9 सितंबर को नगर पंचायत बाराद्वार द्वारा आयोजित किसान विज्ञान सम्मेलन का उद्घाटन किया पूर्व विधायक डॉक्टर खिलावन साहू ने, मुख्य अतिथि श्री साहू ने कहा-कृषि संबंधित जानकारी के लिए कारगर है यह कार्यशाला, कृषि संबंधी नई उन्नत तकनीको की जानकारी दी गई कार्यशाला में




9 सितंबर को नगर पंचायत बाराद्वार द्वारा आयोजित किसान विज्ञान सम्मेलन का उद्घाटन किया पूर्व विधायक डॉक्टर खिलावन साहू ने, मुख्य अतिथि श्री साहू ने कहा-कृषि संबंधित जानकारी के लिए कारगर है यह कार्यशाला
शक्ति छत्तीसगढ़ से कन्हैया गोयल की खबर
सक्ति-9 सितंबर को अंबेडकर भवन बाराद्वार में नगर पंचायत द्वारा किसान विज्ञान सम्मेलन पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, इस कार्यशाला में जहां काफी संख्या में शहर सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों से किसान बंधु, जनप्रतिनिधि,गणमान्य नागरिक मौजूद रहे तो वहीं सम्मेलन का शुभारंभ शक्ति विधानसभा के पूर्व विधायक डॉक्टर खिलावन साहू शाहिद अन्य अतिथियों ने पूजा अर्चना कर एवं दीप प्रज्वलन कर किया,इस अवसर पर प्रमुख रूप से नगर पंचायत बाराद्वार के अध्यक्ष नारायण कुर्रे,उपाध्यक्ष जितेश शर्मा, भाजपा जिला मंत्री अरुण शर्मा जोशी,सांसद प्रतिनिधि अमित कलानोरिया, जिला पंचायत सदस्य आयुष शर्मा, महावीर राठौर, संजय शर्मा, दिनेश शर्मा, ओमप्रकाश कुर्रे,जागेश रॉय सहित नगर पंचायत के जनप्रतिनिधि मौजूद रहे,उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक डॉक्टर खिलावन साहू ने कहा की नगरीय क्षेत्र में नगर पंचायत द्वारा कृषि के क्षेत्र में अपार संभावनाओं की जानकारी देने के लिए आयोजित किया गया यह किसान विज्ञान सम्मेलन किसानों के लिए काफी उपयोगी होगा एवं ऐसे सम्मेलनों में जहां आने वाले प्रशिक्षित वक्ता विस्तार पूर्वक कृषि संबंधी जानकारी देंगे तो वहीं इसका समुचित लाभ लोगों को मिल सकेगा
कार्यक्रम को नगर पंचायत अध्यक्ष नारायण कुर्रे, उपाध्यक्ष जितेश शर्मा ने भी संबोधित करते हुए कहा कि नगर पंचायत द्वारा पूरे क्षेत्र में कृषि कार्यों को प्रोत्साहन देने की दिशा में यह सम्मेलन आयोजित किया गया है जिसमें अन्य क्षेत्रों से कृषि वैज्ञानिक पहुंचकर विभिन्न प्रकार की कृषि संबंधी जानकारी देंगे वहीं कार्यक्रम को अन्य जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों ने भी संबोधित करते हुए ऐसे आयोजनों को किसानों के लिए काफी फायदेमंद बताया, कार्यक्रम को सफल बनाने में नगर पंचायत प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों का सराहनीय योगदान रहा


