



गोस्वामी तुलसीदास जी की जयंती पर सांस्कृतिक विकास मंच शक्ति ने किया कार्यक्रम का आयोजन, गायत्री शक्तिपीठ में जुटे मंच के सदस्य, काव्य पाठ, कविताओं सहित विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं का भी हुआ आयोजन
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ति- सांस्कृतिक विकास मंच सक्ति के तत्वावधान में 23 अगस्तको विगत वर्षों की भांति गोस्वामी तुलसीदास जयंती गायत्री शक्तिपीठ शक्ति में मनाया गया,समारोह के मुख्य अतिथि पंडित राजेंद्र शर्मा भागवताचार्य एवं भागवत प्रवाह आध्यात्मिक संस्थान छत्तीसगढ़ के संस्थापक एवं अतिथि पंडित बसंत दुबे सेवानिवृत्ति प्रधान पाठक एवं भजन गायक की उपस्थिति में सर्वप्रथम भगवान श्री राम भक्त हनुमान एवं गोस्वामी तुलसीदास की पूजन कर दीप प्रज्जवलन शुभारंभ किया गया।
सबसे पहले सामूहिक रूप से संगीत बद्ध श्री हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। उसके बाद श्री कृष्ण संगीत विद्यालय के शिष्यों के द्वारा बहुत सुंदर भजन प्रस्तुत किया गया। भजन पश्चात रामचरितमानस पर अंताक्षरी का आयोजन किया गया, जो बहुत ही आनंद दायक और प्रेरणाप्रद रहा। उसके बाद मंच के कवियों द्वारा काव्य पाठ की प्रासंगिक कविता/रचनाएं वही गई जिनमें रघुनाथ जयसवाल, श्री जल चौहान,कुमारी शुचिता साहू, नरेंद्र वैष्णव, भागवत राम साहू, एल. आर. जायसवाल मनीषा भारद्वाज,जयंती खमारी,पीतांबर पटेल, रामाधार पाण्डेय ने अपनी शानदार प्रस्तुति दिया। मुख्य अतिथि पंडित राजेंद्र शर्मा जी ने अपनी उद्बोधन में गोस्वामी तुलसीदास के जीवन पर प्रकाश डालते हुए नारी शक्ति को श्रेय देते हुए कहा कि यदि रत्ना देवी ना होती तो तुलसीदास- गोस्वामी नहीं बन पाते और आज हमारा रामचरितमानस अमूल ग्रंथ नहीं होता, हर घर में जो स्थापित है, इसका अध्ययन और चिंतन नित्य होते रहना समाज और राष्ट्र के लिए आवश्यक। पंडित बसंत दुबे ने कुछ घटनाओं के आधार पर तुलसीदास जी के आदर्शों प्रकाश डाला तथा उन्होंने सुंदर भजन गा कर सुनाया
मुख्य अतिथि पंडित राजेंद्र शर्मा जी के द्वारा उपस्थित समस्त भाई बहनों को तुलसी माला भेंट किया गया,अंत में सांस्कृतिक विकास मंच के अध्यक्ष एल.आर. जायसवाल जी द्वारा अपनी काव्य शैली में प्रस्तुति देते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन हरीश दुबे एवं भगतराम साहू द्वारा किया गया। सब ने प्रसन्नता से मुख्य अतिथि के सुझाव द्वारा इस आयोजन को बड़े रूप में आने वाले समय में करने के लिए समर्थन दिया