जेल से ही चलाएंगे सरकार- क्या होगा केजरीवाल का-ईडी ने अपनी रिपोर्ट में बताया केजरीवाल को शराब नीति का मास्टरमाइंड, 100 करोड़ घूस लेने का आरोप है केजरीवाल पर ,34 लोगों के खिलाफ दर्ज मामले में 14 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी,04 बन चुके सरकारी गवाह,ईडी की मांग पर केजरीवाल को 06 दिनों की रिमांड,ईडी दफ्तर के लॉकअप में ही रहना होगा दिल्ली के सीएम को, कोर्ट से बाहर निकलते ही केजरीवाल ने कहा- नहीं दूंगा इस्तीफा


क्या होगा केजरीवाल का-ईडी ने अपनी रिपोर्ट में बताया केजरीवाल को शराब नीति का मास्टरमाइंड, 100 करोड़ घूस लेने का आरोप है केजरीवाल पर ,34 लोगों के खिलाफ दर्ज मामले में 14 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी,04 बन चुके सरकारी गवाह,ईडी की मांग पर केजरीवाल को 06 दिनों की रिमांड,ईडी दफ्तर के लॉकअप में ही रहना होगा दिल्ली के सीएम को
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ति-ईडी और केजरीवाल के बीच चल रही लुका-छिपी के खेल में आखिरकार ईडी ने 21 मार्च की रात्रि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जारी 09 बार के संमस में नहीं पहुंचने पर उनके निवास से गिरफ्तार कर लिया, तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर ईडी ने अपनी प्रस्तुत 14 पन्नो की रिपोर्ट में शराब नीति का मास्टरमाइंड बताते हुए लगभग 100 करोड रुपए घूस लेने का आरोप लगाया है, तथा शराब नीति से 600 करोड रुपए का शराब कारोबारीयो को लाभ पहुंचाने की भी बात इस रिपोर्ट में कही गई है
ईडी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि गोवा के उप चुनाव में लगभग 45 करोड रुपए शराब की घुस से प्राप्त पैसों का उपयोग किया गया तथा इस शराब की नीति को बनाने तथा इस शराब नीति के घोटाले में लगभग 32 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिसमें 14 लोगों के गिरफ्तारी हो चुकी है तथा चार लोगों ने सरकारी गवाह बनकर अरविंद केजरीवाल की संलिप्तता किसी ने किसी रूप में बताई है, तथा उसी के आधार पर अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की गई है, वहीं ईडी द्वारा अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद 06 दिन की रिमांड मांगी गई है, जिस पर न्यायालय ने 28 मार्च तक ईडी को केजरीवाल की रिमांड दे दी है, तथा रिमांड अवधि में अरविंद केजरीवाल को ईडी के दफ्तर के लॉकअप में ही रहना होगा
किंतु आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए देश की राजधानी दिल्ली जैसे प्रदेश में पार्टी के मुख्यमंत्री रहते हुए केजरीवाल की गिरफ्तारी ने पूरी देश में राजनैतिक चर्चाओं को गति दे दी है, तथा चारों ओर इस बात को लेकर चर्चा है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए केजरीवाल को गिरफ्तार किया जाना क्या जायज है, वही विपक्षी पार्टियों भी जहां इस पूरे मामले को मोदी की तानाशाही बता रही हैं, तो वहीं आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता गोपाल राय ने भी देर शाम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अरविंद केजरीवाल पर हुई इस कार्रवाई को गलत बताया है, तथा गोपाल राय ने कहा है कि दिल्ली के मुख्य मंत्री पर यह कार्रवाई गलत है, वहीं भाजपा नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने ट्विटर पर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कार्रवाई पर भ्रष्टाचारियो के खिलाफ एक बड़ा सबक बताते हुए इसकी कार्रवाई की वकालत की है, वहीं दूसरी तरफ राजनैतिक सूत्रों का कहना है कि देश की राजधानी दिल्ली जैसे प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी पूरी ताकत लगाकर भी राज्य के विधानसभा चुनाव में अपनी सरकार नहीं बन पा रही है, तथा साल 2014 में केंद्र की सरकार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्थापित होने के बाद से 2024 तक भारतीय जनता पार्टी आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता को कम नहीं कर पाई,जिसके कारण भाजपा वहां सत्ता से दूर है, एवं कहीं ना कहीं लोकसभा के चुनाव में ईडी का भय दिखाकर भारतीय जनता पार्टी आम आदमी पार्टी को नेस्ता नाबूत करना चाहती है इसलिए यह सब भूमिकाएं बनाई गई हैं, किंतु यह तो देश की जनता सब कुछ जानती है आने वाले लोकसभा के चुनाव में क्या होगा, किंतु अभी केजरीवाल के राजनैतिक भविष्य को लेकर सवालिया निशान लग गया है