विधानसभाअध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने तुलसी विवाह और देवउठनी एकादशी की प्रदेशवासियों को दी बधाई शुभकामनाएं,महंत ने कहा–देवउठनी एकादशी पर भगवान विष्णु के स्वरूप शालिग्राम जी का तुलसी जी से है विवाह की परंपरा
सक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ति-छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने तुलसी विवाह और देवउठनी एकादशी की प्रदेशवासियों को दी बधाई शुभकामनाएं। कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की एकादशी को श्रीहरि चतुर्मास की निद्रा से जागेंगे। इसीलिए इस एकादशी को देवउठनी एकादशी भी कहते हैं। इस दिन से ही हिन्दू धर्म में शुभ कार्य जैसे, विवाह आदि शुरू हो जाएंगे। देवउठनी एकादशी के दिन ही भगवान विष्णु के स्वरूप शालीग्राम का देवी तुलसी से विवाह होने की परंपरा भी है।
विस् अध्यक्ष डॉ. महंत ने अपने संदेश में कहा कि ऐसा माना जाता है जो भक्त देवउठनी एकादशी के दिन तुलसी विवाह का अनुष्ठान करता है उसे कन्यादान के बराबर पुण्य प्राप्त होता है। वहीं एकादशी व्रत को लेकर मान्यता है कि साल के सभी 24 एकादशी व्रत करने पर प्राणी को मोक्ष की प्राप्ति होती है,ज्ञात हो कि तुलसी को माता लक्ष्मी का अवतार माना जाता है, इस दिन से लोग सभी शुभ कामों की शुरुआत कर सकते हैं। उपरोक्त जानकारी विधान सभा अध्यक्ष डा चरणदास महन्त के प्रतिनिधि नरेश गेवाडिन ने दी है