



लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी चालू, प्रदेश में एकमात्र अजा के लिए आरक्षित जांजगीर-चांपा लोकसभा में मचेगा घमासान,कांग्रेस से अमृत लाल सोनहर कर रहे सशक्त दावेदारी, तो वहीं पूर्व विधायक सामले भी कतार में, अमृत की दावेदारी के लिए युवा वर्ग लामबंद
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ति-आगामी अप्रैल-मई 2024 में संभावित लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है, विधानसभा चुनाव संपन्न होते ही जहां लोकसभा चुनाव के बिगुल बजने को लेकर राजनीतिक दल पूर्व तैयारी में जुटे हुए हैं, तो वहीं छत्तीसगढ़ प्रदेश में राज्य की विपक्षी दल कांग्रेस भी इस बार लोकसभा के चुनाव में कोई मौका गवाना नहीं चाहती,विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस ने जहां मंथन चालू कर दिया है,तो वहीं कांग्रेस इस बात को लेकर जनता के बीच जा रही है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में उसने 2018 में किसानों का कर्ज माफ किया था,तथा जनहित में विभिन्न योजनाएं चलाई थी, किंतु वर्तमान भाजपा की सरकार ने जहां किसानो की कर्ज माफी को लेकर कोई घोषणा नहीं की, जिससे किसान नाराज हैं, एवं प्रदेश के लाखों किसान इस बात को लेकर अपना आक्रोश जाहिर कर रहे हैं,
वही जांजगीर- चांपा लोकसभा क्षेत्र जो कि छत्तीसगढ़ प्रदेश की एकमात्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है, एवं इस सीट के लिए इस बार घमासान मच सकता है, वर्तमान में यहां भारतीय जनता पार्टी के सांसद के रूप में गुहाराम अजगले प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, किंतु जनता का मानना है कि वर्तमान सांसद ने क्षेत्र की समस्याओं के लिए उतना अधिक सक्रियता के साथ ध्यान नहीं दिया, तथा राज्य की विपक्षी पार्टी कांग्रेस से दावेदारी की बात करें तो वर्तमान में जनपद पंचायत शक्ति के पूर्व उपाध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमेटी शक्ति के सचिव अमृत लाल सोनहर सशक्त दावेदारी कर रहे हैं, अमृतलाल सोनहर जहां शक्ति विकासखंड के ग्राम पंचायत सुंदरेली से आते हैं, तो वहीं उनका परिवार भी काफी प्रभावशाली परिवार है, एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती अभिलाषा सोनहर कृषि उपज मंडी शक्ति की पूर्व उपाध्यक्ष रह चुकी हैं, तथा वर्तमान में ग्राम पंचायत सुंदरेली की सरपंच भी हैं, एवं अमृतलाल सोनहर के पिता दिलसाय सोनहर जहां सतनामी समाज के अध्यक्ष रह चुके हैं, तो वहीं अमृतलाल सोनहर के भाई एवं बहू भी वर्तमान में चिकित्सा सेवा में संलग्न है, एवं पूरे क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित चिकित्सक के रूप में मशहूर हैं, तथा तथा अमृतलाल सोनहर ने वर्तमान विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी को अपने पूरे प्रभाव वाले क्षेत्र में काफी बढ़त दिलाई है, एवं जनपद उपाध्यक्ष रहते हुए भी वे सक्रिय रूप से एक कुशल जनप्रतिनिधि के रूप में कार्य करते थे, तथा अमृतलाल सोनहर के साथ जहां युवाओं की भी लंबी कतार है, तो वहीं सतनामी समाज में भी उनका काफी प्रभाव देखा जाता है, तथा क्षेत्र के युवा वर्ग भी अमृतलाल सोनहर को जांजगीर-चाम्पा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की उम्मीदवारी करने के लिए लामबंद हो गए हैं, एवं कांग्रेस पार्टी से टिकट की मांग भी कर रहे हैं
वहीं कांग्रेस पार्टी से देखा जाए तो लोकसभा क्षेत्र की दावेदारी में मालखरौदा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य चैन सिंह सामले, नगर पालिका जांजगीर के पूर्व अध्यक्ष एवं अधिवक्ता रमेश पैग्वार जांजगीर, डभरा से कांग्रेस नेता राइस किंग खूंटे भी कतार में लगे हुए हैं, किंतु यह तो आने वाला समय ही बताया कि कांग्रेस पार्टी किस मौका देती है, किंतु यह बात तो स्पष्ट है कि जांजगीर -चांपा लोकसभा क्षेत्र में प्रत्याशी चयन में वर्तमान शक्ति के विधायक एवं छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ चरण दास महंत की चलेगी, क्योंकि डॉक्टर चरण दास महंत ने कांग्रेस को जांजगीर- चांपा लोकसभा क्षेत्र की सभी आठो विधानसभा सीटों पर कहीं ना कहीं अपने प्रभाव से जीत दिलाने में कामयाबी हासिल की है, जिसके चलते उन्हें छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया गया
तथा अमृतलाल सोनहर भी राजनीतिक रूप से देखा जाए तो डॉ. चरणदास महंत के ही खास समर्थक माने जाते हैं तथा वे पूर्व में भारतीय जनता पार्टी का प्रतिनिधित्व करते थे, किंतु उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनाव में डॉक्टर चरण दास महंत से प्रभावित होकर कांग्रेस का दामन थाम लिया था तब से अमृतलाल सोनहर महंत समर्थन के रूप में जाने जाते हैं, वहीं भारतीय जनता पार्टी में भी जांजगीर चांपा लोकसभा क्षेत्र से दावेदारी को लेकर लंबी कतारे लग गई है तथा वर्तमान लोकसभा क्षेत्र के सांसद गुहाराम अजगले इस बार चुनाव लड़ेंगे कि नहीं लड़ेंगे यह तो समय ही बताएगा, किंतु वर्तमान में टिकट पाने की होड़ में अनेकों नेता लामबंद हो गए हैं, तथा पूरे लोकसभा क्षेत्र में भी जगह-जगह नेताओं के होर्डिग लगे प्रारंभ हो गए हैं, तो वहीं प्रमुख रूप से देखा जाए तो जांजगीर चांपा लोकसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी से बिलाईगढ़ के पूर्व विधायक डॉ सनम जांगड़े, मसानिया शक्ति से वर्तमान भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष श्रीमती कमलेश बसंत जांगड़े सहित अनेको नेता लगे हुए हैं, तथा इस वर्ष लोकसभा का चुनाव भी काफी अहम होने वाला है क्योंकि जनता क्षेत्र में ऐसे सांसद को चुनने वाली है, जो उनके लिए कार्य करें, किंतु 2019 के चुनाव में तो कहीं ना कहीं मोदी सरकार के चेहरे पर भारतीय जनता पार्टी को अप्रत्याशित जीत मिली थी, इस बात में कोई दो राय नहीं है,किंतु आने वाला 2024 का चुनाव प्रत्याशी के ऊपर निर्भर करेगा ऐसा राजनीतिक अनुमान लगाया जा रहा है, जिसके चलते राजनीतिक दल भी फूंक फुंक कर कदम रख रहे हैं
