा के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से दे रही हूं इस्तीफा, मामला छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई घटना का, कांग्रेस पर लगाया न्याय नहीं देने का आरोप kshititech
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा

हां मैं लड़की हूं,मैं लड़ सकती हूं, और अब वही मैं कर रही हूं, कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने दिया इस्तीफा,राधिका ने कहा-अत्यंत ही पीड़ा के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से दे रही हूं इस्तीफा, मामला छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई घटना का

शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर

सक्ति- लंबी राजनीतिक चर्चाओं के बाद अंतत कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने 5 मई 2024 को कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया तथा राधिका खेड़ा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे अपने इस्तीफा में कहा है कि हां मैं लड़की हूं, मैं लड़ सकती हूं, और वही अब कर रही हूं,तथा देशवासियों के लिए सदैव लड़ती रहूंगी एवं बड़ी ही पीड़ा के साथ कांग्रेस पार्टी से की प्राथमिक सदस्यता से मैं इस्तीफा दे रही हूं, राधिका खेड़ा ने कांग्रेस अध्यक्ष को भेजे अपने इस्तीफे में लिखा है कि आदिकाल से ये स्थापित सत्य है कि धर्म का साथ देने वालों का विरोध होता रहा है। हिरण्यकश्यप से लेकर रावण और कंस तक इसका उदाहरण हैं। वर्तमान में प्रभु श्री राम का नाम लेने वालों का कुछ लोग इसी तरह विरोध कर रहे हैं

हर हिंदू के लिए प्रभु श्री राम की जन्मस्थली पवित्रता के साथ बहुत मायने रखती है और राम लल्ला के दर्शन मात्र से जहां हर हिंदू अपना जीवन सफल मानता है वहीं कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं,मैंने जिस पार्टी को अपने 22 साल से ज़्यादा दिए, जहां NSUI से लेकर AICC के मीडिया विभाग में पूरी ईमानदारी से काम किया, आज वहाँ ऐसे ही तीव्र विरोध का सामना मुझे करना पड़ा है क्योंकि मैं अयोध्या में राम लल्ला के दर्शन करने से खुद को रोक नहीं पाई।मेरे इस पुनीत कार्य का विरोध इस स्तर तक पहुँच गया कि मेरे साथ छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुए घटनाक्रम में मुझे न्याय देने से इंकार कर दिया गया,मैंने हमेशा ही दूसरों के न्याय के लिए हर मंच से लड़ाई लड़ी है, किंतु जब स्वयं के न्याय की बात आई तो पार्टी में मैंने स्वयं को हारा हुआ पाया,प्रभु श्री राम की भक्त व एक महिला होने के नाते मैं बेहद आहत हूँ। बार बार पार्टी के समस्त शीर्ष नेताओं को अवगत कराने के बाद भी जब मुझे न्याय नहीं मिला, इससे आहत होकर मैंने आज यह कदम उठाया है

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